अलीगढ़ के गांव गुरसिकरन में दवंगो द्वारा मां-बेटी को पीटकर घायल करने के मामले में पुलिस दर्ज नहीं कर रही है रिपोर्ट

अलीगढ़, उत्तर प्रदेश, एकलव्य मानव संदेश ब्यूरो रिपोर्ट। अलीगढ़ जनपद के दवंगो द्वारा गांव गुरसिकरन में मां-बेटी पीटकर घायल करने के मामले में पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की है। गुरसिकरन गांव में 5 नवम्बर को गांव में महमूदपुर कोचिंग जाते बच्चों को पीटने की खबर पाकर मां-बेटी की आरोपियों ने पिटाई कर दी थी जिनको पुलिस ने उपचार और मेडिकल जांच के लिए जिला अस्पताल भेजा था। पीड़ित पक्ष ने 6 लोगों के विरुद्ध मारपीट करने एवं घायल करने की तहरीर दी थी। इसके बाद हरद्वागंज थाना इंचार्ज का कहना है कि आरोप निराधार हैं।

   (देखें वीडियो https://youtu.be/E6ju197EEFY)

 घायलों की ओर से सोमवीर पुत्र सूरज पाल, निवासी नगला बघेल (नगला खूतिया), थाना हरदुआगंज ने अपनी तहरीर में लिखा है, घटना 5 नवम्बर 2020 के सुबह 8 बजे की जब मेरा भतीजा सौरभ, आकाश पुत्र जयपाल सिंह के साथ ट्यूशन पढ़ने जा रहा था। तभी रास्ते में प्रवीण, हरेंद्र पुत्र सतीश सिंह, जितेंद्र, मनीष उर्फ मुखिया, सतीश पुत्र सौदान सिंह अपने हाथों में तमंचे, सरिया व गैंती लिये हुए खड़े थे, मेरे भतीजे को रोककर उसके साथ मारपीट करने लगे। मनीष उर्फ मुखिया ने अंगोछा से गले में फंदाडालकर, फांसी लगाकर सौरभ को जान से मारने की कोशिश की। तथा जितेंद्र ने तमंचे की बटों से मारा। शोरगुल पर आकाश घर आया और ममता पत्नी सोमवीर, योगेश कुमारी पुत्री नेत्रपाल को सूचना दी। सूचना मिलने पर दोनों मौके पर पहुंची और सौरभ को बचाने का प्रयास किया तो हरेंद्र व जितेंद्र ने योगेश को पकड़कर बुरी तरह से मारा पीटा व छाती पर हाथ मारा तथा कपड़े फाड़ दिये। प्रवीण उर्फ मुखिया ने ममता के साथ छेड़खानी कर सरिया व गैंती से बुरी तरह से मार पीट की। उक्त सभी ने मिलकर तीनों ने तमंचों, सरियों और गैंती से मारमार कर घायल कर दिया। जिससे तीनों के गंभीर चौटें आयीं। तथा सतीश ने सौरभ की जेब में रखे एक हज़ार रुपये व ममता के गले से चांदी की जंजीर लूट ली। सौरभ ने मुझे जानकारी दी तो मैं मौके पर अपनी स्कोर्पियो कार से पहुंचा तो उक्त सभी नामजद व्यक्तियों ने मेरी कार पर ईंट व पत्थर मारे, जिससे मेरी कार के शीशे टूट गए व क्षतिग्रस्त हो गई है। मैंने एम्बुलेंस को फोन किया व तीनों को मैं मलखान सिंह जिला अस्पताल ले गया। वहां पर डॉक्टरों ने जांच करके गंभीर चौटों को देखते हुए, जे एन मेडिकल कॉलेज अलीगढ़ को रेफर कर दिया, जहाँ उनका इलाज चल रहा है। मेरी रिपोर्ट दर्ज कर उपरोक्त लोगों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही करने की कृपा करें।