आगरा में पोईया गांव के निषादों पर जाटों ने यमुना किनारे की जमीन से बेदखल करने के लिए किया जान लेवा हमला

आगरा, उत्तर प्रदेश ( Agra, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव संदेश (Eklavya Manav Sandesh) ब्यूरो चीफ बाबा बालक दास निषाद की रिपोर्ट, 11 अगस्त 2019। आगरा में पोईया गांव के निषादों पर जाटों ने यमुना किनारे की जमीन से बेदखल करने के लिए किया जान लेवा हमला।
 आगरा जनपद के पोईया गांव के पास यमुना नदी में टापू जैसी जगह है। यह जमीन पोईया ग्राम के निषाद किसानों की जमीन के सामने है और सरकारी है। इस जमीन पर वर्षो से पोईया ग्राम के निषाद खेती के साथ पशु चराते रहे हैं। इस जगह पर पास के ही ग्राम मदनपुर के जाट किसान भी अपनी गिद्ध दृष्टि लगाए रहते हैं।
     शनिवार 10 अगस्त को भी पोईया ग्राम के किसान अपने पशु इस यमुना किनारे की सरकारी जमीन पर चरा रहे थे, तभी मदनपुर के जाटों ने उनपर लाठी डंडों और असलाहों से जान लेवा हमला कर दिया, जिसमें पोईया के निषादों को बुरी तरह से मारा पीटा गया। इस झगड़े में पोईया के श्रीनिवासन पुत्र राठौरी, रज्जो पुत्र कोमल सिंह, दीपू पुत्र भूरी सिंह घायल हो गए। जब यह ख़बर पोईया गांव में पहुंची तो वहां से भी लोग घटना स्थल पर पहुंच गए। और जबाबी कार्यवाही में मदनपुर के रज्जो पुत्र किसनी, मुकेश पुत्र जबाहर, कुल्ली पुत्र किसनी, सौदान पुत्र चोब सिंह, आकाश पुत्र किसनी, भारत पुत्र जबाहर, राजवीर और जबाहर घायल हो गए। सूचना पर खंदौली थाने की पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंच गई।


    इस घटना से इलाके में भय व्याप्त है। क्योंकि मदनपुर के जाट किसान पोईया के निषाद किसानों को उनके सामने की सरकारी जमीन पर जानवर आदि चराने पर जब चाहे झगड़ा करते रहते हैं।