कन्नौज, उत्तर प्रदेश (Kannauj, Uttar Pradesh), एकलव्य मानव संदेश (Eklavya Manav Sandesh), ब्यूरो चीफ बीरेंद्र कुमार कश्यप की रिपोर्ट। कन्नौज में एक ही गाँव में पांच कोरोना संदिग्ध मिलने से मचा हड़कंप। सभी को जांच के लिए तिर्वा मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। पूरा गांव क्वारंटाइन करके लोगों से घरों में रहने को कहा गया हैै।
कन्नौज जनपद के छिबरामऊ से 9 किलोमीटर दूर विशुनगढ़ रोड पर बहादुरपुर गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम के पहुंचते ही अफरा-तफरी मच गई। टीम ने गांव के 5 लोगों को कोरोना संदिग्ध मानते हुए जांच के लिए एंबुलेंस से राजकीय मेडिकल कॉलेज तिर्वा भेज दिया। इसी के साथ विशुनगढ़ पुलिस ने पूरे गांव को क्वॉरंटाइन किए जाने का एनाउंस करके सभी को अपने घरों में रहने की चेतावनी दी।
पता चला है कि गांव के रिटायर्ड शिक्षक 65 वर्षीय सौदान सिंह यादव पुत्र मौजी लाल चार-पांच दिन पहले दवा लेने आगरा के जिस अस्पताल में गए थे वहां कोरोना के भी मरीज थे। आगरा इन दिनों कोरोना का हॉटस्पॉट बना हुआ है। अस्पताल के रिकॉर्ड की छानबीन में इनका नाम पता चला तो वहां से जिले के कंट्रोल रूम को जानकारी दी गई। इसी के साथ प्रशासन चौकस हो गया। गांव के प्रधान विनोद यादव से सौदान सिंह का मोबाइल नंबर लिया गया और आज दोपहर 11 बजे सीएचसी की टीम के डॉ. अमित सिंह व डॉक्टर हरनाथ सिंह गांव पहुंच गए। यहां टीम को पता चला सौदान सिंह का पुत्र कौशलेंद्र यादव लाक डाउन के दौरान ही करीब 15 दिन पहले दिल्ली से लौटा था। टीम ने इन दोनों सहित दूसरे पुत्र राजेश व पत्नी अनेकश्री और पड़ोसी कन्हैया उर्फ सचिन पुत्र गुरु प्रसाद यादव की थर्मल स्कैनिंग की और इन पांचों को संदिग्ध मानते हुए राजकीय मेडिकल कॉलेज तिर्वा भेज दिया।
उधर पुलिस भी सक्रिय हो गई। पूरे गांव को क्वॉरंटाइन किए जाने का एनाउंस करके लोगों को घरों में रहने की हिदायत दी जाय कन्नौज जनपद के बहादुरपुर गांव के प्रधान विनोद यादव ने पूरे गांव को सैनिटाइज करने की मांग की है। उन्होंने कोरोना की जंग में साथ देने के लिए मुख्यमंत्री के कोविड 19 केयर फंड में हर माह अपना पूरा मानदेय देने की घोषणा की। उन्होंने कहा 15 अप्रैल के बाद राशन की दुकानों से निशुल्क चावल का वितरण होना है। इसके साथ खाद्याल सोशल डिस्टेंसिन्ग का कड़ाई से पालन कराते हुए खाद्यान्न भी दिए जाएं।
पता चला है कि गांव के रिटायर्ड शिक्षक 65 वर्षीय सौदान सिंह यादव पुत्र मौजी लाल चार-पांच दिन पहले दवा लेने आगरा के जिस अस्पताल में गए थे वहां कोरोना के भी मरीज थे। आगरा इन दिनों कोरोना का हॉटस्पॉट बना हुआ है। अस्पताल के रिकॉर्ड की छानबीन में इनका नाम पता चला तो वहां से जिले के कंट्रोल रूम को जानकारी दी गई। इसी के साथ प्रशासन चौकस हो गया। गांव के प्रधान विनोद यादव से सौदान सिंह का मोबाइल नंबर लिया गया और आज दोपहर 11 बजे सीएचसी की टीम के डॉ. अमित सिंह व डॉक्टर हरनाथ सिंह गांव पहुंच गए। यहां टीम को पता चला सौदान सिंह का पुत्र कौशलेंद्र यादव लाक डाउन के दौरान ही करीब 15 दिन पहले दिल्ली से लौटा था। टीम ने इन दोनों सहित दूसरे पुत्र राजेश व पत्नी अनेकश्री और पड़ोसी कन्हैया उर्फ सचिन पुत्र गुरु प्रसाद यादव की थर्मल स्कैनिंग की और इन पांचों को संदिग्ध मानते हुए राजकीय मेडिकल कॉलेज तिर्वा भेज दिया।
उधर पुलिस भी सक्रिय हो गई। पूरे गांव को क्वॉरंटाइन किए जाने का एनाउंस करके लोगों को घरों में रहने की हिदायत दी जाय कन्नौज जनपद के बहादुरपुर गांव के प्रधान विनोद यादव ने पूरे गांव को सैनिटाइज करने की मांग की है। उन्होंने कोरोना की जंग में साथ देने के लिए मुख्यमंत्री के कोविड 19 केयर फंड में हर माह अपना पूरा मानदेय देने की घोषणा की। उन्होंने कहा 15 अप्रैल के बाद राशन की दुकानों से निशुल्क चावल का वितरण होना है। इसके साथ खाद्याल सोशल डिस्टेंसिन्ग का कड़ाई से पालन कराते हुए खाद्यान्न भी दिए जाएं।