खजुराहो, छतरपुर, मध्य प्रदेश (Khajuraho, Chhatarpur, Madhya Pradesh), एकलव्य मानव संदेश रिपोर्टर वीरेन्द्र रैकवार की रिपोर्ट। छतरपुर जिला के खजुराहो थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम नयागांव निवासी ज्ञासा बाई रैकवार पत्नी सुककी रैकवार (उम्र 50 साल) नेे खजुराहो थानेे में आकर जमीनी विवाद को लेकर शिकायती आवेदन सौंपा। ज्ञासा बाई रैकवार ने बताया है कि मै एक गृहणी हूँ। मैं 21.04.2021 को सुबह 10:00 बजे के करीब अपने पीपल वाले खेत पर थी तभी गांव के दबंग लोग राणा राजा, शिवाजी राजा, जगत प्रताप सिंह, मुन्ना राजा, सत्येंद्र राजा, किसुराजा, गणेश राजा आए और गाली गलौज देते हुुुए बोले यह जमीन हमारी है। और वहाँ घर का निर्माण चालू कर दिया। जब घर के निर्माण को रोकने के लिए हमने कोशिश की तो गाली गलौज करने के साथ जान से मारने की धमकी देने लगे। गाली देते हुए कहने लगे, यह जमीन हमारी है, यहां से हट जाओ, नहीं तो तुम्हें जान से मार देंगे, यहां से कोई नहीं जा पाएग।
ज्ञासाबाई ने बताया है कि जमीन हमारी है और बंदी हमारे पास है, खसरा नंबर नकल सब कुछ हमारे पास है, फिर भी ये लोग हमारी जमीन पर जबरन कब्जा कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन से मांग करते हैं कि कानूनी कार्यवाही कर हमें न्याय दिलाने की कृपा करें।
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पैनिक हडबडाहट भारतीयों की बहुत बुरी आदत है
ट्रेन आती है लोगों को उतरने देंगे नहीं, खुद पहले घुसेंगे, कही ट्रेन चली न जाए हम रह ना जाएं। सड़क पर थोड़ी भी जगह दिख जाए कहीं भी घुस जायेंगे, कुछ सेकंड में ही हॉर्न बजाने लगेंगे, गालिया देने लगेंगे, जैसे घर पे बम डीफ्यूज करने जाना है, एक सेकंड की भी देरी हुई तो ब्लास्ट हो जायेगा। लॉकडाउन की बात हो तो बाजार में टूट पड़ेंगे सामान जमा करने के लिए, जैसे दुनिया ख़त्म हो रही हो।
हमारी इसी आदत के कारण करोना भी मेनेज नहीं हो पा रहा है। केवेल 2 प्रतिशत लोगों को हॉस्पिटल में रखने, ऑक्सीजन की जरुरत होती है, केवेल 5 प्रतिशत को रेमदिसिवर की जरुरत होती है। अभी लोग पेनिक में हैं, सोचते हैं बाद में शायद बेड न मिले, ऑक्सीजन न मिले, अपने लक्षण बढ़ा चढ़ा के बताते हैं, और एडमिट होते है, कुछ तो नेता, मंत्री, कमिश्नर से जुगाड़ करके भी बेड ले रहे हैं। ऐसे कई लोगो को मैं देख रहा हूँ, जो बिलकुल स्वस्थ हैं, पर फिर भी 3-6 गुना ज्यदा पैसा दे के इंजेक्शन खरीद रहे हैं, इस डर से की बाद में कहीं हो गया तो, इंजेक्शन मिल जाए। हमारी इन्ही सब हरकतों के कारण ही कमी है, वरना जरुरतमंदों के लिए कोई कमी नहीं होती।
जब आप घबराहट पैदा करने वाले पोस्ट विडियो फोटो शेयर करते है तो आप इसी को बढ़ावा देते हैं, कृपया न करें, सब चिताएं करोना की नहीं होतीं, 35 हजार लोगों की मृत्य रोज देश में स्वाभाविक होती है। 99.4 प्रतिशत लोग ठीक हो जाते हैं। लोगों का हौसला बढ़ाएं, घबराहट नहीं। एक समर्पित नागरिक बनें।
दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी
आप सभी से भी अनुरोध है डबल मास्क पहनें, इस बार का कोरोना पिछले बार के कोरोना से कई गुना घातक है। सारे हॉस्पिटल भरे हुए हैं। हल्के से भी लक्षण हैं तो टेस्ट करा लें और तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें। इंटरनेट पर बहुत सारी जानकारी है लेकिन बहुत सारी भ्रामक और नुकसानदेह भी है अतः सिर्फ डॉक्टर की सलाह मानें। खुद बचिए और बचाइए।
एकलव्य मानव संदेश
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