बलिया, उत्तर प्रदेश (Balia, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव संदेश (Eklavya Manav Sandesh) ब्यूरो रिपोर्ट, 2 जून 2019। निषाद महिलाओं और पुरुषों पर बलिया में पुलिस का कहर। पुलिस ने पक्षपात दिखाते हुए बलिया में मंदिर की दीवार बना रहे निषाद महिला पुरुषों को बेरहमी से पीटा। घटना 29 मई की है। (https://youtu.be/UbmTTg1-8kE)
ग्राम घघरौली, थाना बासॅडिह रोड, जिला बलिया, उत्तर प्रदेश में शिव मंदिर की दीवार गांव के निवासियों द्वारा मिलकर बनाया जा रही थी। जिसका गांव के कुछ दबंग राजपूत लोगों ने विरोध किया और पुलिस को बुलवाकर उस कार्य को रुकवाने की कोशिश की, लेकिन गांव वाले, उसके विरोध से पीछा नहीं हटे। जब पुलिस से अपनी बात रखने की कोशिश की तो उसी समय बाँसडिह रोड के थाना अध्यक्ष अपनी पूरी टीम सहित बिंद समाज के लोगों पर लाठी बरसाने लगे, जिस पर उग्र होकर गांव के सभी लोगों ने पथराव चालू किया।
पुलिस पूरी तरह से दबंग लोगों के साथ मिलकर गांव के लोगों पर लाठीचार्ज कर रही थी।
पुलिस द्वारा गांव की महिलाओं बेटियों के साथ छेड़छाड़ की जा रही है तथा विरोध करने पर उस को बुरी तरह से पीटा जा रहा है। (https://twitter.com/eManavSandesh/status/1135354935342764032?s=20)
पुलिस वाले रात का फायदा उठाकर औरतों, लड़कियों के स्तन पकड़ रहे हैं और घर में घुसकर जोर जबरदस्ती कर रहे हैं।
गांव के बिंद निषाद मल्लाह लोगों पर प्रशासन द्वारा पूरी तरह से अत्याचार किया जा रहा है इसके निदान के लिए कोई सामने नहीं आ रहा है।
गांव के बुजुर्ग महिला औरतें बच्चे आस लगाए हुए बैठे हैं कि कोई न कोई उनके मदद के लिए उनके सामने आएगा।
जब यह सूचना निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामना डॉ. संजय कुमार निषाद जी तक पहुंची तो उन्होंने जिले के आलाधिकारियों से बात की और तुरंत निषादों पर अत्याचार रोकने के लिए कहा। समाजवादी पार्टी के कुछ नेता भी इस मामले में अपनी रोटी सेंकने के लिए दखल देने में लग गए हैं, जिससे पुलिस कार्यवाही को अभी सही दिशा नहीं दे पा रही है। और थाने में पकड़ कर रखे गए लोगों को अभी नहीं छोड़ पा रही है।
ग्राम घघरौली, थाना बासॅडिह रोड, जिला बलिया, उत्तर प्रदेश में शिव मंदिर की दीवार गांव के निवासियों द्वारा मिलकर बनाया जा रही थी। जिसका गांव के कुछ दबंग राजपूत लोगों ने विरोध किया और पुलिस को बुलवाकर उस कार्य को रुकवाने की कोशिश की, लेकिन गांव वाले, उसके विरोध से पीछा नहीं हटे। जब पुलिस से अपनी बात रखने की कोशिश की तो उसी समय बाँसडिह रोड के थाना अध्यक्ष अपनी पूरी टीम सहित बिंद समाज के लोगों पर लाठी बरसाने लगे, जिस पर उग्र होकर गांव के सभी लोगों ने पथराव चालू किया।
पुलिस पूरी तरह से दबंग लोगों के साथ मिलकर गांव के लोगों पर लाठीचार्ज कर रही थी।
पुलिस द्वारा गांव की महिलाओं बेटियों के साथ छेड़छाड़ की जा रही है तथा विरोध करने पर उस को बुरी तरह से पीटा जा रहा है। (https://twitter.com/eManavSandesh/status/1135354935342764032?s=20)
पुलिस वाले रात का फायदा उठाकर औरतों, लड़कियों के स्तन पकड़ रहे हैं और घर में घुसकर जोर जबरदस्ती कर रहे हैं।
गांव के बिंद निषाद मल्लाह लोगों पर प्रशासन द्वारा पूरी तरह से अत्याचार किया जा रहा है इसके निदान के लिए कोई सामने नहीं आ रहा है।
गांव के बुजुर्ग महिला औरतें बच्चे आस लगाए हुए बैठे हैं कि कोई न कोई उनके मदद के लिए उनके सामने आएगा।
जब यह सूचना निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामना डॉ. संजय कुमार निषाद जी तक पहुंची तो उन्होंने जिले के आलाधिकारियों से बात की और तुरंत निषादों पर अत्याचार रोकने के लिए कहा। समाजवादी पार्टी के कुछ नेता भी इस मामले में अपनी रोटी सेंकने के लिए दखल देने में लग गए हैं, जिससे पुलिस कार्यवाही को अभी सही दिशा नहीं दे पा रही है। और थाने में पकड़ कर रखे गए लोगों को अभी नहीं छोड़ पा रही है।