आज निषाद पार्टी पूरे उत्तर प्रदेश की सभी तहसीलों में 17 जातियों के इलाहाबाद हाईकोर्ट के निर्देशानुसार SC के प्रमाण पत्र जारी करने के लिए सौंप रही है ज्ञापन


गोरखपुर, उत्तर प्रदेश (Gorakhpur, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव संदेश (Eklavya Manav Sandesh) ब्यूरो रिपोर्ट, 16 जुलाई 2019। आज निषाद पार्टी पूरे उत्तर प्रदेश की सभी तहसीलों में 17 जातियों के इलाहाबाद हाईकोर्ट के निर्देशानुसार SC के प्रमाण पत्र जारी करने के लिए सौंप रही है ज्ञापन। निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आज दिनांक 16/07/2019 दिन मंगलवार को तहसील दिवस पर तहसीलदारों से अपील किया है कि प्रार्थी गणों को उत्तर प्रदेश शासन द्वारा दिनांक 24/06/2019 के आदेश के अनुपालन में अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र बनाने का आदेश जारी करें।
   14% आबादी अतिपिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति के हकदार हैं के लिए हाईकोर्ट के आदेश 29/3/2017 को मानकर भाजपा सरकार के मुख्य मंत्री मा. योगी जी व गृहमंत्री मा. अमित शाह जी ने लिया एतिहासिक फैसला अब मिलेगा  कहार, कश्यप, केवट, मल्लाह, निषाद, कुम्हार, प्रजापति, धीवर, बिन्द, भर, राजभर, धिमर, बाथम, तुरहा, गोड़िया, मांझी तथा मछुआ को पिछड़े वर्गों के बजाय अनुसूचित जाति का लाभ, उत्तर प्रदेश शासन द्वारा जारी 153/2019/2580/26-3-219-3(15)/2007टी.सी.-1 24/06/2019 के शासनादेशानुसार अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र निर्गत करने का सभी जिलों के जिलाधिकारियों को आदेश दिया है। भारत सरकार के राजपत्र सेंसस मैनुअल 1961 एवं अनुसूचित जाति या अनुसूचित जातियां आदेश संशोधन अधिनियम 1976 एवं शासनादेश  234/2016/297 सी.एम./26-3-2016-3 (15)/2007 दिनांक 22.12.2016 के आलोक के आधार पर उपरोक्त सभी जातियों को मझवार, गोंड, तुरैहा और शिल्पकार जाति का प्रमाण पत्र निर्गत करना सम्भव हुआ है।
      वहीं 4% आबादी के जाटव के सभी उपजाति के लोग 23% आरक्षण का लाभ अकेले 70 साल से लोकसभा, विधानसभा, सचिवालय एवं सभी विभागों में ले रहे हैं। और 17 जातियों को अनुसूचित जाति में 1961 में राष्ट्रपति ने अधिसूचना जारी कर अनुसूचित जाति घोषित किया है। धोखेबाजी से इन जातियों को 1994 में पिछड़ी में डाल कर बर्बाद कर दिया। और जाटव नेताओं के द्वारा झूठा प्रचार किया जा रहा है कि यह अधिकार संसद को है। लेकिन जाटव की सभी उपजातियां उसी 1961 के राष्ट्रपति के अधिसूचना के अनुसार अनुसूचित जाति का लाभ ले रहे हैं।
     निषाद पार्टी के संघर्षों के परिणामस्वरूप आज  शासनादेश अनुसार अति पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल होने से विद्यार्थियों को नौजवानों, गरीबों, शोषित वर्ग को सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा। निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय कुमार निषाद जी ने कार्यकर्ताओं एवं मछुआ समुदाय के तरफ़ से प्रदेश के ओजस्वी मुख्यमंत्री मा. योगी आदित्यनाथ जी, मां. सिद्धार्थ नाथ सिंह, मा. जे.पी. नड्डा साहब जी को बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं  दी और इस फैसले का जोरदार स्वागत किया है। इस फैसले से अति पिछड़ी जातियों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। डॉ संजय कुमार निषाद जी ने कहा कि छात्रों को उच्च शिक्षा में सरकारी नौकरियों में एसी का कोटा का लाभ मिलेगा। आने वाले समय में अति पिछड़ी जातियों के लड़के आईएएस पीसीएस अधिकारी बनकर समाज एवं राष्ट्र का मान बढ़ाएंगे। पिछली सरकारों में पिछड़ी जातियों का मानसिक शोषण होता था भाजपा सरकार ने अति पिछड़ी जातियों के साथ जो वादा किया था उन्हें अनुसूचित जाति का हक देकर छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा एवं सरकारी विभागों में होने वाली भर्ती में कोटा देगी इस एतिहासिक फैसले से अब अतिपिछड़ी जातियों कहार, कश्यप, केवट, मल्लाह, निषाद, कुम्हार, प्रजापति, धीवर, बिन्द, भर, राजभर, धिमर, बाथम, तुरहा, गोड़िया, मांझी तथा मछुआ को अनुसूचित जाति के केटेगरी में डालने का सीधा फायदा मिलेगा।