फाइनेंस कर्मी की हत्या में शामिल दो अपराधी गिरफ्तार

समस्तीपुर, उत्तर प्रदेश (Samastipur, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव संदेश (Eklavya Manav Sandesh) ब्यूरो चीफ राजेश कुमार रौशन की रिपोर्ट, 20 अक्टूबर 2019। फाइनेंस कर्मी की हत्या में शामिल दो अपराधी गिरफ्तार। जनपद समस्तीपुर के बिथान प्रखंड क्षेत्र में पिछले दिनों हुई एक फाइनैंस कम्पनी के कर्मी की हत्या में शामिल दो अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है।
     बताते चलें कि बेलाही और धरावा के बीच पिछले दिनों एक फाइनेंसर कंपनी के कर्मी, साहेब कुमार (25 वर्ष) की गोली मारकर हत्या एवं लूट की घटना में शामिल दो अपराधियों की गिरफ्तारी की गई। थाना परिसर में शुक्रवार की देर संध्या डीएसपी रोसडा सहीयार अख्तर ने प्रेस कांफ्रेंस कर घटना के बारे में बताया कि पुलिस अधीक्षक समस्तीपुर विकास वर्मन के द्वारा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सहियार अख्तर के नेतृत्व में वैज्ञानिक तकनीकी के माध्यम से अनुसंधान टीम की गठन की थी। जिसमें पांच अधिकारी शामिल किये गए थे। जिनमें प्रमुख रूप से थाना अध्यक्ष बिथान संतोष कुमार, एसआई इम्तियाजुल हक, हसनपुर थाना अध्यक्ष चंद्रकांत गौरी को टीम में शामिल किया गया था।
   टीम द्वारा विज्ञानिक तरीके से अनुसंधान में वकील मुखिया पिता शीकेन्द्र मुखिया, खेड़ाकोट निवासी की गिरफ्तारी की गई थी। पूछताछ  में बताया कि हत्या में दशरथ मुखिया, नर सिंह मुखिया खेड़ाकोट गांव, सुभाष चौपाल एवं मोहम्मद हसन उर्फ हसलेन, धरेलवा गांव निवासी बताए गए हैं। टीम द्वारा गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर, दशरथ मुखिया को भी गिरफ्तार किया गया था, जिसने बताया कि घटना के एक दिन पूर्व बिथान बाजार में रावण दहन के समय लूट की योजना बनाई गई थी। जिसमें विक्रम ताती के द्वारा बताया गया, कि 10 अक्टूबर को भारत फाइनेंसर कर्मी बेलाही के अगल-बगल गांव में पैसा वसूली किए जाएंगे।
    बताया गया कि उसी समय के अनुसार सभी अपराधी फाइनैंस कर्मी के इर्द-गिर्द उपस्थित थे। फाइनैंस कर्मी पैसा लेकर धरेलवा गांव से बेलाही गांव की ओर निकला, जिसपर पहले विक्रम ताती द्वारा गोली मारी गई तथा पैसा लूट कर सभी भाग निकले। सभी अपराधी के  द्वारा पैसा को आपस में बांट लिया गया।
    अनुमंडल पुलिस अधिकारी ने बताएं की वकील मुखिया का पूर्व से अपराध का इतिहास रहा है। और वह धारा 392 भारतीय दंड  संगीता में जेल जा चुका है। उन्होंने कहा कि दोनों चचेरा भाई हैं। एक माह पूर्व जयपुर से आया था। दशरथ मुखिया को पैसे की जरूरत थी। लूट की घटना का अंजाम देने के लिए हत्या में शामिल हथियार वकील मुखिया ने विक्रम ताती को उपलब्ध कराये थे। गिरफ्तार दोनों व्यक्ति ने हत्या में शामिल होने की बात स्वीकार की है। फरार अपराधी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापामारी कर रही है।