प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश, एकलव्य मानव संदेश ब्यूरो नागेंद्र बिन्द की रिपोर्ट। प्रतापगढ़ जिले में 1 जून 2020 की देर रात युवक की हत्या को लेकर बवाल मच गया। जानकारी होने पर पहुंची पुलिस पर गांव के लोगों ने पथराव कर दिया और पुलिस की गाडिय़ों को आग के हवाले कर दिया। गांव में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
घटना फतनपुर थाना क्षेत्र के कहला गांव की है। जानकारी के मुताबिक कहला गांव के भुजैनी मजरे के रहने वाले रणविजय पटेल के बेटे अंबिका को पुलिस ने करीब माह भर पहले एक महिला सिपाही की तस्वीर सोशल मीडिया पर डालने के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। कुछ दिन पहले वह जेल से छूटकर आया था।
सोमवार 1 जून की दोपहर अंबिका पटेल घर से निकला पर देर रात तक वापस नहीं आया। रात करीब साढ़े नौ बजे परिजन उसे ढूंढने निकले तो नहर के बगल स्थित स्कूल के पास बाग में अंबिका का अधजला शव पाया गया। आरोप है कि अंबिका को पेड़ से बांधकर जिंदा जला दिया गया था। इसकी जानकारी पुलिस को दी गयी तो पहले डायल 100 की गाड़ी फिर फतनपुर थानाध्यक्ष की गाड़ी पहुंची। इस बीच गांव के लोग एकत्र हो गये थे। ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। किसी तरह पुलिसकर्मी जान बचाकर भागे तो ग्रामीणों पुलिस के वाहन को आग के हवाले कर दिया।
सोमवार 1 जून की दोपहर अंबिका पटेल घर से निकला पर देर रात तक वापस नहीं आया। रात करीब साढ़े नौ बजे परिजन उसे ढूंढने निकले तो नहर के बगल स्थित स्कूल के पास बाग में अंबिका का अधजला शव पाया गया। आरोप है कि अंबिका को पेड़ से बांधकर जिंदा जला दिया गया था। इसकी जानकारी पुलिस को दी गयी तो पहले डायल 100 की गाड़ी फिर फतनपुर थानाध्यक्ष की गाड़ी पहुंची। इस बीच गांव के लोग एकत्र हो गये थे। ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। किसी तरह पुलिसकर्मी जान बचाकर भागे तो ग्रामीणों पुलिस के वाहन को आग के हवाले कर दिया।