गोरखपुर, उत्तर प्रदेश (Gorakhpur, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव संदेश (Eklavya Manav Sandesh) ब्यूरो रिपोर्ट, 23 मार्च 2019। श्रंगवेरपुर धाम में 10 अप्रैल को विशाल रैली कर निषाद राज जयंती मनाएगी निषाद पार्टी।
गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी निषाद वंश श्रोमणि, भगवानों के भगवान, भगवान राम के कष्ट को दूर करने वाले, श्रंगवेरपुर धाम के महाराजा गुह्यराज निषाद राज महाराज की जयंती इस वर्ष भी निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (NISHAD) पार्टी पवित्र श्रृंगवेरपुर धाम में ही चैत्र शुक्ल पंचमी को विशाल रैली करके मनाएगी। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के साथ-साथ भारत के कई प्रदेशों के निषाद वंशीय जन समूह के बड़ी संख्या में पहुंचने की संभावना है।
आपको मालूम हो जब राम को वनवास के रूप में राज त्यागने के साथ वन को जाना हुआ था तब वह अपने बाल शखा और परम मित्र, श्रृंगवेरपुर धाम के महाराजा गुह्यराज निषाद राज के पास ही सबसे पहले पहुंचे थे। और यहीं से नाव द्वारा गंगा पार करके गुह्यराज महाराज निषाद राज के विशाल राज्य में 12 से ज्यादा समय तक सुरक्षित व्यतीत किया था। लेकिन जब राम निषाद राज के राज से निकलकर दूसरे प्रदेश में पहुंचे थे तभी सीता जी के रावण के द्वारा अपहरण किया गया था।
निषाद पार्टी शास्त्रों में वर्णित तिथि के अनुसार गुह्यराज निषाद राज महाराज की जयंती चैत्र शुक्ल पंचमी को हर साल पवित्र श्रृंगवेरपुर धाम में ही मनाती आ रही है।
निषाद राज जयन्ती इस वर्ष 9 अप्रैल को सभी विधानसभा में भी एक दिन पहले मनाई जाएगी और उसके बाद सभी जिलों से लोग प्रयागराज (इलाहाबाद) के लिए प्रस्थान करेंगे।
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामना डॉ. संजय कुमार निषाद जी ने सभी निषाद वंशीय लोगों से शास्त्र के अनुसार जैसे राम नवमी और अन्य त्यौहार मनाए जाते हैं, उसी तरह निषाद जयंती भी मनाने की अपील की है। और ज्यादा से ज्यादा संख्या में पवित्र श्रृंगवेरपुर धाम पहुंचने की भी अपील की है।
गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी निषाद वंश श्रोमणि, भगवानों के भगवान, भगवान राम के कष्ट को दूर करने वाले, श्रंगवेरपुर धाम के महाराजा गुह्यराज निषाद राज महाराज की जयंती इस वर्ष भी निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (NISHAD) पार्टी पवित्र श्रृंगवेरपुर धाम में ही चैत्र शुक्ल पंचमी को विशाल रैली करके मनाएगी। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के साथ-साथ भारत के कई प्रदेशों के निषाद वंशीय जन समूह के बड़ी संख्या में पहुंचने की संभावना है।
आपको मालूम हो जब राम को वनवास के रूप में राज त्यागने के साथ वन को जाना हुआ था तब वह अपने बाल शखा और परम मित्र, श्रृंगवेरपुर धाम के महाराजा गुह्यराज निषाद राज के पास ही सबसे पहले पहुंचे थे। और यहीं से नाव द्वारा गंगा पार करके गुह्यराज महाराज निषाद राज के विशाल राज्य में 12 से ज्यादा समय तक सुरक्षित व्यतीत किया था। लेकिन जब राम निषाद राज के राज से निकलकर दूसरे प्रदेश में पहुंचे थे तभी सीता जी के रावण के द्वारा अपहरण किया गया था।
निषाद पार्टी शास्त्रों में वर्णित तिथि के अनुसार गुह्यराज निषाद राज महाराज की जयंती चैत्र शुक्ल पंचमी को हर साल पवित्र श्रृंगवेरपुर धाम में ही मनाती आ रही है।
निषाद राज जयन्ती इस वर्ष 9 अप्रैल को सभी विधानसभा में भी एक दिन पहले मनाई जाएगी और उसके बाद सभी जिलों से लोग प्रयागराज (इलाहाबाद) के लिए प्रस्थान करेंगे।
निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामना डॉ. संजय कुमार निषाद जी ने सभी निषाद वंशीय लोगों से शास्त्र के अनुसार जैसे राम नवमी और अन्य त्यौहार मनाए जाते हैं, उसी तरह निषाद जयंती भी मनाने की अपील की है। और ज्यादा से ज्यादा संख्या में पवित्र श्रृंगवेरपुर धाम पहुंचने की भी अपील की है।