मथुरा जनपद में जाट बाहुल्य गांव में निषाद समाज की विधवाएं तरस रही हैं सरकारी योजनाओं को

मथुरा, उत्तर प्रदेश (Mathura, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव संदेश (Eklavya Manav Sandesh), ब्यूरो रिपोर्ट, 7 जनवरी 2019। मथुरा जनपद में जाट बाहुल्य गांव में निषाद समाज की विधवाएं तरस रही हैं सरकारी योजनाओं को। भाजपा की योगी मोदी सरकारें एक तरफ सरकारी योजनाओं के लाभ का ढिंढोरा पीट रही है तो दूसरी तरफ इन निषाद समाज की विधवाओं को न आवास मिला और नहीं मिली गैस और विधवा पेंशन।
        निषाद समाज का एक परिवार है। परिवार के मुखिया की करीब 1 साल पहले मौत हो गई और उनका इकलौता बेटा भी खत्म हो गया था। अब घर में दो विधवाएं हैं। पूरा गांव जाट लोगों का है। इन दोनों महिलाओं को न तो मकान मिला और नाहि दोनों को विधवा पैंशन आज तक मिली है। प्रधानमंत्री उज्वला योजना में गैस सिलेंडर और कनेक्शन भी नहीं मिला है।
    गांव का नाम है- पुरा, पो.- मगोर्रा, जिला-मथुरा, उत्तर-प्रदेश, पिन कोड 281001 है। दोनों विधवाओं के नाम अतर देवी पत्नी स्व. श्री पंचम सिह और श्रीमती लक्ष्मी पत्नी स्व श्री मुकेश जाति मल्लाह(  निषाद)  है। इनके पास दस बिसे जमीन है, उसका भी कोई पैसा नहीं मिलता है। यह हाल है उस सरकार के समय जहाँ कहा जा रहा है सबका साथ सबका विकास। लेकिन इन महिलाओं की स्थिति को देखकर लगता है कि केवल उनका ही विकास सरकार की प्राथमिकता है जो दवंगई और घूस के बदले सरकारी योजनाओं से लाभान्वित होते हैं।