बाँदा, उत्तर प्रदेश (Banda, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव संदेश (Eklavya Manav Sandesh) ब्यूरो रिपोर्ट, 29 फरवरी 2020। प्यासे बुंदेलखंड के किसानों को निराशा दे गये प्रधान मंत्री, यह बात राज्य सभा सांसद विशम्भर प्रसाद निषाद जी ने प्रेस को जारी अपनी एक विज्ञप्ति में कही है।
समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद व राष्टीय महा सचिव विशम्भर प्रसाद निषाद ने बुन्देलखण्ड के चित्तकूट जनपद में प्रधानमंत्री के आने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि बुन्देलखण्ड के किसानों छात्रों, बेरोजगारों, मजदूरों को आशा थी कि सभी के हितों के लिए योजनाएँ शुरू होंगी। परन्तु सिर्फ़ निराशा ही मिली। जबकि प्यासे बुन्देलख़ण्ड के किसानों को सिंचाई की व्यवस्था हेतु यमुना नदी से नई नहरों की योजना बनाकर सिंचाई व्यवस्था किया जाना चाहिए था। जबकि पूर्व से ही केन बेतवा गठजोड़ योजना पर आज तक कोई कार्य नहीं किया गया। वहीँ किसानों को के सी सी के लिए भटकना पडता है और अन्त में दलालों की शरण लेनी पडती है। अन्नाप्रथा से किसानों की नष्ट होने बाली फसल तथा बुन्देलखण्ड में अच्छी पैदावार देने बाली अलसी को फसल बीमा से जोडने की माँग थी तथा खुले आसमान में जाड़े व प्यास भूख से गोशालाओं में हजारों गायों के मरने का कोई जिक्र नहीं किया गया तथा अन्नाप्रथा को समाप्त करने की कोई घाषणा नहीं की गई।
सांसद श्री निषाद ने कहा कि बुन्देलख़ण्ड के दौरे पर प्रधानमंत्री जी से किसानों को बडो अशा थी कि यहां केे किसानों की तरक्की के लिए अन्ना प्रथा, सिंचाई की पर्याप्त व्यवस्था एवं किसानों की फसल की लागत के अनुसार उचित समर्थन मूल्य पर प्रधानमंत्री जी कोई घोषणा करेंगे। परन्तु इन बिंदुओं पर कोई घोषणा नहीं हुई। जब किसान की फसल ही सुरक्षित नहीं रहेगी एवं पैदावार अच्छी नही होगी तो किसान रेल योजना का कोई मतलब ही नहीं है।
घर्मनगरी चित्तकूट, बाँदा, हमीरपुर व महोबा जनपदों के उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्र वर्षों से विश्वविद्यालय खोले जाने की माँग कर रहे थे परन्तु प्रधानमंत्री जी छात्रों को भी निराशा दे गये। बुन्देलखण्ड से लाखों की संख्या में युवा बेरोजगार, रोजगार के लिए पलायन करते हैं जिसपर समाजवादी पार्टी सडक से लेकर संसद तक माँग कर चुकी है परन्तु प्रधानमत्री सिर्फ निराशा दे गये।
सांसद श्री निषाद ने यह भी कहा कि भगवा श्रीराम की दुहाई देने वाले सपा सरकार के शासनकाल में निर्मणाधीन हवाई पट्टी पर आज तक धर्मनगरी से तीर्थ यात्रियों के लिए उड़ाने नहीं नहीं चालू कीं गयी, जिससे कि यहाँ विदेशी पर्यटक आयें और बुन्देलखण्ड का विकास हो सके।
समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद व राष्टीय महा सचिव विशम्भर प्रसाद निषाद ने बुन्देलखण्ड के चित्तकूट जनपद में प्रधानमंत्री के आने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि बुन्देलखण्ड के किसानों छात्रों, बेरोजगारों, मजदूरों को आशा थी कि सभी के हितों के लिए योजनाएँ शुरू होंगी। परन्तु सिर्फ़ निराशा ही मिली। जबकि प्यासे बुन्देलख़ण्ड के किसानों को सिंचाई की व्यवस्था हेतु यमुना नदी से नई नहरों की योजना बनाकर सिंचाई व्यवस्था किया जाना चाहिए था। जबकि पूर्व से ही केन बेतवा गठजोड़ योजना पर आज तक कोई कार्य नहीं किया गया। वहीँ किसानों को के सी सी के लिए भटकना पडता है और अन्त में दलालों की शरण लेनी पडती है। अन्नाप्रथा से किसानों की नष्ट होने बाली फसल तथा बुन्देलखण्ड में अच्छी पैदावार देने बाली अलसी को फसल बीमा से जोडने की माँग थी तथा खुले आसमान में जाड़े व प्यास भूख से गोशालाओं में हजारों गायों के मरने का कोई जिक्र नहीं किया गया तथा अन्नाप्रथा को समाप्त करने की कोई घाषणा नहीं की गई।
सांसद श्री निषाद ने कहा कि बुन्देलख़ण्ड के दौरे पर प्रधानमंत्री जी से किसानों को बडो अशा थी कि यहां केे किसानों की तरक्की के लिए अन्ना प्रथा, सिंचाई की पर्याप्त व्यवस्था एवं किसानों की फसल की लागत के अनुसार उचित समर्थन मूल्य पर प्रधानमंत्री जी कोई घोषणा करेंगे। परन्तु इन बिंदुओं पर कोई घोषणा नहीं हुई। जब किसान की फसल ही सुरक्षित नहीं रहेगी एवं पैदावार अच्छी नही होगी तो किसान रेल योजना का कोई मतलब ही नहीं है।
घर्मनगरी चित्तकूट, बाँदा, हमीरपुर व महोबा जनपदों के उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्र वर्षों से विश्वविद्यालय खोले जाने की माँग कर रहे थे परन्तु प्रधानमंत्री जी छात्रों को भी निराशा दे गये। बुन्देलखण्ड से लाखों की संख्या में युवा बेरोजगार, रोजगार के लिए पलायन करते हैं जिसपर समाजवादी पार्टी सडक से लेकर संसद तक माँग कर चुकी है परन्तु प्रधानमत्री सिर्फ निराशा दे गये।
सांसद श्री निषाद ने यह भी कहा कि भगवा श्रीराम की दुहाई देने वाले सपा सरकार के शासनकाल में निर्मणाधीन हवाई पट्टी पर आज तक धर्मनगरी से तीर्थ यात्रियों के लिए उड़ाने नहीं नहीं चालू कीं गयी, जिससे कि यहाँ विदेशी पर्यटक आयें और बुन्देलखण्ड का विकास हो सके।