अलीगढ़, उत्तर प्रदेश (Aligarh, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव संदेश (Eklavya Manav Sandesh) ब्यूरो रिपोर्ट, 14 दिसम्बर 2019। आरएसएस के लोग इसलिए चिढ़ते हैं नेहरू खानदान से ??
आप क्या सोच रहे थे, कि आप ब्राह्मणों को विदेशी बोलोगे और ब्राह्मण आप पर पलट कर हमला नहीं करेंगे।
संघ ने NRC लाकर ओबीसी, एससी, एसटी को उनके ही देश में विदेशी घोषित कर दिया है। अकेले असम में 20 लाख लोगों को विदेशी घोषित किया गया है। जिनमें से 14 लाख हिन्दू ही हैं।
अब आप समझ सकते हैं कि NRC हकीकत में किन लोगों को विदेशी साबित करने के लिए लाया जा रहा है।
हकीकत ये है कि संघ के इशारे पर ओबीसी, एसी, एसटी के लोगों को उनके अपने ही देश में विदेशी साबित करके उनसे वोट का अधिकार छीनने के लिए ही NRC लाया जा रहा है। जिसमें मुसलमान तो सिर्फ चारा हैं, ताकि ओबीसी, एससी, एसटी का शिकार किया जा सके। जैसे असम में 14 लाख हिन्दू ओबीसी, एससी, एसटी के शिकार के लिए 6 लाख मुसलमानों को चारे के रूप में इश्तेमाल किया गया है।
पं. जबाहर लाल नेहरू ने अपनी किताब डिस्कवरी ऑफ इंडिया मैं साफ लिखा था कि आर्य विदेशी हैं और भारत के मूलवासियों को दास, राक्षस बनाकर अपना ग़ुलाम बनाया था। जब देश आजाद हुआ तो यहाँ के आर्यों के वंसजो को डॉ. भीमराव अंबेडकर जी के द्वारा संविधान में कई गई एससी, एसटी के आरक्षण की व्यवस्था को आज तक पूरी तरह से ब्राह्मण वर्चस्व ने लागू ही नहीं होने दिया। यही हाल मंडल कमीशन को लेकर किया गया। और ओबीसी को आवादी के अनुसार आरक्षण नहीं दिया गया। आज भी ओबीसी का कोटा पूरा नहीं किया जा रहा है। आज डायरेक्ट IAS की भर्ती आरएसएस के इसारे पर कॉरपोरेट के नौकरशाहों से की जा रही है, जिसमें कोई आरक्षण नहीं रखा गया है और आएसएस की ही लोगों को अधिकाँश ब्राह्मण ही भर्ती किये जा रहे हैं। इसलिए आएसएस की मोदी सरकार लोगों को बेरोजगारी, बीमारी, भ्रस्टाचार, के माध्यम से लाचार बनाकर हिन्दू राष्ट्र के नाम पर मनुवाद को नए रूप में मजबूत कर रही है।
आप क्या सोच रहे थे, कि आप ब्राह्मणों को विदेशी बोलोगे और ब्राह्मण आप पर पलट कर हमला नहीं करेंगे।
संघ ने NRC लाकर ओबीसी, एससी, एसटी को उनके ही देश में विदेशी घोषित कर दिया है। अकेले असम में 20 लाख लोगों को विदेशी घोषित किया गया है। जिनमें से 14 लाख हिन्दू ही हैं।
अब आप समझ सकते हैं कि NRC हकीकत में किन लोगों को विदेशी साबित करने के लिए लाया जा रहा है।
हकीकत ये है कि संघ के इशारे पर ओबीसी, एसी, एसटी के लोगों को उनके अपने ही देश में विदेशी साबित करके उनसे वोट का अधिकार छीनने के लिए ही NRC लाया जा रहा है। जिसमें मुसलमान तो सिर्फ चारा हैं, ताकि ओबीसी, एससी, एसटी का शिकार किया जा सके। जैसे असम में 14 लाख हिन्दू ओबीसी, एससी, एसटी के शिकार के लिए 6 लाख मुसलमानों को चारे के रूप में इश्तेमाल किया गया है।
पं. जबाहर लाल नेहरू ने अपनी किताब डिस्कवरी ऑफ इंडिया मैं साफ लिखा था कि आर्य विदेशी हैं और भारत के मूलवासियों को दास, राक्षस बनाकर अपना ग़ुलाम बनाया था। जब देश आजाद हुआ तो यहाँ के आर्यों के वंसजो को डॉ. भीमराव अंबेडकर जी के द्वारा संविधान में कई गई एससी, एसटी के आरक्षण की व्यवस्था को आज तक पूरी तरह से ब्राह्मण वर्चस्व ने लागू ही नहीं होने दिया। यही हाल मंडल कमीशन को लेकर किया गया। और ओबीसी को आवादी के अनुसार आरक्षण नहीं दिया गया। आज भी ओबीसी का कोटा पूरा नहीं किया जा रहा है। आज डायरेक्ट IAS की भर्ती आरएसएस के इसारे पर कॉरपोरेट के नौकरशाहों से की जा रही है, जिसमें कोई आरक्षण नहीं रखा गया है और आएसएस की ही लोगों को अधिकाँश ब्राह्मण ही भर्ती किये जा रहे हैं। इसलिए आएसएस की मोदी सरकार लोगों को बेरोजगारी, बीमारी, भ्रस्टाचार, के माध्यम से लाचार बनाकर हिन्दू राष्ट्र के नाम पर मनुवाद को नए रूप में मजबूत कर रही है।