बलिया, उत्तर प्रदेश (Ballia, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव संदेश (Eklavya Manav Sandesh) ब्यूरो रिपोर्ट, 27 जनवरी 2020। गंगा यात्रा का ढोंग बन्द कर गरीबों को रोजगार और शिक्षा पर ध्यान दे भाजपा सरकार।
बलिया के गंगा किनारे निवास करने वाले तमाम गांव गंगा के कटान की वजह से भुखमरी के कगार पर हैं और आम जानता के टैक्स के पैसा को पानी की तरह गंगा यात्रा निकाल कर बहवाया जा रहा है। क्या यही है बीजेपी के सबका साथ सबका विकास का नारा।
जितना पैसा इस गंगा यात्रा में खर्च किया गया है, उसी पैसे से कटान पीड़ितों को मकान और जमीन दिलवा दी गयी होती, पक्का घाट बनवा देते तो, गंगा के किनारे निवास रत लोगों का भी कुछ भला हो गया होता और उनकी जिंदगी भी थोड़ी सुखमय हो गई होती। लेकिन भाजपा की मोदी सरकार को गंगा के किनारे के बाढ़ पीड़ितों और गरीबों के रोजगार की नहीं पाखण्ड की चिंता है लोगों के विकास की नहीं।
बलिया के गंगा किनारे निवास करने वाले तमाम गांव गंगा के कटान की वजह से भुखमरी के कगार पर हैं और आम जानता के टैक्स के पैसा को पानी की तरह गंगा यात्रा निकाल कर बहवाया जा रहा है। क्या यही है बीजेपी के सबका साथ सबका विकास का नारा।
जितना पैसा इस गंगा यात्रा में खर्च किया गया है, उसी पैसे से कटान पीड़ितों को मकान और जमीन दिलवा दी गयी होती, पक्का घाट बनवा देते तो, गंगा के किनारे निवास रत लोगों का भी कुछ भला हो गया होता और उनकी जिंदगी भी थोड़ी सुखमय हो गई होती। लेकिन भाजपा की मोदी सरकार को गंगा के किनारे के बाढ़ पीड़ितों और गरीबों के रोजगार की नहीं पाखण्ड की चिंता है लोगों के विकास की नहीं।