अलीगढ़ में कोरोना मरीजों को बेहतर चिकित्सकीय सुविधाओं में सुधार की कवायद शुरू

 अलीगढ़, उत्तर प्रदेश, सू.वि. रिपोर्ट। प्रदेश के मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में जनपद में मेडिकल सुविधाओं में सुधार की कवायद शुरू। सीडीओ ने चिकित्सकों समेत अन्य पेरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति के लिए किया साक्षात्कार। एनस्थेटिस्ट, चिकित्साधिकारी एवं फार्मासिस्ट के लिए 83 अभ्यर्थी साक्षात्कार में हुए शामिल। बुधवार को स्टाफ नर्स के 22 पदों के लिए किया जाएगा साक्षात्कार। 


  वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान बढ़ते मरीजों की संख्या को दृष्टिगत रखते हुए कोविड डेडिकेटेड अस्पतालों की संख्या में वृद्धि के लिए मंगलवार को चिकित्सक एवं अन्य पेरामेडिकल स्टाफ के पदों के लिए साक्षात्कार आयोजित किया गया। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा सभी जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि चिकित्सकीय सुविधाओं एवं संसाधनों की कमी से किसी भी संक्रमित व्यक्ति की मृत्यु नहीं होने दी जाय। प्रदेश सरकार द्वारा सभी चिकित्सालयों में संसाधन जुटाने के लिए अभी हाल ही में एक बड़ी धनराशि भी निर्गत की गयी है, जिससे जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा लिए गये निर्णय के अनुसार आवश्यक संसाधन और उपकरणों को जुटाया जा सकेगा।

  मुख्य विकास अधिकारी अंकित खण्डेलवाल ने बताया है कि मुख्यमंत्री जी द्वारा दिये गए निर्देशों के क्रम में मरीजों को बेहतर चिकित्सकीय सेवाएं उपलब्ध हो सकें, मेडिकल एवं पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती के लिए साक्षात्कार किया गया है। उन्होंने बताया कि साक्षात्कार में योग्य पाए जाने वाले उम्मीदवारों को संक्रमित व्यक्तियों के उपचार के लिए तैनात किया जाएगा।

  सीडीओ खण्डेलवाल ने बताया कि जनपद में बढ़ रहे कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की संख्या को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी द्वारा निर्णय लिया गया है कि सीएचसी अतरौली एवं छेरत होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज को डेडीकेटेड कोविड-19 हॉस्पिटल के रूप में संचालित किया जाए और मरीजों को बेहतर चिकित्सकीय सुविधाएं प्रदान करने के लिए मेडिकल एवं पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती वाक-इन-इंटरव्यू के आधार पर करते हुए योग्यता के आधार पर भर्ती की जाय।

   मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 बीपीएस कल्याणी ने बताया कि कोविड-19 डेडिकेटेड हॉस्पिटल अतरौली में फिजिशियन एवं एनस्थेटिस्ट के 6-6 पदों के लिए साक्षात्कार किया जाना था, परन्तु साक्षात्कार में एनस्थेटिस्ट के पद पर 01 अभ्यर्थी द्वारा साक्षात्कार में प्रतिभाग किया गया।  इसी प्रकार से होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज छेरत एवं अतरौली चिकित्सालय के लिए 4-4 सामान्य चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती के सापेक्ष 30 अभ्यर्थियों का साक्षात्कार किया गया है। उन्होंने बताया कि होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज छेरत में 04 फार्मासिस्ट के पदों के सापेक्ष 54 अभ्यर्थियों ने साक्षात्कार के लिए पंजीकरण कराया परन्तु 02 अभ्यर्थी कोविड पाॅजिटिव पाये जाने के कारण 52 अभ्यर्थियों का साक्षात्कार लिया गया। उन्होंने बताया कि होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज छेरत के लिए 18 एवं अतरौली चिकित्सालय के लिए 04 स्टाफ नर्स की नियुक्ति के लिए 112 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया है जिनका साक्षात्कार बुधवार को किया जाएगा। अभ्यर्थियों की नियुक्ति उनकी योग्यता के आधार पर चयन समिति के निर्णय के उपरान्त की जाएगी।

   साक्षात्कार प्रक्रिया में मुख्य विकास अधिकारी अंकित खंडेलवाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बी. पी. एस. कल्याणी, डॉक्टर अंजली सिंह एवं डॉ एस. पी. सिंह द्वारा उम्मीदवारों का साक्षात्कार लिया गया।

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   पैनिक हडबडाहट भारतीयों की बहुत बुरी आदत है
 ट्रेन आती है लोगों को उतरने देंगे नहीं, खुद पहले घुसेंगे, कही ट्रेन चली न जाए हम रह ना जाएं। सड़क पर थोड़ी भी जगह दिख जाए कहीं भी घुस जायेंगे, कुछ सेकंड में ही हॉर्न बजाने लगेंगे, गालिया देने लगेंगे, जैसे घर पे  बम डीफ्यूज करने जाना है, एक सेकंड की भी देरी हुई तो ब्लास्ट हो जायेगा। लॉकडाउन की बात हो तो बाजार में टूट पड़ेंगे सामान जमा करने के लिए, जैसे दुनिया ख़त्म हो रही हो।
   हमारी इसी आदत के कारण करोना भी मेनेज नहीं हो पा रहा है। केवेल 2 प्रतिशत लोगों को हॉस्पिटल में रखने, ऑक्सीजन की जरुरत होती है, केवेल 5 प्रतिशत को रेमदिसिवर की जरुरत होती है। अभी लोग पेनिक में हैं, सोचते हैं बाद में शायद बेड न मिले, ऑक्सीजन न मिले, अपने लक्षण बढ़ा चढ़ा के बताते हैं, और एडमिट होते है, कुछ तो नेता, मंत्री, कमिश्नर से जुगाड़ करके भी बेड ले रहे हैं। ऐसे कई लोगो को मैं देख रहा हूँ, जो बिलकुल स्वस्थ हैं, पर फिर भी 3-6 गुना ज्यदा पैसा दे के इंजेक्शन खरीद रहे हैं, इस डर से की बाद में कहीं हो गया तो, इंजेक्शन मिल जाए। हमारी इन्ही सब हरकतों के कारण ही कमी है, वरना जरुरतमंदों के लिए कोई कमी नहीं होती।
  जब आप घबराहट पैदा करने वाले पोस्ट विडियो फोटो शेयर करते है तो आप इसी को बढ़ावा देते हैं, कृपया न करें, सब चिताएं करोना की नहीं होतीं, 35 हजार लोगों की मृत्य रोज देश में स्वाभाविक होती है। 99.4 प्रतिशत लोग ठीक हो जाते हैं। लोगों का हौसला बढ़ाएं, घबराहट नहीं। एक समर्पित  नागरिक बनें।
दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी
आप सभी से भी अनुरोध है डबल मास्क पहनें, इस बार का कोरोना पिछले बार के कोरोना से कई गुना घातक है। सारे हॉस्पिटल भरे हुए हैं। हल्के से भी लक्षण हैं तो टेस्ट करा लें और तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें। इंटरनेट पर बहुत सारी जानकारी है लेकिन बहुत सारी भ्रामक और नुकसानदेह भी है अतः सिर्फ डॉक्टर की सलाह मानें। खुद बचिए और बचाइए

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