कश्यप निषाद बिंद माझी गौंड प्रजापति राजभर समुदाय के सभी साथियो 11 दिसम्बर 2019 को दिल्ली चलो- चलो दिल्ली

अलीगढ़, उत्तर प्रदेश (Aligarh, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव संदेश (Eklavya Manav Sandesh)ब्यूरो रिपोर्ट, 27 नवम्बर 2019। कश्यप निषाद बिंद माझी गौंड प्रजापति राजभर समुदाय के सभी साथियो 11 दिसम्बर 2019 को दिल्ली चलो- चलो दिल्ली।
     उत्तर प्रदेश की अनुसूचित जाति में मझवार, गोंड, बेलदार, तूरैहा, शिल्पकार, पासी-तरमाली, दर्ज है, किंतु उनकी 17 पुकारू उप जातियां- केवट, मल्लाह, कहार, कश्यप, निषाद, धीवर, बिन्द, धीमर, बाथम, तुरहा, गोड़िया, माझी, कुम्हार, प्रजापति, भर, राजभर वंचित हैं, को अनुसूचित जाति का लाभ  दिलाने हेतु सपा सरकार ने केंद्र सरकार को संस्तुति भेजा, जिसके लंबित रखने पर 10 अक्टूबर 2005 को  तत्कालीन श्री मुलायम सिंह यादव की सरकार द्वारा अनुसूचित जाति की सुविधा हेतू, जारी शासनादेश पर बसपा के अनुषांगिक संगठन द्वारा, माननीय उच्च न्यायालय में मुकदमा कर शासनादेश पर रोक लगाने और बसपा सरकार बनने पर पहली ही कैबिनेट बैठक में 6 जून 2007 को शासनादेश को समाप्त करने व केंद्र में भेजी संस्तुति को वापस मंगाने का काम किया। 
      वर्ष 2012 में आर्थिक सामाजिक शैक्षिक रूप से पिछड़े मछुआरों को अनुसूचित जाति का लाभ दिलाने हेतु तत्कालीन समाजवादी पार्टी की उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा केंद्र को भेजी संस्तुति को, केन्द्र की भाजपा सरकार की शह पर महा पंजीयक (R.G.I.) द्वारा तीसरी बार संस्तुति खारिज करने पर राज्य सरकार सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश, हाईकोर्ट के महाधिवक्ता से 17 जातियों को परिभाषित करने का लीगल ओपिनियन मंगा कर अनुसूचित जाति का लाभ/सुविधा दिलाने का जारी 22 दिसम्बर 2016 के शासनादेश पर पुनःबसपा की अनुषांगिक संस्था द्वारा स्थगन आदेश कराया गया, जिसका अनुपालन मात्र 3 दिन के अंदर योगी सरकार द्वारा कर दिया गया, किंतु कोर्ट के स्थगन आदेश खारिज होने पर 2 साल 3 महीने तक अनुपालन नहीं किया। कोर्ट के सख्त निर्देश पर पूर्व के दोनों G.O. के अनुपालन के बजाय 24 जून 2019 को अनुसूचित जाति में शामिल करने का नया शासनादेश किया तथा आर्टिकील 341 का वायलेशन अपने खाश समर्थक गोरख प्रसाद से चैलेंज कराकर और सरकारी वकील से पैरवी न करने के निर्देश देकर कोर्ट से स्थगन आदेश होने दिया, के आलोक में दिनांक 14 अक्टूबर 2019 को 21-12 -2016 व 22 -12 -2016 और 24-6 -2019 तीनो G.O को वापस/निरस्त कर दिया।
ऐसी दशा मे हमारे 17 उपजातियों के सम्मानित साथियों अब हमारे लिए करो या मरो का ही सिर्फ विकल्प बचा है।
     अतएव कश्यप निषाद बिंद माझी गौंड प्रजापति राजभर समुदाय के सभी साथियो 11 दिसम्बर 2019 को दिल्ली चलो- चलो दिल्ली।
आरक्षण कोई भीख नहीं है, यह अधिकार हमारा है।
संघर्ष करो लक्ष्य प्राप्त करो।
आपकासाथी
शंखलाल माझी
पूर्व मंत्री/पूर्व सांसद

विशम्भर प्रसाद निषाद
राज्यसभा सांसद/पूर्व मंत्री

सह निवेदक 
एकलव्य मानव कल्याण आर्मी