माफ़ नहीं करेंगी पीढ़ी, इन सत्रहों की संतानें

अलीगढ़, उत्तर प्रदेश (Aligarh, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव सन्देश (Eklavya Manav Sandesh) ब्यूरो रिपोर्ट, 12 जुलाई 2019।
।। दिल की बात।।
माफ़ नहीं करेंगी पीढ़ी,
इन सत्रहों की संतानें।
प्रश्न उठेगा उनके मन में,
संजय जी की क्यों न माने।।
  जब रोड पर संजय लड़ते थे,
तो घर में छुपे थे दादा तुम,
साथ दिए होते संजय का
तो नाम कमाते बाबा तुम।
  अखिलेश निषाद शहीद हुए,
जब मगहर के मैदानों में।
क्यों छुपे थे दादा बाबा,
    अपने अपने मकानों में।
समाधान-लोचन निषाद जी,
ऊधमसिंह को दुनिया जाने।। माफ़ नहीं करेंगी पीढ़ी, इन सत्रहों की संतानें-------------
शरम नहीं सत्रह वालों,
धिक्कार तेरी जवानी है।
नसों में बहने वाला खून,
क्या खून नहीं वह पानी है।
हुआ सवेरा गया अंधेरा,
डा संजय जी आये है।
आगे आगे चल रहे हैं,
नयी रोशनी लाये है।
सड़क से लेकर संसद तक,
लड़ने को वे है ठाने।। माफ़ नहीं करेंगी पीढ़ी-----------
कब तक छुपे रहोगे घर में,
व्यस्त रहोगे टी बी में।
बूढ़े सड़क पर संघर्ष करेंगे,
तुम मस्त रहोगे बीबी में।
मांगे से नहिं मिलने वाला,
छीन के यारों लेना है।
अपने हक़ अधिकार के खातिर,
यह गर्दन बलि देना है।
धिक्कार तुम्हें ऐ सत्रह वालों,
अब तो संजय की मानें।। माफ़ नहीं करेंगी पीढ़ी-----------।।
राजा कश्यप की औलादों,
कब तक तुम अब सोओगे।
होश में अब तो आ जाओ,
नहीं तो बच्चे रोयेगें।
एक बार औकात दिखा दो,
देश के इन बेइमानो को।
 जो सत्तर सालों से लूट रहे है,
आजादी के दीवानों को।
सत्रह का scआरक्षण,
कसम है सबको दिल से खाने।
बी डी निषाद प्रतापगढ़ी की,
दिल की बात सभी जाने।। माफ़ नहीं करेंगी पीढ़ी,इन सत्रहों की संतानें। प्रश्न उठेगा उनके मन मेंहदी, संजय की क्यों न माने।।
      रचियता
      निषाद बी.डी.बिन्द
         प्रतापगढ़