लखनऊ, उत्तर प्रदेश (Lucknow, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव संदेश (Eklavya Manav Sandesh) ब्यूरो रिपोर्ट, 30 मार्च 2019। सपा बसपा आरएलडी गठबंधन से निषाद पार्टी के नाता तोड़ने से निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं में दौड़ी जबरदस्त खुशी ली लहर।
29 मार्च को एक बड़े घटनाक्रम में निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामना डॉ. संजय कुमार निषाद जी ने निषाद पार्टी की महागठबंधन में हो रही उपेक्षा से नाराज होकर और निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों की इक्षाओं को ध्यान में रखकर व निषाद आरक्षण को लागू कराने की खातिर सपा, बसपा, आरएलडी गठबंधन से नाता तोड़ने की जैसे ही घोषणा की पार्टी के कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह और खुशी की लहर दौड़ गई।
निषाद पार्टी एक कैडर बेस्ड पार्टी है, जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष महामना डॉ. संजय कुमार निषाद जी हर निर्णय को स्वीकार करने की एक जबरदस्त कला हमेशा देखी गई है। कल जैसे टीवी चैनलों पर महागठबंधन से निषाद पार्टी के हटने की खबर प्रसारित होने लगी, कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर अपनी खुशी को दिखाते हुए पोस्टों की झड़ी लगा दी।
एकलव्य मानव संदेश निषाद पार्टी का सहयोगी डिजिटल न्यूज़ चैनल और समाचार पत्र है, इसलिए हमारे कार्यालय को भी सैकड़ों पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के फोन देर रात तक अपनी खुशी और प्रतिक्रिया के लिए आते रहे।
29 मार्च को एक बड़े घटनाक्रम में निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामना डॉ. संजय कुमार निषाद जी ने निषाद पार्टी की महागठबंधन में हो रही उपेक्षा से नाराज होकर और निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों की इक्षाओं को ध्यान में रखकर व निषाद आरक्षण को लागू कराने की खातिर सपा, बसपा, आरएलडी गठबंधन से नाता तोड़ने की जैसे ही घोषणा की पार्टी के कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह और खुशी की लहर दौड़ गई।
निषाद पार्टी एक कैडर बेस्ड पार्टी है, जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष महामना डॉ. संजय कुमार निषाद जी हर निर्णय को स्वीकार करने की एक जबरदस्त कला हमेशा देखी गई है। कल जैसे टीवी चैनलों पर महागठबंधन से निषाद पार्टी के हटने की खबर प्रसारित होने लगी, कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर अपनी खुशी को दिखाते हुए पोस्टों की झड़ी लगा दी।
एकलव्य मानव संदेश निषाद पार्टी का सहयोगी डिजिटल न्यूज़ चैनल और समाचार पत्र है, इसलिए हमारे कार्यालय को भी सैकड़ों पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के फोन देर रात तक अपनी खुशी और प्रतिक्रिया के लिए आते रहे।