हमीरपुर के ग्राम जलाला भटपुरा में मनाई गई निषाद राज गुह्यराज महाराज की जयंती

कुरारा, हमीरपुर, उत्तर प्रदेश (Kurara, Hamirpur, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव संदेश (Eklavya Manav Sandesh) रिपोर्टर राममोहित निषाद और अभितेज कुमार निषाद की रिपोर्ट, 12 अप्रैल 2019। हमीरपुर के ग्राम जलाला भटपुरा में मनाई गई निषाद राज गुह्यराज महाराज की जयंती।
    भगवानों के भगवान गुह्यराज निषाद महाराज जी की जयंती 9 अप्रैल को ग्राम जलाला भटपुरा में मनाई गई। जिसमें निषाद पार्टी के जिला अध्यक्ष हरिहर निषाद, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी ऐनुद्दीन खान मौलाना, रामकरन आचार्य, जयराम प्रधान जलाला और हमीरपुर जिला के युवा मोर्चा अध्यक्ष राम कन्हैया तथा अनेक पदाधिकारी और कार्यकर्ता सैकड़ों की संख्या में मौजूद रहे। बड़े ही धूमधाम से जयंती कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम के दौरान पार्टी के पदाधिकारियों ने गुह्यराज निषाद जी के जीवन पर प्रकाश डाला और सभी लोगों से अनुरोध किया है आप सभी लोग अपने अपने रिश्तेदारों और व्यवहारियों से अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामना डॉ संजय कुमार निषाद जी के आदेश अनुसार वोट करें। डॉक्टर साहब जिस पार्टी के लिए वोट देने को कहें हमें सिर्फ और सिर्फ उसी पार्टी को वोट करना है। प्रत्याशी कोई भी हो हमें तो अपने कमांडर के आदेश का पालन करना है। एक बार सभी निषाद भाई एक संगठन बनाकर अपने कमांडर के आदेश का पालन करें, जिस प्रकार मुलायम सिंह और मायावती के आदेश को यादव और दलितों ने माना है और मुलायम सिंह मायावती ने सरकार बनाकर अपने अपने लोगों को नौकरियां देने का कार्य किया है उसी प्रकार हम भी अपनी सरकार बनाएं और अपने भाईयों और पुत्रों को नौकरी दिलाने का काम करें।
     पूरे उत्तर प्रदेश की कुल आबादी का 17% निषाद समाज के लोग हैं और वहीं पर  यादव केवल 7% हैं जब 7%  वाले यादव लोग अपनी पार्टी बनाकर, सरकार बनाकर, अपने पुत्रो व भाइयों को नौकरी व रोजगार दिलाने का काम कर सकते हैं तो निषाद तो उनसे बहुत ज्यादा हैं। डॉक्टर साहब के नेतृत्व में निषाद भाई एक होकर उनके आदेश को माने और सभी निषाद इकट्ठा होकर अपने समाज जो बहुत ही पिछड़ा हुआ है उसे आगे बढ़ाने का काम करें।
   हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष महामना डॉ संजय कुमार निषाद ने बताया है कि जिसका दल होता है उसका बल होता है और उसी की समस्यों का हल होता है, तो आप भी जागो, उठो और समझो कि हमें भी अपने अधिकार को पाना है और डॉक्टर संजय निषाद जी के आदेश को मानना है। किसी भी व्यक्ति या दूसरी पार्टी के नेताओं के बहकावे में ना आयें। अपनी पार्टी को मजबूत बनाना है। महाराज गुह्यराज की जयंती के व्यवस्थापक जय राम निषाद (प्रधान)जी रहे।