बाँदा, उत्तर प्रदेश (Banda, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव संदेश, ब्यूरो रिपोर्ट, 3 अप्रैल 2022।
नोट : इस खबर को अंत तक पूरी एक बार ध्यान से जरूर पढ़िए और सभी वीडियो को देखिए। और कम से कम अपने समाज के 10 लोगों शेयर करें और फोन कर ज्ञापन भेजने के लिए प्रेरित करें।
5 अप्रैल को परिभाषित आरक्षण का ज्ञापन क्यों भेजें : सुनिए मा. Vishambhar Prasad Nishad जी का संदेश। संदेश के लिए आपको जो लिंकः दी गईं हैं, उनको किलिक करके देखें।
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नीचे दिया गया ज्ञापन 2 पेज का है, आप इसको प्रिंटर वाले से एक ही A4 साइज के पेपर पर आगे पीछे प्रिंट करा लें।
नीचे दिए गए ज्ञापन का प्रिंट निकलवा कर, अपने समाज के लोगों के नाम पते व हस्ताक्षर कराकर, किसी विद्यालय के सामने खड़े होकर, अपने साथियों की फ़ोटो खींचे।
हस्ताक्षर किए गए ज्ञापन की फ़ोटो खींचकर और ग्रुप महामहिम राष्ट्रपति जी के सचिव को ईमेल से भेजना है और उसके बाद हस्ताक्षर की हुई कॉपी को एक लिफाफे में बंद करके
महामहिम राष्ट्रपति जी
राष्ट्रपति भवन
नई दिल्ली
को स्पीड पोस्ट से भेजना जरूरी है।
अपने जिला का ज्ञापन 9219506267, 9457311662 पर व्हाट्सएप पर अपना नाम व पता लिखकर भेजकर भी मंगा सकते हैं।
2 अक्टूबर 2021 को निषाद, कश्यप, बिन्द के परिभाषित आरक्षण के ज्ञापन को भेजने से पहले इस निर्देश को ध्यान से पढ़ें।
आपको जानकर हर्ष होगा की 7 जून, 25 जुलाई और 2 अक्टूबर 2021 को पूरे उत्तर प्रदेश में हज़ारों गांव से मछुआ समुदाय की निषाद, कश्यप, बिन्द, मल्लाह, केवट, कहार, गौड़, गौड़िया, रायकवार, बाथम, धीवर, धीमर, माझी, तुरहा, तुराहा उपजातियों को उनकी की मूल जातियों, मझबार, तुरैहा, गोंड, बेलदार की परिभाषित जाति का आरक्षण लागू कराने के लिए भारत के महामहिम राष्ट्रपति महोदय जी को हज़ारों ज्ञापन भेजे गए थे।
7 जून के ज्ञापन के बाद केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार की निषादों, कश्यपों, बिन्दों को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है, लेकिन मोदी और योगी सरकार निषाद बिन्द कश्यप समाज के परिभाषित आरक्षण को लागू करने की जगह समाज की एकता को दलालों और दलालों की पार्टियों के माध्यम से तोड़ने के लिए सैकड़ों करोड़ रुपये खर्च करने के लिए अपनी योजना लागू कर दी है। इसी के अंतर्गत डॉ. संजय कुमार निषाद को एमएलसी बना दिया गया और अब खुद मंत्री और दूसरा बेटा विधायक बन गया है। डॉ. संजय ने वीर शहीद अखिलेश निषाद और हरिनाथ बिन्द की कुर्बानी से आरक्षण की जगह अपने और अपने बेटों की राजनीति मजबूत करने का लक्ष्य पूरा किया है। इस धोखेबाजी से समाज बर्बाद हो रहा है। लोगों में निराशा बढ़ रही है।
इसीलिए 5 अप्रैल 2022 को पूरे उत्तर प्रदेश के सभी गांव से एक बार फिर महाराजा गुह्यराज निषाद राज और महर्षि कश्यप जी की जयंती वाले दिन ज्ञापन भेजने की यह योजना इन जातियों के आरक्षण लिए पिछले 31 सालों से लगातार विधान सभा से लेकर संसद के दोनों सदनों में, 4 बार उत्तर प्रदेश में विधायक, तीन बार उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री, एक बार फतेहपुर लोकसभा से सांसद, और दो बार से लगातार राज्यसभा में सांसद, राज्यसभा में समाजवादी पार्टी के मुख्य सचेतक और राष्ट्रीय महासचिव, संसद रत्न से सम्मानित माननीय विशम्भर प्रसाद निषाद जी के संरक्षण में, एकलव्य मानव संदेश के सम्पादक, प्रकाशक जसवन्त सिंह निषाद जी के संयोजन में की चलाई जा रही है। समाज के परिभाषित आरक्षण लागू कराने के लिए जसवन्त सिंह निषाद ने अपने एकलव्य मानव संदेश हिन्दी साप्ताहिक समाचार पत्र, एकलव्य मानव संदेश हिन्दी मासिक पत्रिका, Eklavya Manav Sandesh डिजिटल चैनल के माध्यम से लगातार समाज को जागरूक करते हुए आज भी बिना चन्दा और बिना किसी अधिकारी के पास जाए, आज के युग में गरीब, शोषित समाज जो आदिवासी जीवन जीने को मजबूर है, आधुनिक तकनीक के साधन मोबाईल फोन से ही आरक्षण की मांग को तेज करते हुए देश और दुनिया में एक क्रांतिकारी काम प्रारंभ किया है।)
