किसी भी प्रकार प्रकारकी अफवाह में आकर आवश्यक वस्तुओं की न करें जमाखोरी-जिलाधिकारी

अलीगढ़, उत्तर प्रदेश, सू.वि. रिपोर्ट। जिलाधिकारी चन्द्र भूषण सिंह ने जनपद वासियों से अपील करते हुए कहा है कि यदि आपको संक्रमण हो रहा है तो घबराएं नहीं। जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हुए कोराना का डरकर नहीं, डटकर मुकाबला करें। जिला प्रशासन द्वारा कोविड संक्रमितों की सहूलियत एवं उचित देखभाल के लिए होम आइसोलेशन की मंजूरी प्रदान कर दी गयी है। सभी होम आइसोलेटेड रोगियों को घर पर ही जीवन रक्षक “मेडिसिन किट” पहुँचाई जा रही है, उनका चिकित्सकों के परामर्श के अनुसार सेवन करें। 


          श्री सिंह ने जनपदवासियों को आश्वस्त किया कि जनपद में कोरोना के इलाज की पर्याप्त व्यवस्था व आवश्यक दवाइयाँ और इंजेक्शन उपलब्ध हैं। आक्सीजन भी भरपूर मात्रा में आवश्यकतानुसार उपलब्ध है। जनपद में आक्सीजन का उत्पादन बढ़ाने को लेकर औद्योगिक इकाईयों को निर्देश जारी कर दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि जनपद के निजी एवं सरकारी चिकित्सालयों में बेड, दवाइयों, आक्सीजन और एम्बुलेंस की पर्याप्त व समुचित व्यवस्था है। स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन आपके लिए 24×7 घंटे उपलब्ध है। किसी भी प्रकार की अफवाह में आकर पैनिक न हों और न ही आवश्यक वस्तुओं को जरूरत से अधिक जमा करें।
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   पैनिक हडबडाहट भारतीयों की बहुत बुरी आदत है
 ट्रेन आती है लोगों को उतरने देंगे नहीं, खुद पहले घुसेंगे, कही ट्रेन चली न जाए हम रह ना जाएं। सड़क पर थोड़ी भी जगह दिख जाए कहीं भी घुस जायेंगे, कुछ सेकंड में ही हॉर्न बजाने लगेंगे, गालिया देने लगेंगे, जैसे घर पे  बम डीफ्यूज करने जाना है, एक सेकंड की भी देरी हुई तो ब्लास्ट हो जायेगा। लॉकडाउन की बात हो तो बाजार में टूट पड़ेंगे सामान जमा करने के लिए, जैसे दुनिया ख़त्म हो रही हो।
   हमारी इसी आदत के कारण करोना भी मेनेज नहीं हो पा रहा है। केवेल 2 प्रतिशत लोगों को हॉस्पिटल में रखने, ऑक्सीजन की जरुरत होती है, केवेल 5 प्रतिशत को रेमदिसिवर की जरुरत होती है। अभी लोग पेनिक में हैं, सोचते हैं बाद में शायद बेड न मिले, ऑक्सीजन न मिले, अपने लक्षण बढ़ा चढ़ा के बताते हैं, और एडमिट होते है, कुछ तो नेता, मंत्री, कमिश्नर से जुगाड़ करके भी बेड ले रहे हैं। ऐसे कई लोगो को मैं देख रहा हूँ, जो बिलकुल स्वस्थ हैं, पर फिर भी 3-6 गुना ज्यदा पैसा दे के इंजेक्शन खरीद रहे हैं, इस डर से की बाद में कहीं हो गया तो, इंजेक्शन मिल जाए। हमारी इन्ही सब हरकतों के कारण ही कमी है, वरना जरुरतमंदों के लिए कोई कमी नहीं होती।
  जब आप घबराहट पैदा करने वाले पोस्ट विडियो फोटो शेयर करते है तो आप इसी को बढ़ावा देते हैं, कृपया न करें, सब चिताएं करोना की नहीं होतीं, 35 हजार लोगों की मृत्य रोज देश में स्वाभाविक होती है। 99.4 प्रतिशत लोग ठीक हो जाते हैं। लोगों का हौसला बढ़ाएं, घबराहट नहीं। एक समर्पित  नागरिक बनें।
दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी
आप सभी से भी अनुरोध है डबल मास्क पहनें, इस बार का कोरोना पिछले बार के कोरोना से कई गुना घातक है। सारे हॉस्पिटल भरे हुए हैं। हल्के से भी लक्षण हैं तो टेस्ट करा लें और तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें। इंटरनेट पर बहुत सारी जानकारी है लेकिन बहुत सारी भ्रामक और नुकसानदेह भी है अतः सिर्फ डॉक्टर की सलाह मानें। खुद बचिए और बचाइए

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