अलीगढ़, उत्तर प्रदेश (Aligarh, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव संदेश ब्यूरो रिपोर्ट।
सावधान दिल्ली चुनाव जीतने के लिए
अमित शाह ने खेला नया कार्ड।
एनआरसी पर फिलहाल ग्रह मंत्रालय में लगाई रोक। ठीक दिल्ली चुनाव से 4 दिन पहले गृह मंत्रालय से एलान करके रोक लगादी है।
अब आप क्रोनोलॉजी समझिए- जिन मुद्दों पर अब तक बीजेपी चुनाव लड़ रही थी-
ट्रिपल तलाक़
राम मंदिर
धारा 370
अब तीनों मुद्दे खतम हो चुके हैं। अब नए मुद्दे हैं-एनआरसी, एनपीआर, सीएए। जो फिलहाल दिल्ली चुनाव जीतने के लिए ठंडे बस्ते में डाले गए हैं ताके एक बार फिर जनता को धोखा देकर बरगला सकें। 2024 में भी खेले जाएंगे ये ट्रम्प कार्ड, हिन्दू वोट एक तरफ करने के लिए 2024 में वोट मांगा जाएगा एनआरसी के नाम पर। भाजपा चिल्लायेगी अगर 2024 में हमारी सरकार आती है तो हम एनआरसी लागू करके देश को हिंदू राष्ट्र बना देंगे। इस वक़्त एनआरसी को जानकर ठंडे बस्ते में डाला गया है।
सभी अपने भोले भाले मूलवासियों से अनुरोध है कि अब भाजपा के इन फरेबों से बाहर आकर इस सरकार से छुटकारा पाने के लिए आगे आएं। क्योंकि इस सरकार ने नोट बंदी, जीएसटी से देश पूर्ण रूप से बर्बाद कर दिया है। ये सरकार निठल्ली और विनाशकारी साबित हुई है। इस सरकार ने कभी भी विकास के नाम पर वोटर नहीं माँग।
अब बजट भी देख लीजिये- भाजपा सरकार बीसीईसीई, बीएसनल, आईडीबीआई की हिस्सेदारी, एलआईसी की हिस्सेदारी, एयर इंडिया, भारत पेट्रोलियम, सब कुछ नीलाम करके अपने चुनाव के बजट के लिए पैसे जुटाएगी। आरबीआई का खज़ाना पहले ही खाली करके बीजेपी देश को पंगु बना चुकी है।
अब फैसला हम सभी मूलवासियों को लेना है कि हिंदू मुस्लिम के नाम पर लड़ाकर राजनीति करने वाली इस सरकार के हाथों देश को बर्बाद करने के लिए फ़िर से इसे जिताकर देश को फिर से विकलांग बनाकर अंग्रेजों की गुलामी करने के लिए छोड़ देना है या अपने आने वाली पीढ़ी के भविष्य के इस सरकार से छुटकारा पाना है।
क्योंकि हिन्दू मुस्लिम की लड़ाई से देश कमजोर हुआ है ना कि बलवान है। बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार से देश बहुत पीछे जा रहा है। नौजवान हताश है।