कौशाम्बी में हुआ दर्दनाक हादसा: सड़क किनारे खड़े लोगों को स्कोर्पियो ने रौंद डाला

 कौशाम्बी, उत्तर प्रदेश, एकलव्य मानव संदेश ब्यूरो रिपोर्ट। कौशाम्बी जनपद के थाना मंझनपुर के अंन्तर्गत ससुर खदेरी नदी के पास 22 अप्रैल 2021 को एक बड़ा हादसा हुआ। रोड के किनारे खडे लोगों के ऊपर तेज रफ्तार स्कार्पियो चढ़ा दी, जिसमें कुछ लोगों की मौके पर ही मौत की सूचना है। 


    उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी जनपद में 22 अप्रैल को दिन में लगभग 3.30 बजे बांस - बलली लेकर एक ट्रैक्टर जो समदा की ओर जारहा था जो अनियंत्रित होकर वह ससुर खदेरी नदी से पहले पलट गया, जिसको देख स्थानीय लोग मौके पर पहुंच कर बचाने का प्रयास करने लगे और लगभग दर्जन भर लोग सड़क के किनारे की पटरी पर खडे होकर घटना को देख रहे थे, तभी भरवारी की ओर से आ रही तेज रफ्तार स्कार्पियो अनियंत्रित हो गई और पटरी पर खड़े लोगों के ऊपर चढ़ते हुए सड़क के किनारे खड्डे में चली गई। इस हादसे में कुछ लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी और बाकी रोड के किनारे तड़पने लगे। मौके पर पुलिस और एम्बुलेंस के लिए घटना के समय पहुंचे लोगों ने फोन द्वारा सूचना दी।

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पैनिक हडबडाहट भारतीयों की बहुत बुरी आदत है
 ट्रेन आती है लोगों को उतरने देंगे नहीं, खुद पहले घुसेंगे, कही ट्रेन चली न जाए हम रह ना जाएं। सड़क पर थोड़ी भी जगह दिख जाए कहीं भी घुस जायेंगे, कुछ सेकंड में ही हॉर्न बजाने लगेंगे, गालिया देने लगेंगे, जैसे घर पे  बम डीफ्यूज करने जाना है, एक सेकंड की भी देरी हुई तो ब्लास्ट हो जायेगा। लॉकडाउन की बात हो तो बाजार में टूट पड़ेंगे सामान जमा करने के लिए, जैसे दुनिया ख़त्म हो रही हो।
   हमारी इसी आदत के कारण करोना भी मेनेज नहीं हो पा रहा है। केवेल 2 प्रतिशत लोगों को हॉस्पिटल में रखने, ऑक्सीजन की जरुरत होती है, केवेल 5 प्रतिशत को रेमदिसिवर की जरुरत होती है। अभी लोग पेनिक में हैं, सोचते हैं बाद में शायद बेड न मिले, ऑक्सीजन न मिले, अपने लक्षण बढ़ा चढ़ा के बताते हैं, और एडमिट होते है, कुछ तो नेता, मंत्री, कमिश्नर से जुगाड़ करके भी बेड ले रहे हैं। ऐसे कई लोगो को मैं देख रहा हूँ, जो बिलकुल स्वस्थ हैं, पर फिर भी 3-6 गुना ज्यदा पैसा दे के इंजेक्शन खरीद रहे हैं, इस डर से की बाद में कहीं हो गया तो, इंजेक्शन मिल जाए। हमारी इन्ही सब हरकतों के कारण ही कमी है, वरना जरुरतमंदों के लिए कोई कमी नहीं होती।
  जब आप घबराहट पैदा करने वाले पोस्ट विडियो फोटो शेयर करते है तो आप इसी को बढ़ावा देते हैं, कृपया न करें, सब चिताएं करोना की नहीं होतीं, 35 हजार लोगों की मृत्य रोज देश में स्वाभाविक होती है। 99.4 प्रतिशत लोग ठीक हो जाते हैं। लोगों का हौसला बढ़ाएं, घबराहट नहीं। एक समर्पित  नागरिक बनें।
दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी
आप सभी से भी अनुरोध है डबल मास्क पहनें, इस बार का कोरोना पिछले बार के कोरोना से कई गुना घातक है। सारे हॉस्पिटल भरे हुए हैं। हल्के से भी लक्षण हैं तो टेस्ट करा लें और तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें। इंटरनेट पर बहुत सारी जानकारी है लेकिन बहुत सारी भ्रामक और नुकसानदेह भी है अतः सिर्फ डॉक्टर की सलाह मानें। खुद बचिए और बचाइए

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