आप सभी से विनम्र निवेदन है कि आपको अपने गांव से ही इस ज्ञापन को, ज्ञापन में दी गई ईमेलों और व्हाट्सएप नम्बरों पर 5 अप्रैल 2022 को भेजना होगा।
ज्ञापन भेजने से पहले सबसे पहले इसी खबर में दिए गए ज्ञापन को प्रिंट करा लें या आप अपने जिला के ज्ञापन का पीडीएफ, 9219506267, 9457311662 नम्बरों पर व्हाट्सएप से भी मंगा सकते हैं और उस पीडीएफ फाइल का किसी ऑनलाइन वाले से प्रिंटर निकलवा लें। प्रिंट निकलवाने के बाद पेज 2 पर दिए गए खाली स्थान पर अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर और हस्ताक्षर कर दें। हस्ताक्षर अपने गाँव के ज्यादा से ज्यादा महिला पुरुष जो 18 साल से ऊपर के हों उनके ही कराने हैं। पेज पर खाली स्थान कम हो और हस्ताक्षर करने वाले ज्यादा साथी हों तो A-4 साइज़ के दूसरे कागज पर दोनों ओर ज्ञापन पेज 3 नम्बर व 4 लिखकर और भी लोगों के हस्ताक्षर करा सकते हैं।
हस्ताक्षर के बाद अपने ही गांव के किसी प्राथमिक विद्यालय या पंचायत भवन या सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या आंगनवाड़ी केंद्र या अन्य कोई ऐसा स्थान जिस पर आपके गांव का नाम व पता लिखा हो, के सामने इस तरह से खड़े हों कि उस स्थान का नाम फ़ोटो में साफ दिखाई दे, एक साफ फोटो ग्रुप में खींचना है। इस खींचे हुए ग्रुप फोटो को और हस्ताक्षर कराए गए ज्ञापन के सभी पेजों के फोटो मोबाइल फोन से खींचकर, ज्ञापन के पेज नम्बर 2 पर दी गईं ईमेल आईडियों पर - (महामहिम राष्ट्रपति महोदय के सचिव, आपके जिलाधिकारी महोदय, माननीय विशम्भर प्रसाद निषाद जी और जसवन्त सिंह निषाद जी को) ईमेल करना है। और इन सभी फ़ोटो को जिलाधिकारी महोदय, माननीय विशम्भर प्रसाद निषाद जी व जसवन्त सिंह निषाद जी को उनके दिये गए व्हाट्सएप नम्बरों पर भी भेजना होगा।
इस ऑनलाइन ज्ञापन भेजने के बाद आपके द्वारा गांव के लोगों का जो ग्रुप फ़ोटो खींचा गया है, उसका प्रिंट भी प्रिंट वाले से निकलवा कर, ज्ञापन की मूल कॉपी (जिस को पहले प्रिंट कराया था और हस्ताक्षर कराए हैं) सभी को एक लिफाफे में जैसे नीचे फोटो में दिखाया गया है, बन्द करके महामहिम राष्ट्रपति जी को भेजना होगा और भेजने वाले में अपना नाम व पूरा पता लिखकर स्पीड पोस्ट से भी भेजना जरूरी है।
यह ज्ञापन के पहले पेज का सैम्पल है।
ज्ञापन के पेज 2 पर हस्ताक्षर इस तरह कराने हैं
आप अपने जिला के ज्यादा से ज़्यादा गांव और उत्तर प्रदेश के दूसरे जिले के अपने रिश्तेदारों को भी ज्ञापन भेजने के लिए प्रेरित कीजिए, जिससे उत्तर प्रदेश के निषाद, कश्यप, बिन्द समाज के ज्यादा से ज्यादा लोग इस मुहीम में जुड़कर आरक्षण लागू कराने के सरकार तक अपनी बात पहुंचा सकें।
इस समय लड़ाई वोटों की नहीं आरक्षण की लड़ी जानी चाहिए, इसलिए आप आज अपने अधिक से अधिक रिस्तेदार, दोस्त, पड़ोसी, जान पहचान वाले लोगों को उत्तर प्रदेश के हर गांव-मोहल्ले से अधिक से अधिक ज्ञापन भेजने के लिए प्रेरित कीजिए। ये ज्ञापन किसी पार्टी या संगठन की ओर से नहीं जा रहे हैं, ज्ञापन हम और आप अपने बच्चों के भविष्य को सुधारने के लिए खुद ही भेज रहे हैं। इसलिए एकलव्य मानव संदेश सभी पार्टी, संगठनों से अपील करता है, कि आप एकलव्य मानव संदेश के द्वारा की जा रही इस पहल में सहयोग कीजिए और जिससे सरकार और सभी दलों को लगना चाहिए कि ये समाज परिभाषित आरक्षण की लड़ाई के लिए एकजुट हो गया है।
आप सभी निषाद, बिन्द, कश्यप समाज की सभी पुकारू जातियों के परिभाषित आरक्षण के लिए आप अपने गांव - मोहल्ले से महामहिम राष्ट्रपति जी को ऑनलाइन ज्ञापन जरूर भेजें।
आरक्षण के लिए अखिलेश निषाद और हरिनाथ बिन्द जी के वलिदान को ठग और महा ठगों की राजनीति के लिए व्यर्थ नहीं जाने देना है।
5 अप्रैल 2022 को भेजे जा रहे ज्ञापनों से आपको कोई आर्थिक या न्यायिक नुकसान नहीं होने जा रहा है।
ज्ञापन की और अधिक जानकारी के लिए सम्पर्क करें
जसवन्त सिंह निषाद
संपादक/प्रकाशक/स्वामी/मुद्रक
कुआर्सी, रामघाट रोड, अलीगढ़, उत्तर प्रदेश, 202002
मोबाइल/व्हाट्सऐप नम्बर्स
9219506267, 9457311667