खतरनाक 13 Point Roster.... के ख़िलाफ़ संसद भवन के सामने गांधी प्रतिमा पर हुआ धरना प्रदर्शन

नई दिल्ली (New Delhi), एकलव्य मानव संदेश ब्यूरो रिपोर्ट, 6 फरवरी 2019। खतरनाक 13 Point Roster.... के ख़िलाफ़ संसद भवन के सामने गांधी प्रतिमा पर हुआ धरना प्रदर्शन। आज 6 फरवरी को नई दिल्ली में संसद भवन के सामने गांधी प्रतिमा पर सामाजिक न्याय के लिए 200 पोईण्ट रॉस्टर लागू करने के लिए सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया।
प्रदर्शन कर्ताओं ने
BJP हटाओ संविधान बचाओ.... के नारे लगाए।
क्या है 13 पॉइंट रोस्टर प्रणाली आइये जानते हैं-
विभागवार रोस्टर 13 प्वाइंट रोस्टर
आसान भाषा में समझिए, ये सत्ता का चरित्र है कि वंचितों-शोषितों की हिस्सेदारी का मौक़ा आते ही आंकड़ों-कागज़ों में मामला इतना उलझा दो, कि किसी को समझना ही मुश्किल हो जाए। जिसका हक़-हिस्सा मिलना है, वह तो बिलकुल न समझे और सैकड़ों सालों की हक़मारी बनी रहे।
"उच्च शिक्षा में आरक्षण लागू होने के बाद स्वीकृत पदों के क्रम-निर्धारण को ‘रोस्टर’ कहा गया। 21 जुलाई 1997 को ST-SC के लिए और 04 मार्च 2007 को OBC आरक्षण उच्च शिक्षा में लागू हुआ। इसके निर्धारण के लिए DOPT ने रोस्टर बनाया। माना कि कुल पदों की संख्या 100 है। जिसमें पदों का आनुपातिक विभाजन इस प्रकार होगा-
• ST का आरक्षण 7.5% है, इसलिए 100/7.5=13.33 यानी हर 14वाँ पद ST को आरक्षित होगा।
• SC का आरक्षण 15% है, इसलिए 100/15=6.66 यानी हर 7वाँ पद SC को आरक्षित होगा।
• OBC का आरक्षण 27% है, इसलिए 100/27=3.70 यानी हर चौथा पद OBC को आरक्षित होगा।
चूँकि ST के लिए निर्धारित आरक्षण 7.5% है, जिसे पूर्ण पद संख्या में बनाने के लिए 100 के स्थान पर 200 पदों के लिए रोस्टर निर्धारण किया गया। विश्वविद्यालय अथवा कॉलेज को एक इकाई मानकर पदों के सृजित होने की तिथि के बढ़ते क्रम से 200 पदों में रोस्टर को निर्धारित किया जाता है। इसमें सभी वर्ग को निर्धारित अनुपात में हिस्सेदारी मिलती रही।लेकिन यूजीसी ने 5 मार्च 2018 को जारी सर्कुलर में विभागवार रोस्टर का निर्देश दिया, जिसे आम तौर पर 13 प्वाइंट रोस्टर मान लिया गया है। साज़िशन 200 प्वाइंट रोस्टर को ही 13 पर रोककर 13 प्वाइंट रोस्टर बना दिया गया। इस रोस्टर में आरक्षित क्रम-विभाजन के बाद रोस्टर क्रम और पदों के आरक्षण की रोस्टर सूची इस होगी-
1. UR
2. UR
3. UR
4. OBC
5. UR
6. UR
7. Schedule Cast
8. OBC
9. UR
10. UR
11. UR
12. OBC
13. UR
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14. Schedule Tribes
15. Schedule Cast
16. OBC

13 प्वाइंट रोस्टर के कुल पद अगर 13 हों तो जो भर्ती प्रक्रिया अपनाई जाएगी उसके अधार पर
UR: 09,
OBC: 03,
SC: 01,
ST: 00
अनारक्षित:आरक्षित अनुपात - 9:4 का होगा। यानी 13 में से 9 अनारक्षित के लोगों की भर्ती और केवल 4 लोग आरक्षित वर्ग के भर्ती होंगे।

अब 200 प्वाइंट रोस्टर को 13 पर ही रोक कर विभागवार रोस्टर क्यों लागू किया गया है, उसे आप स्वयं समझ लें। पहला तो ये कि ST को कभी मौक़ा ही न मिले और दूसरा व सबसे शातिर साज़िश कि अगले 14-15-16 तीनों पद आरक्षितों को मिलने थे, इसलिए विभागवार रोस्टर को 13 पर ही रोककर लागू कर दिया। जबकि कहीं नहीं लिखा है कि विभागवार रोस्टर का मतलब 13 प्वाइंट रोस्टर होगा। इसमें कभी आरक्षण मिल ही नहीं सकेगा। वहीं दूसरी तरफ नए बने विभागों में तीन से कम पद विज्ञापित करो और सब UR होगा, जिससे 15% सवर्णों को 95% पदों पर भरते जाओ। 1997 के पहले और 2018 के बाद भी सब कुछ उच्च वर्गीय सवर्णों के ही कब्ज़े में रहेगी उच्च शिक्षा। माँ सरस्वती का पावन प्रांगण, विद्या का मंदिर दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, पसमांदा के प्रोफ़ेसर बन जाने से दूषित न हो सकेगा।
        कल्पना कीजिये कि इस मुल्क को चलाने और नीतियाँ बनाने लोग किस दर्जे के हक़मार, शातिर जातिवादी और धूर्त हैं, जो आरक्षण खत्म करने की घोषणा बिना किए कि उच्च शिक्षा में आरक्षण नहीं होगा, व्यवहार में खत्म कर दिया। अब इस मुल्क को तय करना है कि उसे क्या ऐसे ही चलना है या संविधान से चलना है।
   भाजपा की इस SC, ST, OBC विरोधी और आरएसएस मानसिकता के विरोध में दिए गए धरने प्रदर्शन में मुलायम सिंह यादव के साथ, प्रो.रामगोपाल यादव, राज्यसभा सांसद विशम्भर प्रसाद निषाद, गोरखपुर सांसद ईं. प्रवीण कुमार निषाद, बदायूं सांसद धर्मेंद्र यादव, फूलपुर सांसद पटेल सहित बड़ी संख्या में अन्य शुभ चिंतकों ने भाग लिया।