बेरहमी से की गई नीरज कुमार निषाद की हत्या

कदौरा, कालपी, जालौन, उत्तर प्रदेश (Kadaura, Kalpi, Jalaun, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव संदेश (Eklavya Manav Sandesh) प्रतिनिधि धर्मेंद्र कुमार निषाद की रिपोर्ट, 2 अक्टूबर 2020। नीरज कुमार निषाद पुत्र कैलाश निषाद, ग्राम बड़ागांव, थाना कदौरा, जिला जालौन, उत्तर प्रदेश, से सूरत में नौकरी करने गया था। नौकरी के दौरान नीरज, सूरत शहर के गोविंद नगर लिंबायत, उधना में प्लॉट नम्बर 360 में रहता था। नीरज के साथ उसका बड़ा भाई मुकेश भी रहता था।  


   दिनांक 28 सितम्बर की शाम को 7 बजे के लगभग नीरज अपनी कंपनी से निकला  और अपने भाई को बोला मैं सब्जी लेने मार्केट जा रहा हूं।  उसके बाद उसके भाई मुकेश ने फोन किया और रात रात 7:59 पर  मिनट में तो वह बोला मैं आ रहा हूँ, फिर दोबारा फोन किया 8:30 बजे के लगभग तो उसका फोन नहीं लगा।

   28 सितंबर को ही रात को लगभग 9 बजे पता चला कि उसके भाई की लाश रेलवे ट्रैक में पड़ी है। उधना रेलवे स्टेशन के पास लाश पड़ी थी, तो जीआरपी वाले स्टेशन ले गए। वहां से मुकेश को, मोहल्ले में रहने वालों ने सूचना दी। खबर सुनते ही भाई आनंद फालना रेलवे स्टेशन गया, वहां देखा उसके भाई की लाश थी। लास देखकर वहीं रोता रहा। उसके बाद उसके एक और बड़े भाई राकेश कुमार निषाद, जो सूरत में हीं भगवती नगर  इंडस्ट्रीज भेस्तान में रहता है को जब पता चला तो वह पहुंच गया और लाश को देखकर फूट-फूट कर रोने लगा। 

    औपचारिकता पूरी करने के बाद जीआरपी वाले लाश को मेडिकल कॉलेज सूरत ले गए।  मृतक के भाई राकेश कुमार निषाद ने वहां पुलिस को बताया कि हमारे भाई की हत्या हुई है, तो जीआरपी सूरत ने कहा कि यह एक्सीडेंट है। जब भाई के ज्यादा कहने पर पुलिस ने इंक्वायरी की तो, सीसीटीवी कैमरे की मदद से चार-पांच लोगों की पहचान हुई, जिनमें इंद्रेश पुत्र चटकन (28 वर्ष), ग्राम  मुसराही जोर, थाना देवराहट, कानपुर देहात, बाबूराम पुत्र दयाराम (26 वर्ष), सूरजपुर, थाना मूसानगर, कानपुर देहात,  प्रताप पुत्र रामकिशन (24 वर्ष), सूरजपुर, कानपुर देहात और एक दो लोग अज्ञात थे, वीडियो में दिखाई दे रहा है, इन लोगों ने नीरज कुमार को वहीं दारू पिलाकर के पीछे से किसी चीज से जोरदार सिर पर वार किया और उसकी हत्या कर दी। हत्या करने के बाद रात 8:30 से 9 बजे के बीच उसे रेलवे ट्रैक पर लिटा दिया जहां किसी ट्रेन के गुजरने से उसका हाथ कट गया।

     नीरज कुमार निषाद के भाई राकेश मुकेश के बताने के आधार पर मौके पर पुलिस ने इन तीनों  इनके यहां इंक्वायरी की तो मौके से फरार हो गए। भाई राकेश ने बताया है कि उसके 1 दिन पहले कोई इनके घर पर कहने आया था कि तुम्हारा भाई वहां जाएगा तो मारा जाएगा।