चिल्लीराक्स गांव के गरीब तरस रहे हैं सरकारी राशन व सुविधाओं के लिए

राजपुर, चित्रकूट, उत्तर प्रदेश, एकलव्य मानव संदेश रिपोर्टर दशरथलाल निषाद की रिपोर्ट। चिल्लीराक्स गांव के गरीब तरस रहे हैं सरकारी राशन व सुविधाओं के लिए।
    आज हम आपको उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जनपद की तहसील राजपुर के चिल्लीराक्स गांव के गरीबों की दर्द भरी दास्तां की विशेष रिपोर्ट दिखने जा रहे हैं जो हमारे राजापुर रिपोर्टर दशरथलाल निषाद ने भेजी है।
(देखें वीडियो https://youtu.be/N4EWklBqPWQ)
   कोटेदार की दबंगई इस गांव में सामने आई है। गाँव के गरीब असहाय मजदूर जिनके पास एक रुपया की भी कमाई का साधन नहीं है उनको इस महामारी के दौरान सरकार द्वारा चलाई जा रही मुहिम का कोई लाभ नहीं पहुंच पा रह है। सरकार द्वारा दिया गया लाभ ग्राम प्रधान, ग्राम विकास अधिकारी और कोटेदार मिलकर बंदर बांट कर लेते हैं। ग्राम पंचायत चिल्ली राकस के दबंग कोटेदार जो भ्रस्टाचार का पर्याय बना हुआ है, कोटा लेने आने वाले ग्रामीणों को अपशब्दों का प्रयोग करता रहता है। 65 वर्षीय नानकी देवी ने बताया कि जब मैं कोटा लेने गई थी तो कोटेदार ने मुझे गली गलौज करते हुए वहां से लौटा दिया और कहा बाद में आना, इसी गांव की नानकी देवी के बेटे (39 वर्षीय जिसकी अभी शादी भी नहीं हुई) ने बताया कि अनाज तो हमको मिलता है लेकिन रो-धो कर दिया जाता है अर्थात ऐसा लगता है कि मानो कोटेदार अपने घर से दे रहा है। ग्रामीणों के अनुसार ये कोई नई बात नहीं है ऐसा यह हमेशा ही यह कोटेदार करता है।
    दूसरी तरफ नानकी देवी ने आरोप लगाया कि मुझे न तो वृद्धा पेंशन और न हीं उज्वला योजना के तहत गैस या मनरेगा में भी किसी प्रकार का लाभ दिया जा रहा है और ना ही शौचालय मिला है। प्रधानमंत्री मंत्री आवास योजना के तहत मिला आवास भी अधूरा पड़ा है क्योंकि यह आवास पूर्व प्रधान घनश्याम पांडेय के समय का है, जिसमें उसने आवास के नाम पर सात-सात हजार रुपये सभी ग्रामीणों से लिया गया था, जिनकी छत डालना अभी भी बाकी हैं। ये सभी बातें गाँव के किसी एक व्यक्ति की बात नहीं है, बहुत लोग हैं लेकिन आवाज नही उठाना चाहते हैं, वो डरते हैं कि कहीं बुराई न हो जाय।