भाजपा के झूठे वादों से परेशान होकर कश्यप निषाद समाज ने प्रारम्भ की सहारनपुर से आरक्षण ज्योत रथयात्रा

मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश (Mujaffarnagar, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव संदेश ब्यूरो रिपोर्ट। बीजेपी के झूठे वादों से परेशान होकर कश्यप निषाद समाज ने प्रारम्भ की 1 फरवरी 2021 से माता शाकुंभरी देवी सिद्धपीठ जिला सहारनपुर से 23 मार्च दिल्ली तक 51 दिवसीय ज्योत रथयात्रा।

   1 फरवरी को कश्यप निषाद समाज के आरक्षण के लिए माता शाकुम्बरी देवी से रण का आगाज हो चुका है। जिसमें पहुंची कश्यप निषाद समुदाय की अपार भीड़ आरक्षण लेकर रहेंगे! आरक्षण हमारा संविधानिक अधिकार है!! के नारे से हुंकार भरी। 


  03 फरवरी को सुबह 10 बजे सहारनपुर के माहेश्वरी गाँव में आरक्षण ज्योत रथ यात्रा के तीसरे दिन भव्य स्वागत किया गया।  सभी लोगों ने 23 मार्च को ज्यादा से संख्या में दिल्ली पहुँचने की कसम खाई।  


04 फरवरी को चौथे दिन आरक्षण ज़न जागरण ज्योत रथ यात्रा जिला सहारनपुर के नागल गांव, ताजपुर गाँव पहुँची।

06 फरवरी को छठे दिन आरक्षण ज़न जागरण ज्योत रथ यात्रा जिला सहारनपुर के नन्हेड़ा, तल्हेडी गाँव पहुँची।

01 फरवरी से 06 फरवरी तक जिला सहारनपुर वासियों एवं सभी सामाजिक संगठनों का आरक्षण ज़न जागरण ज्योत रथ यात्रा का तन मन धन से सहयोग करने पर दिल से धन्यवाद करते हैं। आने वाली पीढ़ी की लड़ाई में आपका सहयोग हमेशा याद रखा जायेगा। 07 फरवरी को सातवे दिन आरक्षण ज़न जागरण ज्योत रथ यात्रा जिला मुजफ्फरनगर की। चरथावल विधानसभा के कुटेसरा गाँव पहुँची। समाज के लोगों ने यात्रा का भव्य स्वागत किया और तन मन धन से सहयोग किया।

 संवैधानिक आरक्षण संघर्ष मोर्चा के तत्वाधान में, कश्यप निषाद समुदाय, प्रजापति समुदाय,  राजभर समुदाय, पाल समुदाय, के संविधान में लिखे अनुसूचित जाति के आरक्षण की मांग को लेकर, आरक्षण जन-जागरण ज्योत रथ यात्रा, 1 फरवरी 2021 को मां शाकुंभरी देवी सिद्धपीठ जिला सहारनपुर से चलकर 8 फरवरी को गांव कसौली, विधानसभा चरथावल, जिला मुजफ्फरनगर से बुड्ढाखेड़ा, छिमाऊं, दूधली ,कान्हाहेडी, बिरालसी, अकबरगढ़, गुर्जरहेड़ी, के दर्जनों गांव में यात्रा घुमाकर जसोई में रात्रि विश्राम किया गया। मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक इंजीनियर देवेंद्र कश्यप ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने वर्ष 2012 में कश्यप निषाद सहित 17 अति पिछड़ी जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने का मुद्दा सदन में उठाया था। उन्होंने कहा था कि इस देश को आजाद कराने में इन जातियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है एवं देश की विपन्न परिस्थितियों में इन जातियों ने देश की रक्षा की है, इन जातियों की आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति बहुत खराब और बहुत कमजोर है, इसलिए इन जातियों को अनुसूचित जाति का लाभ मिलना चाहिए! 2 जुलाई 2015 को गोरखपुर में धरना देते हुए योगी आदित्यनाथ जी ने इन जातियों की लड़ाई को सड़क से संसद तक लड़ने का वादा किया था। 


  मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश कुमार कश्यप ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने वी इलाहाबाद की रैली में गंगा पुत्र को आरक्षण देने का वादा किया था। वर्ष 2014 में बीजेपी के नितिन गडकरी और सुषमा स्वराज ने मछुआ विजन पेश किया और विजन में मछुआ समुदाय को पूरे देश में अनुसूचित जाति को आरक्षण देने की बात कही थी, लेकिन आज केंद्र और उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार है। लेकिन इसके बावजूद भी इन जातियों को संविधान में लिखा अनुसूचित जाति का आरक्षण नहीं दिया जा रहा है !!  संवैधानिक आरक्षण संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव जय भगवान कश्यप ने बताया कि इन जातियों ने 2014, 2017 और 2019 में शत प्रतिशत वोट भाजपा को दिया है। 6 वर्ष से बीजेपी के झूठे वादों से परेशान होकर इन समुदाय के लोगों ने 1 फरवरी 2021 को माता शाकुंभरी देवी सिद्धपीठ जिला सहारनपुर से 23 मार्च दिल्ली तक 51 दिवसीय ज्योत रथयात्रा निकालने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी हमारा संविधान में लिखा आरक्षण नहीं देती तो यह समुदाय बीजेपी को 2022 में उत्तर प्रदेश से और 2024 में केंद्र की सत्ता से बाहर करने का काम करेगा। 


   सभी ग्राम वासियों ने इस यात्रा का स्वागत किया और वादा किया है कि या तो हमारा आरक्षण लागू कर दें वरना 2022 विधानसभा चुनाव में भाजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएंगे।