बच्चों की हत्या के लिए न्याय मांग रहे कश्यपों पर भाजपा की खट्टर सरकार ने बरसाए जबरदस्त लठ

पानीपत, हरियाणा। पानीपत के बिझोल गाँव में कश्यप समाज के तीन मासूम बच्चों की हत्या विगत दिनों कर दी गई थी। इसके लिए पानीपत में न्याय माँग रहे कश्यप समाज एवं 36 बिरादरी की महिलाओं, पुरषों और बच्चों पर बीजेपी की खट्टर सरकार की पुलिस ने जबरदस्त लाठियां बराईं। ऐसी सरकार जो न्याय मागने पर लाठियां मारती हो उसे गद्दी पर रहने का कोई अधिकार नहीं है।
  (देखें वीडियो https://youtu.be/PRZuKH0c-_A)
ग्रामीणों को जीटी रोड से हटाने पर पुलिस ने पहले पानी की बौछार की और फ‍िर लाठीचार्ज कर खदेड़ा। बिंझौल गांव के तीन बच्‍चों की हत्‍या का आरोप ब्‍लीच हाउस के मालिकों व वहां रह रहे लोगों पर लगाया गया था। वहीं ग्रामीण आरोप लगाते हुए रोड जाम करने पहुंचे। लोगों का आरोप है कि पुलिस अब तक किसी को पकड़ नहीं सकी। ग्रामीणों का सब्र जवाब दे गया। जीटी रोड पर जाम लगा दिया। सुबह करीब 11 बजे बिंझौल के करीब एक हजार से ज्‍यादा ग्रामीण जीटी रोड पर आ गए। वे तीन बच्‍चों की मौत के मामले में इंसाफ की मांग कर रहे थे। जीटी रोड पर प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठ गए। इसके बाद जाम लग गया। इससे यातायात व्‍यवस्‍था पूरी तरह से ध्‍वस्‍त हो गई।
    कुछ ही देर में पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंच गया। वाटर कैनन और पुलिस बल को मौके पर बुलाया गया। पुलिस का कहना है कि रोड खाली कराने को लेकर ग्रामीणों ने बहस शुरू कर दी और पथराव किया। इसके बाद पानी की बौछार करके लाठीचार्ज करना पड़ा। इसमें ग्रामीणा और पुलिसकर्मी भी घायल हुए। कई गाडि़यों को भी कब्‍जे में लिया गया है। बिंझौल के ग्रामीणों का समर्थन देने के लिए कश्‍यप समाज संघर्ष समिति, खेत मजदूर संघ और नगर पालिका सफाई कर्मचारी संघ भी पहुंच गया। लोगों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। करीब एक घंटे तक रोड जाम से यातायात बेहाल हो गया। पुलिस प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर जाम खोलने को कहा तो ग्रामीण नहीं मानें।
   पुलिस के लाठीचार्ज और ग्रामीणों तरफ से भी पथराव होने से एक इंस्‍पेक्‍टर सहित दस पुलिसकर्मी और 20 से ज्यादा प्रदर्शनकारी घायल हो गए।
   प्रदर्शन और लाठीचार्ज के दौरान पानीपत से लेकर सिवाह और स्‍काईलार्क से लेकर बाबरपुर तक करीब पांच किमी लंबा जाम लग गया।
    20 से ज्‍यादा लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। साथ ही कई ट्रैक्‍टर, ट्राली, स्‍कूटी बाइक को भी जब्‍त किया गया।
   आज के प्रदर्शन का मूल कारण बिंझौल गांव के अरुण, लक्ष्य और वंश की मौत हुई थी। 7 जुलाई को छह बच्‍चे ब्लीच हाउस में पतंग की डोर लेने गए थे। परिजनों का आरोप है कि अरुण, वंश व लक्ष्य को केमिकल के टैंक में डुबोकर मार डाला। फिर शवों को रजवाहे में फेंक दिया। सागर, सचिन और  सावन ने भागकर जान बचाई। आठ मरला चौकी में ब्लीच हाउस संचालक सहित 12 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज है। इससे पहले बिंझौल के पशु अस्पताल में कश्यप समाज ने पंचायत की थी। गिरफ्तारी न होने से रोष जताया। पुलिस प्रशासन पर मिलीभगत का  आरोप लगाया। इस मौके पर निर्णय लिया गया कि 21 सदस्यीय कमेटी सोमवार को एसपी मनीषा चौधरी से मिलेगी। अगर फिर भी पुलिस प्रशासन ने उनकी सुनवाई नहीं की तो कमेटी निर्णय लेगी। 19 तक हत्या आरोपितों को गिरफ्तार करने की मांग उठी। इतने दिन बाद भी कोई समाधान नहीं हुआ तो जाम लगा दिया।
एकलव्य मानव संदेश माँग करता है दोषियों को जल्द से जल्द फाँसी होनी चाहिए।