बिल्ली की भौं,, भौं/ कुत्ते की म्याऊं,,,,, म्याऊं (जाति वादी नस्ल पर एक व्यंग्य )

बिल्ली की भौं,,भौं/ कुत्ते की म्याऊं,,,,, म्याऊं

(जाति वादी नस्ल पर एक व्यंग्य )



             (दूसरी किस्त)

अरे चुप बिल्लियों,

अपनी औकात में रहो

संख्या बल की बात करती हो

जब कि तुम खुद जानती हो

कि तुम हजारों जातियों में बंटी हो

जिनका खाना अलग पीना अलग

सोना अलग, बैठना अलग

शादी अलग ब्याह अलग

धत बिल्लियो

बात करती हो एकता की

अरे तुम बिल्लियों से तो

हम कुत्ते ही अच्छे हैं

भले ही हमारी नस्ल अलग हो

मगर एक मालिक के घर में

साथ साथ रह तो लेते हैं

मगर तुम बिल्ली तो खुद ही

एक दूसरे की दुश्मन हो

आरोप लगाती हो हम पर

कि हम तुम्हें खाते हैं नोचते हैं

मगर हम पूछते हैं तुमसे

कि तुम क्या चूहों की पूजा करती हो

इतना ही नहीं तुममें से अनेक बिल्लियां दूसरों का हक खा जाती हैं

और सुनो

तुम्हारी अनेक बिल्लियां हैं

जो हम कुत्तों की फौज में भर्ती हैं

जो हमसे अधिक तुम्हारा ही मांस खाती हैं

क्यों कि उन्हें हम कुत्तों का मांस तो

मिलने से रहा

और सच तो ये है कि

कि वे हम कुत्तों का मांस तो 

पचाने से रहीं 

अब तुम ही बताओ

उन्हें किस जमात में शामिल करोगी


इस लिए बिल्ली रानी हम कुत्ते भी

कुत्ते और बिल्ली का भेद

मिटाने पर तुले हुए हैं

और सुनो अब तक जो कुछ हुआ

उसे भूल जाओ 

वे सब इतिहास की बातें हैं

और याद रखो

हम सब के पूर्वज एक ही हैं

और हमारा डी एन ए भी एक है


हैं,, हैं,, कुत्ते राजा क्या कहा

हम सबके पूर्वज एक ही हैं

तब क्या हम बिल्ली, बिल्ली नहीं

और तुम कुत्ते, कुत्ते नहीं कहलाओगे

हैं,,, हैं,, ठीक है कुत्ते राजा


फिर तो ये  सब समाज वाद की

 बात हो गई

फिर तो आज से ना कोई कुत्ता

और ना ही कोई बिल्ली कहलाएगा


नहीं नहीं बिल्ली रानी

अब तुम बहक रही हो

तुम्हारे लिए हम कुत्ते, कुत्ते रहेंगे

और तुम आज की तरह

बिल्ली, बिल्ली ही रहोगी


फिर अंतर क्या रहा कुत्ते राजा

आज और कल में

हां बिल्ली रानी अंतर ये रहेगा

क्या तुम बिल्लियों में

सब तुम्हारी ही तरह ताकतवर

और खूब सूरत हैं


नहीं नहीं कुत्ते राजा ऐसा तो नहीं

मैं अपनी जमात की सब बिल्लियों में 

 खूब सूरत हूं और ताकतवर भी

उन सब में मैं रानी रानी कहलाती हूं

हैं,, हैं,,  तुम्हें एक बात बताऊं 

कुत्ते राजा

कभी कभी तो मैं ताकत के बल पर

उनसे छीन कर भी खा जाती हूं


बस बस बिल्ली रानी 

उसी तरह हम सब कुत्तों की

जमात भी बैसी ही है जैसी तुम्हारी

हम सब भी कब दोस्त हैं आपस में

बिल्ली रानी

क्या कहावत नहीं सुनी

कुत्तों में एकता होती तो

गंगा ना नहा लिए होते

सच तो ये है बिल्ली रानी

बीरे भोग्या वसुंधरा 

बस दुनियां का यही सच है

बस इसी में हमारे सब पाप धुल जाते है 

इसी लिए बिल्ली रानी

बात बहुत हो गई

अब काम की बात सुनो

जिस तरह हम ताकतवर कुत्ते

कमजोर कुत्तों पर राज करते हैं

कमोवेश तुम्हारी भी कहनी

भी वैसी ही है


हां,, हां,, कुत्ते राजा तुम ठीक ही 

कह रहे हो 

इस लिए बिल्ली रानी ध्यान से सुनो

क्यों ना हम तुम कुत्ता बिल्ली

एक हो जाएं

तुम्हारे पास संख्या बल है

हमारे पास बुद्धि बल है

यदि हमारे तुम्हारे बल

एक हो जाएं

तो जानती हो 

हम दुनियां पर राज कर सकते हैं

इससे दो लाभ हो सकते हैं

तुम हमारे कमजोर कुत्तों का

और हम तुम्हारी खूब सूरत 

 बिल्लियों का जम कर शिकार कर सकते हैं

हो गई न हम दोनों की बल्ले बल्ले 

हां हां कुत्ते राजा

तुम कह तो ठीक रहे हो

पर क्या ये संभव है

हां, हां क्यों नहीं

बस हमें एक काम करना होगा

तुम्हे हमारी भौं भौं सीखनी होगी

और हमें तुम्हारी म्याऊं म्याऊं

जिसमें हम दोनों ही कुशल हैं

फिर क्या है गद्दी हमसे दूर नहीं

बिल्ली रानी

तुम भी मासा हारी हम भी मासा हारी

फिर तो जमके राज करेंगे

जब मिल बैठेंगे हम दोनों


हां, हां कुत्ते राजा, ठीक बात है

फिर तो जोर से बोलो

कुत्ता बिल्ली एकता जिंदाबाद

बिल्ली की भौं भौं, कुत्तों की म्याऊं म्याऊं

जिंदा वाद, जिंदाबाद

- रमेश चंद्र विद्रोही

अलीगढ़, उत्तर प्रदेश


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