जौनपुर, उत्तर प्रदेश (Jaunpur, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव संदेश (Eklavya Manav Sandesh) ब्यूरो चीफ प्रदीप कुमार निषाद की रिपोर्ट, 8 मार्च 2019। निषाद पार्टी जौनपुर के कार्यकर्ताओं ने मछुआ SC आरक्षण की मांग कों लेकर धरना प्रदर्शन कर जिलाधिकारी कों ज्ञापन सौंपा।
जौनपुर कलेक्ट्री परिसर में पहुंचकर निषाद पार्टी के पदाधिकारियों ने मछुआ आरक्षण के संबंध में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा तथा अपनी विज्ञप्ति के माध्यम से प्रशासन को और शासन को अवगत कराया कि 7 मार्च को हल्ला बोल मझवार SC आरक्षण रैली में निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं के ऊपर लाठी चार्ज किया गया तथा सीएम को अपना ज्ञापन देने के लिए गोरखनाथ मछेंद्रनाथ मठ में पहुंचने से पहले ही योगी सरकार की पुलिस ने मछुआ समाज को लाठी डंडे से वार करके घायल और चोटिल किया गया तथा समाजवादी और निषाद पार्टी के संयुक्त प्रत्याशी रहे माननीय ई. प्रवीण निषाद(सादर सांसद) के ऊपर भी इस योगी सरकार की पुलिस अपने डंडे को काबू नहीं की और निषाद समाज के इकलौते सांसद को गंभीर रूप से चोटिल किया तथा उसके साथ-साथ महिला कार्यकर्ताओं के ऊपर भी योगी सरकार की प्रशासनिक पुलिस ने डंडे बरसाए तथा शासन और प्रशासन के माध्यम से निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने फिर एक बार योगी मोदी को यह ज्ञात कराना चाहा कि यदि हमारा संवैधानिक अधिकार नहीं देते हैं तो इस रैली में होने वाले अत्याचार को निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जहां तक शासन और प्रशासन का मानना है निषाद पार्टी कार्यकर्ता बहुत ही खतरनाक हैं और गलत करते पुलिस वालों को भी पीटते हैं, यह आरोप, यह सिद्ध करता है कि निषाद पार्टी के कार्यकर्ता बहुत ही सूझबूझ के हैं, लेकिन इन्हें आजाद भारत में इनका अधिकार को दबाया जाता रहा है। जितनी भी सरकारें आई उनसे वादा किया। लेकिन वादा को नहीं निभाया। आज फिर एक बार योगी और मोदी सरकार ने इनसे वादा किया कहा कि जब हम सत्ता में आएंगे तो इनका हक अधिकार देने का काम करेंगे। आज इनका वह वादा वह संकल्प कहां गया जो अब उल्टे ही निषाद के अधिकार देने के बजाय उन्हें डंडे और जेल में डाल देते हैं। क्या माफ कर पाएंगे निषाद समाज के वोटर ।
इस विज्ञप्ति के माध्यम से सभी कार्यकर्ताओं ने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि यदि सरकार फिर नहीं मानती है तो हम बड़ा सा बड़ा आंदोलन करेंगे। जब तक हमारे समाज का अधिकार नहीं मिल जाता तब तक ऐसे ही हम लोग लाठिया खाते रहेंगे जेल जाते रहेंगे। हमारे समाज के कुछ गद्दार नेता जो आज भाजपा की बात करते हैं यदि अपनी समाज की सही सोच रखते हो तो कहे भाजपा से की मत कर जुल्म मछुआ समाज के ऊपर कब तक बर्दाश्त होगा जाग गए युवा मछुआ समाज तो तेरा भी सत्यानाश होगा।
इस धरना प्रदर्शन में निषाद पार्टी के सभी पदाधिकारी गण शामिल हुए रामराज निषाद, अखिलेश निषाद, डा.रामचरित्तर निषाद, अरविंद निषाद, आंदोलनकारी सत्यप्रकाश नागर, साहबलाल गौतम, डा.लालता प्रसाद निषाद, दीपक निषाद, जवाहरलाल गौतम, आंदोलनकारी जितेंद्र निषाद, राजेंद्र निषाद, लाल बहादुर निषाद, दिलीप कुमार निषाद ने विशाल निषाद एकता और अखंडता का परिचय दिया।
