प्रयागराज में निषाद वंश की नाबालिग बेटी से दूसरे समुदाय के युवकों ने किया सामूहिक दुष्कर्म

प्रयागराज / इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश (Prayagraj, Allahabad, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव संदेश ब्यूरो रिपोर्ट। जनपद प्रयागराज के उतरांव थाना क्षेत्र में मुस्लिम युवकों द्वारा नाबालिक हिन्दू निषाद लडक़ी का अपहरण कर सामूहिक दुष्कर्म करने का समाचार प्राप्त हुआ है। पुलिस ने जब रिपोर्ट नहीं लिखी तो समाजसेवयियों ने थाने पर जाकर पुलिस की लापरवाही पर जताई नाराजगी। 


जनपद प्रयागराज के ग्राम जलालपुर, थाना उतरांव के निवासी संत लाल बिंद की एक नाबालिग 17 वर्षीय बेटी दिनाँक 25 सितम्बर 2020 को रात्रि के समय शौच के लिये खेत की तरफ गई थी, तभी ताक में बैठे उसी गाँव मोहम्मद हसीन उर्फ़ सोनू और उसके अन्य साथियों ने अचानक पीछे से आकर उसका मुँह दबाकर अपहरण कर लिया और सुनसान जगह पर ले जाकर उसको बन्धक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म किया। 

    जब देर हो जाने पर लड़की के पिता व भाई उसे ढूंढते हुये घटना स्थल पर पहुँचे तो मौकाये वारदात पर ही मुख्य आरोपी मोहम्मद हसीन को पकड़ लिया, बाकी के सारे आरोपी फरार हो गये। पीड़िता के पिता ने आरोपी को, सूचना पर घटना स्थल पर पहुंची पुलिस के हवाले कर दिया और घटना की एफ.आई.आर. दर्ज कराने के लिए लिखित तहरीर दे दी, लेकिन गाँव के ही उसी समुदाय कुछ दवंग के दबाव में आकर पुलिस ने मुकदमा नहीं लिखा।

    दो दिन तक मुकदमा लिखने में पुलिस द्वारा हिलाहवाली करने पर दिनाँक 28 सितम्बर 2020 को प्रगतिशील मानव समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री विशाल साहनी और समाज सेवी श्री जितेन्द्र बजरंगी व श्री अरुण कुशवाहा के नेतृत्व में पीड़िता का परिवार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मिलने पहुँचा तो आनन -फानन में उतरांव पुलिस ने 28 सितम्बर को सुबह 10:17 पर मुकदमा दर्ज कर लिया। लेकिन उक्त मुकदमे में दुष्कर्म अथवा अपहरण की कोई धारा नहीं लगाई गई है। पुलिस की लापरवाही देखें, अपना बयान दर्ज करवाने व मेडिकल टेस्ट करवाने थाने पर पहुँची पीड़िता को पुलिस ने दिन भर थाने में ही बिठाए रखा और जब उक्त समाजसेवियों का दल जब थाने पर पहुंचा तो पुलिस की कार्यशैली पर अपना आक्रोश जताया और मामले को ऊपर तक ले जाने की बात कही, तब जाकर पुलिस ने पीड़िता को मेडिकल टेस्ट करवाने के लिए भेजा और यह आश्वासन दिया कि मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद अपहरण और दुष्कर्म की धारा बढ़ा दी जाएगी।

    दोषियों के विरुद्ध कड़ी क़ानूनी कार्यवाही करने की माँग एकलव्य मानव संदेश परिवार ने की है।