पैलानी, बाँदा, उत्तर प्रदेश (Pailani, Banda, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव संदेश ब्यूरो रिपोर्ट। आज 5 मार्च 2021 को बाँदा जनपद की तहसील और थाना पैलानी, के खपटिहा कलां में, थाने की नाक के नीचे भाजपा जिलाध्यक्ष के गांव में चल रही बालू खदान पैलानी में खनन माफियाओं द्वारा कई महीनों से अवैध रूप से मोरम निकालने से बने मौत के बड़े-बड़े कुआं और लगाए गए बालू के ढेर के ढह जाने से पैलानी थाना क्षेत्र के कुकुआं गांव के रहने वाले महेश निषाद पुत्र श्री राम शरण निषाद, बंटू निषाद पुत्र श्री चुन्नू निषाद व चिड़िया यादव पुत्र श्री गजराज यादव उम्र 22 वर्ष की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
बताया जाता है कि यह तीनों मजदूर पिछले 2 महीने से इस खदान में काम कर रहे थे। उन्होंने कई बार मोरम खदान के ठेकेदारों से इन बालू के टीले को बराबर करने की मांग भी की थी, लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गई और नतीजा आज इसी टीले के ढह जाने से तीन गरीब मजदूरों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। इस दर्दनाक घटना की वजह से पैलानी में कई किलोमीटर तक जाम लग गया और समाचार लिखे जाने तक जाम नहीं खुला था। पुलिस मौके पर पहुंच गई है।
शासन-प्रशासन मौन क्यों है। उत्तर प्रदेश में हर ठेकेदार द्वारा घाट मजदूर का रजिस्ट्रेशन कराने को लेकर एक साथ ही ठोस नियम लागू करें।
राज्यसभा सांसद, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव, राज्यसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक, पूर्व मंत्री एवं बाँदा जनपद की तिंदवारी विधानसभा से 4 बार विधायक और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रहे श्री विशम्भर प्रसाद निषाद जी ने एक फोटो के शेयर करते हुए ट्वीट करके कहा है- उत्तर प्रदेश के जनपद बांदा के थाना पैलानी के अंतर्गत पैलानी बालू खदान में तीन युवकों की दबकर मौत होने पर उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की जाती है कि मृतक पीड़ितों के परिवार को 50-50 लाख का मुआवजा दें और मोरम खदान के पट्ठे धारक के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करें। इसके लिए सांसद श्री विशम्भर प्रसाद निषाद जी ने मुख्यमंत्री और राज्यपाल को पत्र ईमेल से भेज दिया है।
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