निषाद पार्टी के भाजपा से गठबंधन पर Times of India ने भी प्रकाशित किया जबरदस्त लेख

गोरखपुर, उत्तर प्रदेश (Gorakhpur, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव संदेश (Eklavya Manav Sandesh) ब्यूरो रिपोर्ट, 17 मई 2019। निषाद पार्टी का भाजपा से हुआ गठबंधन 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए बन रहा है संजीवनी।
(टाइम्स ऑफ इंडिया के आज 17.05.2019 के अंक की ट्विटर लिंक नेहा शुक्ला (लखनऊ प्रभारी) जी द्वारा भेजी गई लिंकः आपके लिए
https://twitter.com/NehaShuklaTOI/status/1129235727106002944?s=08 )
     आज के टाइम्स ऑफ इंडिया में निषाद पार्टी के उद्देश्य और भाजपा से हुए गठबंधन के विषय में बहुत ही विस्तार से लिखा है। इस चुनाव में निषाद वोट निर्णायक भूमिका में है। अंतिम चरण के 19 मई के चुनाव में पूर्वी उत्तर प्रदेश की सभी लोकसभा सीटों पर निषादों की बहुलता है।
     निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय कुमार निषाद की दूरदृष्टि से आने वाले समय में आरक्षण सहित निषादों की अनेकों समस्याओं के समाधान की उम्मीद 23 मई को केंद्र में बनने वाली सरकार और योगी आदित्यनाथ जी की उत्तर प्रदेश सरकार के माध्यम से होने की निषादों को है। क्योंकि बसपा और सपा पार्टीयों के नेतृत्व को, निषादों का राजनीतिक रूप से मजबूत होने पर अपनी अपनी पार्टी के लिए खतरनाक साबित होना दिखायी देता है। क्योंकि निषाद पार्टी के उभार ने 2017 के विधानसभा चुनाव में जमीन पर पटक दिया था। और उसी मजबूरी के कारण 2018 के गोखपुर लोकसभा उपचुनाव में इन पार्टीयों ने निषाद पार्टी को साथ लेकर चुनाव लड़ा था। और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के बेटे ईं.प्रवीण कुमार निषाद ने जीत हासिल की थी। लेकिन 2019 के हो रहे लोकसभा चुनाव में बसपा ने एक भी निषाद को उत्तर प्रदेश में टिकट नहीं दिया और निषाद पार्टी को भी धोखे में रखा। इस धोखे को पहचान कर दूसरे चरण के नामांकन के दौरान भाजपा के साथ अपने निषाद समाज की समस्याओं के समाधान की शर्तों पर चुनावी गठबंधन किया और आज सभी जगज निषाद वोट महत्वपूर्ण भूमिका में पहुंच गया है।
      निषाद पार्टी के मुखपत्र एकलव्य मानव संदेश ने निषाद सामज को जागरूक करने में महती भूमिका निभाई है। इसका भी टाइम्स ऑफ इंडिया समाचार पत्र ने जिक्र इस संक्रमण में आज किया है। इसके लिए हम टाइम्स ऑफ इंडिया समाचार पत्र समूह और उसकी टीम को धन्यवाद देते हैं।