राज्यसभा सांसद श्री विशम्भर प्रसाद निषाद जी ने उत्तर प्रदेश की 17 अतिपिछड़ी जातियों के लिए संविधान संशोधन की रखी मांग

नई दिल्ली (New Delhi)। निषाद वंश की जातियों के लिए सड़क से लेकर विधानसभा, लोकसभा और अब राज्यसभा में लगातार अपनी आवाज़ बुलंद करने वाले राज्यसभा सांसद श्री विशम्भर प्रसाद निषाद जी ने एकबार फिर उत्तर प्रदेश की 17 अतिपिछड़ी जातियों- कहार, कश्यप, केवट, मल्लाह, निषाद, कुम्हार, प्रजापति, धींवर, बिन्द, धीमर, रैकवार, बाथम, तुरहा, माझी, भर, राजभर को परिभाषित करने हेतु, संविधान में संशोधन की मांग लोकसभा चेम्बर से राज्यसभा में रखी।



     आदरणीय सांसद हम सबके हक अधिकार के संरक्षक श्री विशम्बर प्रसाद निषाद जी के इस प्रयास के लिए एकलव्य मानव संदेश परिवार की ओर से बहुत बहुत आभार। और आशा करते हैं आपके नेतृत्व में इस समाज को अपना अनुसूचित जाति का अधिकार जरूर मिलेगा। साथ ही भाजपा की योगी मोदी सरकारों से भी अनुरोध करते हैं कि अगर आप स्सश्री राम को आदर्श मानते हैं तो उनके परम मित्र के वंशजों के सामूहिक उत्थान के लिए सबसे जरुरी सहारा और वर्षों से चली आ रही एक ऐसी मांग जिसका आपने भी समर्थन किया था, तो आज आप अपनी सरकार के द्वारा सवर्ण 10 प्रतिशत आरक्षण की तर्ज़ पर तत्काल इसी संसद सत्र में विशेष संविधान संशोधन विधेयक लाकर वचन पूरा करें, अन्यथा आपको आने वाले सभी चुनावों में इस वर्ग के एक बड़े वोट से हाथ धोना पड़ सकता है।