रोड नहीं तो वोट नहीं के नारे लगाकर जताया आक्रोश

कदौरा, जालौन, उत्तर प्रदेश (Kadaura, Jalon, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव संदेश (Eklavya Manav Sandesh) ब्यूरो सत्य प्रकाश निषाद की रिपोर्ट, 9 मार्च 2019। कदौरा विकासखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत चंदरसी के ग्रामीणों का क्षेत्र में विकास के नाम पर शासन- प्रशासन से कोरे आश्वाशन मिलने से सब्र का बॉध टूटा, जिससे सड़क पर प्रदर्शन कर नारेबाजी की तथा लोकसभा चुनाव बहिस्कार का एकजुट होकर फैसला लिया। नारेबाजी कर विरोध जताया। विरोध प्रदर्शन मे युवाओं ने आगे आकर दम-खम दिखाया। मुख्य समस्या में ग्राम कानाखेड़ा से चंदरसी सड़क जो सालो से जर्जर (कच्ची)है, जिसकी क्षेत्रीय विधायक से लेकर मुख्यमंत्री महोदय तक पत्र भेजकर 2.5 किमी सड़क निर्माण की मॉग कर चुके हैं। लेकिन अभी तक निर्माण नही हो सका। सिर्फ आश्वासन मिले। चुनाव में वोट मॉगने आते हैं नेता, फिर जीतने के बाद भूल जाते हैं।
     शनिवार की दोपहर ग्रामीणो ने गॉव के विध्यालय प्रांगण के बाहर  सड़क पर नारेबाजी की। जाति-पाति व राजनीत नहीं चाहिये, विकास सिर्फ विकास चाहते हैं। बारिश होने से कच्ची सड़क बुरी तरह से खराब होने से कदौरा जाने के लिये 15 किमी का अतिरिक्त चक्कर काटकर सहीदनगर-दादूपुर होकर जाना पड़ता है तथा यह सड़क भी सालो से उखड़ी पड़ी है। 3 किमी सड़क खराब होने से दर्जन भर गॉव के लोगों को परेशानी है। जिसमे चंदरसी, नंगवा, शहीदनगर, बसरेही, परासन, सरसई, समसी, अरमोली डेरा के ग्रामीण भी निकलते हैं, सभी को परेशानी है।
     कई बार जनप्रतिनिधियों व जिम्मेदारों से मॉग कर चुके फिर भी समाधान नहीं हुआ। ग्रामवासियों ने एकजुट होकर सड़क निर्माण की मॉग की। तब मतदान नहीं करने का निर्णय लिया। रोड नहीं, वोट नहीं के नारे लगाये। पहले रोड फिर वोट के गूंजे नारे।
      ग्रामीणो ने मीडिया से अन्य समस्याओ का जिक्र करते हुये बताया कि महिलाओ को मिलने वाली समाजवादी पेंशन सरकार ने बंद दी। बैंक खाते में न्यूनतम राशि होने पर कटौती की जाती है। केंद्र व राज्य सरकार के बजट में विकलांग व ब्रद्धा पेशन राशि में बढोतरी नहीं हुई। किसानो को खाद -बीज व सिचाई के लिये पानी समय से ना मिलने आदि के खिलाफ़ चुनाव बहिष्कार की बात ग्रामीणो ने कही।
    प्रदर्शन में ग्राम प्रधान रामकुमार राजपूत, संजय निषाद, प्रदीप राजपूत, आशीष राजपूत, सोनू राजपूत, भूपेंद्र राजपूत, अभिषेक राजपूत, राघवेंद्र राजपूत, मूलचंद प्रजापति, कल्लू राजपूत, अजय पाल यादव, सचिन यादव, देवेंद्र यादव, हेमंत राजपूत, रवि राजपूत, अल्ताख खॉन सहित बड़ी संख्या मे ग्रामीण मौजूद रहे।