रामसखा निषादराज गुह्य सेवा समिति ने राज्य सरकार द्वारा  मृत्यू भोज बंद करने का किया समर्थन

 राजाखेड़ा, धौलपुर, राजस्थान, एकलव्य मानव संदेश ब्यूरो रिपोर्ट। राजाखेड़ा के गांव चिंतामन की घड़ी में निषाद समुदाय का सम्मेलन हुआ, जिसमें राजाखेड़ा के निषाद समुदाय के लोगों ने काफी संख्या में भाग लिया। इस बैठक की अध्यक्षता श्री रामसखा निषादराज गुह्य सेवा समिति के अध्यक्ष श्री पदम सिंह निषाद के द्वारा की गई। बैठक की शुरुआत महाराज गुह्यराज निषाद जी की आरती करने के बाद प्रारम्भ की गई।  उसके बाद समिति की युवा कार्यकारिणी का विस्तार करने का चरण शुरू हुआ। जिसमें संयोजक सरपंच कप्तान सिंह निषाद ने समाज में लिप्त अशिक्षा, कुरीतियों, अंधविश्वासों पर जोर दिया। इतना ही नहीं उनके आवाहन पर लोगों की सर्वसम्मति से समाज में होने वाले मृत्युभोज पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव पास किया गया। संगठन मंत्री  तेजपाल निषाद ने सभी अध्यापकों से अनुरोध करते हुए अपने-अपने गांव में बच्चों को निशुल्क शिक्षा देने का आवाह्न किया। प्रचारमंत्री पूर्व सरपंच जयप्रकाश निषाद को, बनाया गया। मीडिया प्रभारी हरिप्रसाद निषाद ने अध्यापकों को राजाखेड़ा क्षेत्र में शिक्षण संस्थान खोलकर प्रतियोगियों को निशुल्क शिक्षा देने को कहा। युवा प्रभारी नरेश निषाद को व सहायक सचिव नारायण सिंह निषाद को सर्व सहमति से मनोनीत किया गया।  

   सीकर से जाट समाज के अध्यापक ने समाज को एक माला के रूप में पिरोने के लिए मूलमंत्र बताए, अध्यापक योगेन्द्र निषाद जी ने शिक्षा व बच्चों के कैरियर को लेकर जोर दिया। निषाद समाज के क्रांतिकारियों जैसे- गंगादीन निषाद, तिलका मांझी, बिरसा मुंडा का वर्णन विस्तार से किया।  
अन्तिम चरण में समिति के अध्यक्ष श्री पदम सिंह के भाषण एवं जय निषाद राज के नारों सहित बैठक का समापन किया गया।  
बैठक में मौजूद सभी संरक्षण गण, उपाध्यक्ष रामसेवक निषाद व रामवीर निषाद, संघठन महामंत्री महेश निषाद, सचिव खुशीलाल निषाद, सरपंच गंगाप्रसाद निषाद, पूर्व सरपंच राजू निषाद, रामनरेश निषाद एवं समाज के गणमान्य लोग बैठक में मौजूद रहे।