जौनपुर कलेक्ट्री परिसर में पहुंचकर निषाद पार्टी के पदाधिकारियों ने मछुआ आरक्षण के संबंध में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा तथा अपनी विज्ञप्ति के माध्यम से प्रशासन को और शासन को अवगत कराया कि 7 मार्च को हल्ला बोल मझवार SC आरक्षण रैली में निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं के ऊपर लाठी चार्ज किया गया तथा सीएम को अपना ज्ञापन देने के लिए गोरखनाथ मछेंद्रनाथ मठ में पहुंचने से पहले ही योगी सरकार की पुलिस ने मछुआ समाज को लाठी डंडे से वार करके घायल और चोटिल किया गया तथा समाजवादी और निषाद पार्टी के संयुक्त प्रत्याशी रहे माननीय ई. प्रवीण निषाद(सादर सांसद) के ऊपर भी इस योगी सरकार की पुलिस अपने डंडे को काबू नहीं की और निषाद समाज के इकलौते सांसद को गंभीर रूप से चोटिल किया तथा उसके साथ-साथ महिला कार्यकर्ताओं के ऊपर भी योगी सरकार की प्रशासनिक पुलिस ने डंडे बरसाए तथा शासन और प्रशासन के माध्यम से निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने फिर एक बार योगी मोदी को यह ज्ञात कराना चाहा कि यदि हमारा संवैधानिक अधिकार नहीं देते हैं तो इस रैली में होने वाले अत्याचार को निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जहां तक शासन और प्रशासन का मानना है निषाद पार्टी कार्यकर्ता बहुत ही खतरनाक हैं और गलत करते पुलिस वालों को भी पीटते हैं, यह आरोप, यह सिद्ध करता है कि निषाद पार्टी के कार्यकर्ता बहुत ही सूझबूझ के हैं, लेकिन इन्हें आजाद भारत में इनका अधिकार को दबाया जाता रहा है। जितनी भी सरकारें आई उनसे वादा किया। लेकिन वादा को नहीं निभाया। आज फिर एक बार योगी और मोदी सरकार ने इनसे वादा किया कहा कि जब हम सत्ता में आएंगे तो इनका हक अधिकार देने का काम करेंगे। आज इनका वह वादा वह संकल्प कहां गया जो अब उल्टे ही निषाद के अधिकार देने के बजाय उन्हें डंडे और जेल में डाल देते हैं। क्या माफ कर पाएंगे निषाद समाज के वोटर ।
इस विज्ञप्ति के माध्यम से सभी कार्यकर्ताओं ने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि यदि सरकार फिर नहीं मानती है तो हम बड़ा सा बड़ा आंदोलन करेंगे। जब तक हमारे समाज का अधिकार नहीं मिल जाता तब तक ऐसे ही हम लोग लाठिया खाते रहेंगे जेल जाते रहेंगे। हमारे समाज के कुछ गद्दार नेता जो आज भाजपा की बात करते हैं यदि अपनी समाज की सही सोच रखते हो तो कहे भाजपा से की मत कर जुल्म मछुआ समाज के ऊपर कब तक बर्दाश्त होगा जाग गए युवा मछुआ समाज तो तेरा भी सत्यानाश होगा।
इस धरना प्रदर्शन में निषाद पार्टी के सभी पदाधिकारी गण शामिल हुए रामराज निषाद, अखिलेश निषाद, डा.रामचरित्तर निषाद, अरविंद निषाद, आंदोलनकारी सत्यप्रकाश नागर, साहबलाल गौतम, डा.लालता प्रसाद निषाद, दीपक निषाद, जवाहरलाल गौतम, आंदोलनकारी जितेंद्र निषाद, राजेंद्र निषाद, लाल बहादुर निषाद, दिलीप कुमार निषाद ने विशाल निषाद एकता और अखंडता का परिचय दिया।