17 जातियों के मित्रो अपने अधिकार के लिए लड़ो, 11 दिसम्बर को दिल्ली चलो-संख लाल माझी

लखनऊ, उत्तर प्रदेश (Lucknow, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव संदेश (Eklavya Manav Sandra), ब्यूरो रिपोर्ट, 20 नवम्बर 2019। मित्रो जब समाज में किसी की बर्बर हत्या की घटना होती है तो कानून व्यवस्था पर, आपको गुस्सा आता है!!
       जब किसी गरीब की बहू बेटी के साथ बलात्कार होता है तो आपको गुस्सा आता है!!
     जब सरकार के अस्पतालों में ऑक्सीजन ना होने से ना बलिकों की मृत्यु होती है तो आपको गुस्सा आता है !!
 सडकों की दशा खराब होने पर आपको गुस्सा आता है!!
       लेकिन जब उत्तर प्रदेश की भाजपा की योगी आदित्यनाथ की सरकार, आर्थिक, सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े समाज की 17 जातियों का आरक्षण समाप्त करती है तो आपको क्या गुस्सा आता है?
      मुझे नहीं लगता कि समाज के जितने भी व्हाट्सएप फेसबुक और इंस्ट्राग्राम और अन्य सोशल मीडिया चलाने वाले प्रजापति, राजभर, बिंद, कश्यप, निषाद समाज के लोगों के द्वारा इस विषय में एक भी पोस्ट कहीं किया गया ?
      इसका मतलब आप के आरक्षण को सरकार ने छीन लिया और आपको गुस्सा नहीं है !! अगर ऐसा ही रहा तो फिर अपने समाज के आर्थिक सामाजिक शैक्षिक उत्थान की बात करने वालों को चुप ही रहना अच्छा है।
    हफ्तों से 17 जातियों के आरक्षण समाप्त करने के विरोध में " कश्यप, निषाद, बिंद, माझी, राजभर, प्रजापति, गौंड  महासंघ " द्वारा दिल्ली जंतर-मंतर पर 11 दिसंबर 2019 को धरना प्रदर्शन की अपील हो रही है, लेकिन किसी भी फेसबुकिया साथी ने इस पर अपनी कोई पोस्ट नहीं डाली !! यह आपकी उदासीनता का द्योतक है !!
17 जातियों के मित्रो अपने अधिकार के लिए लड़ो, 11 दिसम्बर को दिल्ली चलो
-संख लाल माझी (पूर्व मंत्री एवं पूर्व सांसद)