बाह, आगरा, उत्तर प्रदेश, एकलव्य मानव संदेश ब्यूरो रिपोर्ट। बाह तहसील के दर्जनों गांवों में आजादी के 74 साल पार होने के बाद भी आज तक सड़क का निर्माण नहीं किया जा सका है, जबकि गांव के लोग कई बार इसके लिए विधायक, सांसद से अपील कर चुके हैं, व मतदान का भी बहिष्कार कर अपना विरोध तक जता चुके हैं। लेकिन विडम्बना यह है कि किसी ने अभी तक इस तरफ ध्यान नहीं दिया है। दुर्भाग्य पूर्ण बात ये है कि इन सभी गांवों में 100 प्रतिशत आबादी निषाद समाज की है। निषाद समाज के तहसील अध्यक्ष सुखदेव वर्मा ने बताया कि सड़कों के अभाव में गांव विकास के रास्ते पर नहीं जा सके हैं। बारिश के मौसम में लोगों का बाजार से महीनों तक आवागमन ठप्प हो जाता है। कई बार सड़क के अभाव में गांव की प्रसूता महिलाओं व मरीजों को अपनी जान तक गवानी पड़ी है। जिन गांवों में रास्ते का अभाव है उन गांवों में मुख्यतः चम्बल घाटी में गुढ़ा, झिंनपुरा, सुंसार, क्योरि का पुरा, भूपाल पूरा, टोका, उमरेठा, खेलावली है।
इलाके के अनेकों लोगों ने सरकार से सड़क बनवाने के लिए आग्रह किया है।
इलाके के अनेकों लोगों ने सरकार से सड़क बनवाने के लिए आग्रह किया है।