नई_दिल्ली (New Delhi), एकलव्य मानव संदेश (Eklavya Manav Sandesh), 1 फरवरी 2020। केंद्र सरकार के आज लोकसभा में पेश बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विशम्भर प्रसाद निषाद साँसद( राज्य सभा) ने कहा है कि यह नए दशक का दिवालिया बजट है। केंद्र के कर्मचारियों को वेतन देने के लिए केंद्र सरकार के पास पैसा नहीं है, यही हाल राज्यों में है, कई कई महीनों से कर्मचारियो को वेतन नहीं मिल रहा है। हर सेक्टर में केंद्र सरकार फेल है। इसीलिए जितने भी पिछले पाँच सालो में घोषणा की गई थी कोई भी पूरी नहीं हुई। स्मार्ट सिटी में आज तक एक भी शहर नहीं बना। बुलेट ट्रेन चली नहीं और अभी तक एक भी घोषणा पूरी नहीं हुई। नोट बन्दी, जीएसटी से देश की अर्थव्यवस्था की कमर टूट गयी है।
5 साल के अंदर जो सबसे ज्यादा रोजगार देने वाला रेलवे निजी हाथों में बेचा जा रहा है। एयर इंडिया बेचा जा रहा है। सरकारी उपक्रम निजी हाथों मे बेचें जा रहे हैं। लोगों को पिछले पाँच साल़ो में रोजगार मिलने के बजाय रोजगार घटे हैं। केवल आकडों बाजीगरी का झूठ का पुलिन्दा है बजट। देश का नौजवान किसान वजट से हताश निराश हुआ है। घाटे की खेती होने के कारण बुन्देलखण्ड मे किसान आत्महत्या कर रहा है। वजट में बुन्देलखंड के लोगों को निराश किया है।