लखनऊ, उत्तर प्रदेश (Lucknow, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव सन्देश (Eklavya Manav Sandesh) ब्यूरो रिपोर्ट, 14 अप्रैल 2019। डॉ. संजय कुमार निषाद की चाणक्य नीति से बढ़ेगा निषादों का सम्मान और मिलेगा एनडीए गठबंधन से आरक्षण का अधिकार।
निषाद आरक्षण के लिए या तो आपको सत्ता में अपनी पार्टी की सरकार बनाकर आना होगा या फिर सत्ता के साथ गठबंधन करके भी आरक्षण प्राप्त कर सकते हैं। यही रास्ता महामना तय करने के लिए लगे हुए हैं। जिसका परिणाम भी जल्दी ही आप सभी को दिखाई देगा।
उत्तर प्रदेश सहित भारत के सम्पूर्ण निषाद वंश की समस्त जातियों की एकता और उनके अधिकारों को प्राप्त करने के लिए निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामना डॉ. संजय कुमार निषाद जी की चाणक्य नीति ही काम आ सकती है। डॉ. संजय कुमार निषाद ने पिछले दिनों एनडीए के साथ गठबंधन किया है। और उसी के तहत उत्तर प्रदेश के निषाद वंशियों को आरक्षण का मार्ग सीघ्र प्रसस्त होने वाला है। जल्दी ही उत्तर प्रदेश सरकार इलाहाबाद हाईकोर्ट के आरक्षण से 29 मार्च 2017 को हटाये गए आदेश को पूरे प्रदेश में लागू करने के लिए एक प्रपत्र सभी जिलाधिकारियों को भेजने वाली है। और निषाद पार्टी को प्रदेश के साथ केंद्र तक पहुंचने में साथ देने के वायदे का मार्ग भी सभी को दिखाई देने लगेगा।
आज 14 अप्रैल को निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामना डॉ. संजय कुमार निषाद जी की एक मीटिंग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के साथ होने वाली है। इस बैठक में तय किया जाएगा कि चुनाव में किस स्थान से निषाद पार्टी चुनाव लड़ेगी और कैसे गोरखपुर के सांसद ईं.प्रवीण कुमार निषाद जी को भी लोकसभा चुनाव में जीत दिलाकर भेजा जायेगा।
निषाद पार्टी के सभी पदाधिकारियों और शुभ चिंतको को अपने नेता पर भरोसा रखना चाहिए। निषाद पार्टी से जो भी गया उसका कोई भी अस्तित्व नहीं रहा। निषाद पार्टी के झंडे की इज्ज़त करना और नेतृत्व पर विस्वास करना ही समाज और कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों की जिम्मेदारी है।
निषाद आरक्षण के लिए या तो आपको सत्ता में अपनी पार्टी की सरकार बनाकर आना होगा या फिर सत्ता के साथ गठबंधन करके भी आरक्षण प्राप्त कर सकते हैं। यही रास्ता महामना तय करने के लिए लगे हुए हैं। जिसका परिणाम भी जल्दी ही आप सभी को दिखाई देगा।
उत्तर प्रदेश सहित भारत के सम्पूर्ण निषाद वंश की समस्त जातियों की एकता और उनके अधिकारों को प्राप्त करने के लिए निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामना डॉ. संजय कुमार निषाद जी की चाणक्य नीति ही काम आ सकती है। डॉ. संजय कुमार निषाद ने पिछले दिनों एनडीए के साथ गठबंधन किया है। और उसी के तहत उत्तर प्रदेश के निषाद वंशियों को आरक्षण का मार्ग सीघ्र प्रसस्त होने वाला है। जल्दी ही उत्तर प्रदेश सरकार इलाहाबाद हाईकोर्ट के आरक्षण से 29 मार्च 2017 को हटाये गए आदेश को पूरे प्रदेश में लागू करने के लिए एक प्रपत्र सभी जिलाधिकारियों को भेजने वाली है। और निषाद पार्टी को प्रदेश के साथ केंद्र तक पहुंचने में साथ देने के वायदे का मार्ग भी सभी को दिखाई देने लगेगा।
आज 14 अप्रैल को निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामना डॉ. संजय कुमार निषाद जी की एक मीटिंग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के साथ होने वाली है। इस बैठक में तय किया जाएगा कि चुनाव में किस स्थान से निषाद पार्टी चुनाव लड़ेगी और कैसे गोरखपुर के सांसद ईं.प्रवीण कुमार निषाद जी को भी लोकसभा चुनाव में जीत दिलाकर भेजा जायेगा।
निषाद पार्टी के सभी पदाधिकारियों और शुभ चिंतको को अपने नेता पर भरोसा रखना चाहिए। निषाद पार्टी से जो भी गया उसका कोई भी अस्तित्व नहीं रहा। निषाद पार्टी के झंडे की इज्ज़त करना और नेतृत्व पर विस्वास करना ही समाज और कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों की जिम्मेदारी है।