जैतपुर कलां, बाह, आगरा, उत्तर प्रदेश (Jaitpur Kalan, Bah, Agra, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव सन्देश (Eklavya Manav Sandesh), सहायक रिपोर्टर धनसिहं निषाद के साथ सुरेंद्र सिंह वर्मा की रिपोर्ट, 08 जून 2019। ग्राम पंचायत सिमराई के उप ग्राम गुढा़ जो निषाद बाहुल्य है, और नन्दगवाँ पिनाहट मार्ग, अभय पुरा चौराहे से लगभग 10 किमी. ऊबड़ खाबड़ जंगल के बीच से गुजरता रास्ता चम्बल नदी के किनारे बसा हुआ है। इस गुढा़ गाँव से आने जाने के लिये गाँव वालों को बहुत कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है और गांव के सभी हैण्ड पम्प खराब हो चुके हैं। इस भीषण गर्मी में यहाँ के निषादों को पीने के लिये पानी का एकमात्र सहारा चम्बल नदी है।
गुढ़ा गांव के लोगों लिए न तो आने जाने के लिए रास्ता है और ना ही पीने के लिए पानी की सुविधा। इसलिए चम्बल का दूषित पानी पीने के लिए ग्रामवासी मजबूर हैं।
केदार सिंह निषाद व अमरसिहं निषाद व बैजनाथ सिंह निषाद व भौंदेलाल निषाद, एवरनसिहं निषाद आदि इन लोगों का कहना है कि इस गांव की 700 की आबादी है। लेकिन यहाँ पर कोई नेता, सांसद, विधायक या कोई प्रशासनिक अधिकारी, हमारी समस्या को सुनने के लिए नहीं आता है। यहाँ के निवासी मूलभूत सुविधाओं से आज तक वंचित हैं।
गुढ़ा गांव के लोगों लिए न तो आने जाने के लिए रास्ता है और ना ही पीने के लिए पानी की सुविधा। इसलिए चम्बल का दूषित पानी पीने के लिए ग्रामवासी मजबूर हैं।
केदार सिंह निषाद व अमरसिहं निषाद व बैजनाथ सिंह निषाद व भौंदेलाल निषाद, एवरनसिहं निषाद आदि इन लोगों का कहना है कि इस गांव की 700 की आबादी है। लेकिन यहाँ पर कोई नेता, सांसद, विधायक या कोई प्रशासनिक अधिकारी, हमारी समस्या को सुनने के लिए नहीं आता है। यहाँ के निवासी मूलभूत सुविधाओं से आज तक वंचित हैं।