आखिर तुम किस बात के लिये तैयार हो? -सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर IPS अधिकारी ने उठाये सवाल

एकलव्य मानव संदेश, साभार सोशल मीडिया। बी पी अशोक (IPS) ने आरक्षण पर आए सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के सापेक्ष उठाये प्रश्न ????
आखिर तुम किस बात के लिये तैयार हो?

1.तुम जाति खत्म करने को तैयार नहीं हो।
2.तुम नौकरियों में पर्याप्त प्रतिनिधित्व का सिद्धांत स्वीकार करने को तैयार नहीं हो।
3.जाति जनगणना के लिये भी तैयार नहीं हो।
4.अंतर्जातीय विवाहों के लिये भी तैयार नहीं हो।
5.अनु जाति के लोगों का हाथों का खाना तुम क्वारन्टीन पीरियड में भी खाने को तैयार नहीं हो।
6.अत्याचार खत्म करने को भी तैयार नहीं हो।
7.बिना कानून के अपनी मर्जी से रक्षा,न्याय पालिका में  प्रतिनिधित्व की आवश्यकता स्वीकार  करने को तैयार नहीं हो।
8.अपना जातिसूचक नाम तक हटाने को तैयार नहीं हो।
9.आई ए एस टाॅपर को भी काबिल मानने को तैयार नहीं हो।
10.इतिहास में अपनी भूमिका देखने को भी तैयार नहीं हो।
11.राष्ट्रवाद,लोकतंत्र और इतिहास की परिभाषा भी मानने को तैयार नहीं हो।
12.बड़े बड़े पदाधिकारियों को भी धर्म स्थल में प्रवेश देने को तैयार नहीं हो।
13.संविधान मानने को तैयार नहीं हो।
14.अपने घर की महिलाओं तक को बराबरी देने को तैयार नहीं हो। ऑनर किलिंग तक खत्म करने को तैयार नहीं हो।
15.संसद के कानून को मानने को भी तैयार नहीं हो।
16.आश्चर्य यह है कि तुम तर्क करने को भी तैयार नहीं  हो।
17.निजी क्षेत्र में प्रबंधन में प्रतिनिधित्व स्वीकार करने को भी तैयार नहीं हो।
18.न्यायपालिका में ,रक्षा क्षेत्र  में,मीडिया में भी सबके प्रतिनिधित्व को सवीकार करने को तैयार नहीं हो।
19.सामान्य वर्ग को 49.5% आरक्षण क्यों मिल रहा है इस पर चर्चा करने को और सामान्य वर्ग की क्रीमी लेयर को बाहर करने को तैयार नहीं हो।
 20.अभी साक्षात्कार खत्म करने को भी तैयार नहीं हो।
तुम्हें क्या अधिकार है कि तुम हमेशा हमें दबाकर ,पीछे धकेल कर ,कुचल कर,आवाज़ घोंटकर रखना चाहते हो।
डाॅ बी पी अशोक
IPS
(साभार)