बासौली के शेखर कश्यप हत्याकांड में हमलावर पक्ष ने भी दर्ज कराई कश्यपों पर रिपोर्ट

बड़ौत, बागपत, उत्तर प्रदेश, एकलव्य मानव संदेश ब्यूरो रिपोर्ट। बागपत जनपद की बड़ौत तहसील के रमाला थाना क्षेत्र के बासौली गांव में एक जून हो हुए शेखर कश्यप की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड के चार दिन बाद अब दूसरे पक्ष ने भी शेखर कश्यप के पिता (भाजपा पिछड़ा वर्ग शामली जिला के उपाध्यक्ष) सहित छह लोगों को नामजद करते हुए 15-20 आरोपियों के खिलाफ अज्ञात में मुकदमा दर्ज कराया गया है। 
    हत्याकांड की घटना के बाद शेखर के पिता नौ लोगों को नामजद कराते हुए 22 लोगों के खिलाफ अज्ञात में मुकदमा दर्ज कराया था। 

    4 जून को दोघट कस्बा निवासी धर्मेंद्र सिंह ने तहरीर दी कि एक जून-2020 को उसका बेटा सचिन अपने साथी रचित निवासी सूप थाना रमाला के साथ उसके रिश्तेदार निशांत के घर जन्मदिन पर बासौली गांव में गया था। जन्मदिन की पार्टी समाप्त होने के बाद निशांत व उसके पिता राजवीर जब सचिन और रचित को छोड़ने के लिए सड़क पर आये तो 31 मई-2020 को हुए झगड़े की रंजिश के कारण गांव के चौराहे से लगभग 100 मीटर दूर शाम लगभग साढ़े पांच बजे उसके बेटे सचिन पंवार, रचित, निशांत व राजवीर को पदम कश्यप, सतवीर कश्यप, ब्रिजू कश्यप व संदीप कश्यप पुत्रगण अनाम, लोमस व अजीत पुत्रगण ओमप्रकाश निवासी बासौली व 15-20 अज्ञात लोगों ने उन्हें लाठी-डंडे, सरिया व बलकटी से मारना पीटना शुरू कर दिया और मौत के घाट उतार दिया। इस दौरान निशांत व राजबीर तो अपनी जान बचाकर भाग गए जबकि सचिन व रचित को आरोपियों ने मौत के घाट उतार दिया। इस घटना के बारे में जब उसे पता चला तो वह और उसका परिवार बदहवास की हालत में हो गया, जिसके कारण मुकदमा दर्ज कराने थाने नहीं जा सका।          
        थाना रमाला के इंस्पेक्टर महिपाल सिंह ने पत्रकारों को बताया कि बासौली गांव में एक जून को हुए हत्याकांड में विपक्ष की तहरीर पर पदम कश्यप समेत छह नामजद और 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 302, 307, 147 व 148 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
        आपको ज्ञात हो एक जून को बासौली गांव में भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा शामली के जिला उपाध्यक्ष पदम कश्यप के बेटे शेखर की घर पर ही गोली मारकर हत्या कर दी थी जबकि शेखर के चाचा सुमित व पुनीत को गंभीर रूप से घायल कर दिया था। हमलाकर भाग रहे बदमाशों दोघट कस्बा निवासी सचिन व सूप गांव निवासी रचित को लोगों ने घेरकर मार गिराया था जबकि अन्य हमलावर फरार हो गए थे।
       एक जून की घटना में पदम कश्यप ने निशांत, हिमांशु, विशु, विशाल, रितिक, मोहित, शुभम, नितिन, मनप्रीप व 22 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। झगड़े की शुरूआत 31 मई को आटा चक्की पर हुए विवाद से हुई थी।
    मारे गए हमलावर बदमाशों, दोघट कस्बे में सचिन और सूप गांव में रचित के क्रियाकर्म में रालोद के पूर्व विधायक डा. अजय कुमार, पूर्व विधायक वीरपाल राठी, टीकरी कस्बा चेयरमैन सोमपाल राठी, सुधीर मान, अरविंद राठी, धीरज उज्जलव, प्रमेंद्र तोमर आदि मौजूद रहे। माना जा रहा है रालोद के चौधरी जयन्त और अन्य जाट नेताओं के दबाव में आज का मुद्दमा दर्ज कराया गया है। क्योंकि जाट लैंड में गैर जाटों को आज भी भारी दबाब में रहने को मजबूर किया जाता है। और अगर कोई प्रतिकार करता है तो धमकाने, मारने, पीटने के साथ मुकदमों में उसे ही उल्टा फंसा दिया जाता है। और यह मुकदमा  भी उसी हनक का परिणाम है। जबकि बासौली गांव की घटना पूरी तरह से एक आतंक फैलाने की घटना है। हमलावर बदमाशों ने खुद बेकसूर और कमजोर वर्ग के कश्यपों के घर जाकर 100 से ज्यादा राउंड गोली चलाईं और लोगों को लहूलुहान करने के साथ एक को मौत के मुंह में पंहुचा दिया। और जब इस तांडव को ग्रामीणों ने देखा तो प्रतिकार में दो बदमाशों को पीट पीट कर मार दिया था। जब बमाशों के परिजनों के द्वारा फर्जी मुकदमा पीड़ित पक्ष पर लिखाया गया है तो इसका विरोध भी कश्यप समाज के द्वारा किये जाना प्रारंभ हो गया है।
    इसी क्रम में संवैधानिक आरक्षण संघर्ष मोर्चा के ईं देवेंद्र कश्यप (मुजफ्फरनगर) के कहना है कि कल 5 जून से डीएम कार्यालय पर आंदोलन शुरू करने जा रहा है। इसके लिए कश्यप समाज के सभी संगठन और नेताओ से निवेदन निवेदन किया गया है कि इस लड़ाई को पूरा कश्यप समाज एक साथ मिलकर लड़े। कश्यप समाज अब अत्याचार बर्दास्त नहीं करेगा।
    इस घटना को लेकर गांव में गहरा तनाव बना हुआ है और सुरक्षा के लिहाज से पुलिस बल तैनात है।