सुलतानपुर, उत्तर प्रदेश, एकलव्य मानव संदेश ब्यूरो रिपोर्ट। ग्राम पंचायत पापर-शाहपुर हरिवंश, विकास खण्ड लम्भुआ, जनपद सुलतानपुर में लगी निर्वाण प्राप्त सांसद वीरांगना फूलनदेवी की प्रतिमा जीर्णोद्धार के लिए मांग रही अपने ही समाज से न्याय।
जनपद के पूर्व सपा विधायक सन्तोष पांडेय ने राजनीतिक उद्देश्य की पूर्ति हेतु अपने कार्यकाल में पूर्व सांसद वीरांगना फूलनदेवी की प्रतिमा लगवायी थी। क्षेत्र में निषाद समुदाय की काफी आबादी है, किन्तु रख रखाव न किये जाने के कारण आज वीरांगना फूलनदेवी की यह प्रतिमा बदहाली का शिकार होने के कारण अपने ही निर्बल समाज से न्याय मांग रही है।
सुलतानपुर में बड़े बड़े संगठन वीरांगना फूलनदेवी के नाम पर अपनी दुकान तो चलाते है, किन्तु उनका ध्यान इस प्रतिमा की तरफ कभी नहीं जाता!!
निर्वाण प्राप्त सांसद एवं विश्व की चौथी क्रांतिकारी महिला जिसे गुज़रे हुए अर्सा हुआ, वो चंबल के क़िस्से-कहानियों में, भारत के लोक गीतों में अभी भी ज़िंदा है, वो एक बागी थी, भारत के निर्बल समुदाय के लोगों की नज़र में एक अवतार थीं, शक्तिस्वरूपा थी।
निषाद समाज की वीर नारी ने घोर अन्याय व अत्याचार के खिलाफ यहां के बादशाह कहे जाने वाले जमींदारों की हस्ती को ललकारा था। गांव गुढ़ा का पुरवा, तहसील- कालपी, जनपद जालौन उत्तर प्रदेश में, जहां वो पैदा हुई थी, लोग आज भी उनके बचपन के क़िस्से सुनाते हैं।
जब वो बागी बनी और अपने अपमान का बदला लिया था, उसका बखान गीतों की शक्ल में लोग करते हैं। शादी-ब्याह में, तीज त्योहार में और दूसरे आयोजनों में उसकी बहादुरी के गीत गाए जाते हैं।
पूरे भारत का निर्बल/द्रविण मूलनिवासी समुदाय उन्हें अवतार मानता है, किन्तु जनपद सुलतानपुर में उनकी प्रतिमा बदहाल अवस्था में है।
लोगो ने समाज सेवा में अद्वितीय भूमिका निभाने वाली जिले की "निःसवार्थः समाज सेवा समिति" का इस विंदु पर ध्यानाकर्षण किया है कि प्रतिमा के जीर्णोद्धार की लड़ाई हेतु आगे आये।
इस विषय पर जब निःसवार्थः समाज सेवा के कोषाध्यक्ष श्री योगेश कुमार निषाद (प्रधान) से जब संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि मीटिंग कर समाज सेवियों के सहयोग से समिति यथा संभव धन संग्रह कर प्रतिमा के जीर्णोद्धार हेतु कार्य करेगी।
श्री प्रधान ने यह भी बताया कि इस विषय पर स्थानीय जन प्रतिनिधियों से भी वार्तालाप जारी है।
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