अनिता देवी पत्नी श्री अर्जुन सिंह कश्यप की गाज़ीपुर जेल से हुई रिहाई

ग़ाज़ीपुर, उत्तर प्रदेश (Gazipur, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव संदेश (Eklavya Manav Snadesh) ब्यूरो दुर्ग विजय साहनी की रिपोर्ट, 21 नवम्बर 2019। अनिता देवी पत्नी श्री अर्जुन सिंह कश्यप की गाज़ीपुर जेल से हुई  रिहाई। गाज़ीपुर निषाद SC आरक्षण आंदोलन के हीरो अर्जुन सिंह कश्यप जी की पत्नी अनीता देवी को पुलिस ने 14 नवम्बर को किया था गिफ्तार। अनीता देवी की रिहाई घरवालों एवं राजिंद्र बिन्द ने कराई है। इससे पहले इसी केस में 41 लोगो की रिहाई भी इन्होंने ही कराई थी।
     पिछले साल निषाद SC आरक्षण के लिए गाज़ीपुर जनपद के कठवा मोड़ पर हुए आरक्षण आंदोलन के दौरान एक पुलिस कर्मी की भगदड़ और पत्थरबाजी के दौरान मौत हो गई थी। इसके बाद हुये पुलिस के तांडव का सैकड़ों निषाद वंश की महिलाओं, पुरुषों और बच्चों को शिकार होना पड़ा था। इस दौरान लगभग 90 लोगों को पुलिस ने बुरी तरह से मार पीट कर जेल में डाल दिया था। बड़ी संख्या में लोगों को नामजद करते हुए ज्ञात और अज्ञान में मुकदमा दायर किया था। अर्जुन सिंह कश्यप जी को मुख्य आरोपी बनाया था, जिसके कारण उन्होंने ने समर्पण कर दिया था और बाद में जमानत पर रिहाई हुई थी। अर्जुन सिंह कश्यप जी की पत्नी अनीता देवी को भी पुलिस ने इसी आंदोलन में वारन्ट जारी किया था। और उसी आधर पर उनको गिरफ्तार कर लिया गया था। इसी रेल रोको आंदोलन में योगी आदित्यनाथ नाथ की भाजपा सरकार की पुलिस ने निषाद SC आरक्षण को कुचल देने के लिए अपनी सारी मर्यादाएं लांघते हुये गाज़ीपुर के ही हरनाथ बिन्द को उनके दो बेटों सहित भयंकर मार मारते हुए घायल अवस्था में गिरफ्तार करके जेल डाल दिया था, जहां जेल में ही हरनाथ बिन्द की मौत हो गई थी।
        अनिता देवी की गिरफ्तारी में भी राजनीतिक बू आती दिखाई दे रही थी, क्योंकि भाजपा और निषाद पार्टी का 2019 के लोकसभा चुनाव में गठबंधन हुआ था और योगी आदित्यनाथ जी ने खुद निषाद आरक्षण को पूरा करने के लिए वायदा किया था, लेकिन योगी आदित्यनाथ की भाजपा सरकार ने 17 जातियों के आरक्षण पर सुरुआत से ही हीलाहवाली दिखाई और सबा दो साल तक 22 दिसम्बर 2016 के तत्कालीन उत्तर प्रदेश सरकार के शासनादेश पर 29 मार्च 2018 के इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश को लागू ही नहीं किया। बाद में 24 जून 2019 को शासनादेश जारी किया जिसको गोरखपुर के ही गोरखनाथ ने सरकार की लाचारी पर स्टे ले लिया और बाद में सरकार ने मझबार, तुरैहा, गौंड़, बेलदार, शिल्पकार, पासी, तरमाली की उपजतियों के आरक्षण लागू करने के सभी शासनादेश वापिस के लिए।
         अर्जुन सिंह कश्यप के नेतृत्व में निषाद पार्टी में एक बड़ी बगावत SC आरक्षण को लेकर हुई है और
अर्जुन सिंह कश्यप को विद्रोही ग्रुप द्वारा बनाई गई रुद्र महा सेना का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया है। और इसी धड़े के अर्जुन सिंह कश्यप सहित कुछ बड़े पदाधिकारियों पर दबाब बनाने के लिए निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के इसारे पर सुल्तानपुर की एक महिला द्वारा सामुहिक बलात्कार का एक मुकदमा दायर कराया गया था। बाद में मुकदमा दायर करने वाली उस महिला ने अपना मेडिकल कराने से मना कर दिया था
                 
      निषाद पार्टी का गिराफ दिन रात गिरता जा रहा है। पार्टी अध्यक्ष डॉ संजय कुमार निषाद अपनी नाकामयाबी को छुपाने के लिए पार्टी के बड़े बड़े पदाधिकारियों पर गिरफ्तारी और मुकद्दमेबाजी जैसे हथकंडे अपना रहे हैं। 16 और 17 नवम्बर को महा रुद्र सेना मुजफ्फरनगर में दो दिवसीय कैडर कैम्प का आयोजन किया गया था, इसलिए दबाब बनाने के लिए अनिता देवी की गिरफ्तारी कराई गई थी।