लखनऊ, उत्तर प्रदेश (Lucknow, Uttar Pradesh), 27 जनवरी 2020। भाजपा की संत योगी जी की सरकार का ऑर्डर - यूपी के मयखानों में रात 2 बजे तक छलकेंगे जाम,
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ जी सरकार ने नई आबकारी नीति के तहत तय किया है कि अब शराब परोसने वाले बार रात के 2 बजे तक अपनी सेवाएं दे सकते हैं। इस बात के साथ ही तमाम सवाल भी खड़े होना लाजमी है।
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने नई आबकारी नीति तय की है, जिसके बाद अप्रैल से सूबे के कई बड़े शहरों में रात दो बजे तक के लिए खुले रहेंगे बार।
कांग्रेस ने सरकार के इस फैसले पर हमला बोलते हुए कहा है, शराब के बजाए पौष्टिक चीजों की बिक्री पर बढ़ावा दें। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि चुनौती स्वाभाविक रूप से बढ़ जाती है।
उत्तर प्रदेश में सरेराह लूट, हत्या, अपहरण, बलात्कार की घटनाओं को लेकर समाजवादी पार्टी (एसपी), कांग्रेस समेत समूचा विपक्ष सत्तारूढ़ योगी सरकार को निशाने पर लेने का एक भी मौका नहीं छोड़ता है। उधर, यूपी की योगी सरकार ने एक नया निर्देश जारी किया है। नई आबकारी नीति 2020-21 के तहत अब शराब परोसने वाले बार के बंद होने के वक्त को बढ़ा दिया गया है। इसके हिसाब से अब बार को रात 2 बजे तक खोले रखा जा सकता है जबकि होटलों में संचालित बार सुबह 4 बजे तक खोले रखे जा सकते हैं।
सवाल यह है कि अपराधों को देखते हुए क्या यह फैसला सही है। सबसे पहले नज़र डालते हैं नैशनल क्राइम रेकॉर्ड ब्यूरो के डेटा पर...
नैशनल क्राइम रेकॉर्ड्स ब्यूरो (एनसीआरबी) की वार्षिक रिपोर्ट ने उत्तर प्रदेश में अपराध की भयावह तस्वीर उजागर की है। यह रिपोर्ट 9 जनवरी (गुरुवार) को जारी की गई। इसमें दावा किया गया कि हर दो घंटे में राज्य पुलिस में दुष्कर्म का एक मामला दर्ज किया जाता है, जबकि यूपी में हर 90 मिनट में एक बच्चे के खिलाफ अपराध की रिपोर्ट है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने सरकार के इस फैसले पर कहा है रात के वक्त महिला अपराध रोकने और पुलिस व्यवस्था सुदृढ़ करने के बजाए शराब बेचने की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गारंटी दे रहे हैं। 'वह (योगी आदित्यनाथ) खुद को संत कहते हैं तो उन्हें रात में दूध, दही आदि पौष्टिक चीजों की बिक्री के बारे में विकल्प लाने चाहिए लेकिन वह तो शराब को बढ़ावा दे रहे हैं।
होश फाख्ता कर देंगे ये आकड़े
एनसीआरबी की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2018 में 4,322 दुष्कर्म के मामलों की सूचना है, इस तरह हर रोज करीब 12 मामले होते हैं। राज्य में महिलाओं के खिलाफ 59,445 अपराध के मामले दर्ज किए गए, इस तरह 162 मामले हर रोज सामने आए। बच्चों के मामले में 2018 में 144 नाबालिग लड़कियों से दुष्कर्म किए गए। 2017 में इसके 139 मामले दर्ज किए गए। एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं के खिलाफ अपराध में 19 शहरों में लखनऊ शीर्ष पर रहा। यहां 2019 में महिलाओं के खिलाफ 2,736 मामले दर्ज किए गए। इसी तरह से बच्चों के खिलाफ 19,936 मामले रिपोर्ट किए गए। इस तरह से राज्य में 55 मामले प्रतिदिन रिपोर्ट हुए।
'सरकार की नई आबकारी नीति से क्राइम कंट्रोल करना होगा चैलेंज'
हत्या, बलात्कार, लूट के साथ-साथ नकली शराब के भी उत्तर प्रदेश से मामले सामने आते रहते हैं। ऐसे में इस कदम को लेकर लोगों के बीच नाराजगी भी व्याप्त है। एक पुलिस अधिकारी ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया, 'रात 2 बजे तक शराब की खुली बिक्री के साथ ही चैलेंज स्वाभाविक तौर पर बढ़ जाते हैं। नशे की हालत में कई तरह के अपराधों की संभावना भी बढ़ जाती है। इन अपराधों पर पूरी तरह से लगाम लगाना फिर बड़ी चुनौती बन जाएगा।'
साभार
नवभारतटाइम्स.कॉम
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ जी सरकार ने नई आबकारी नीति के तहत तय किया है कि अब शराब परोसने वाले बार रात के 2 बजे तक अपनी सेवाएं दे सकते हैं। इस बात के साथ ही तमाम सवाल भी खड़े होना लाजमी है।
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने नई आबकारी नीति तय की है, जिसके बाद अप्रैल से सूबे के कई बड़े शहरों में रात दो बजे तक के लिए खुले रहेंगे बार।
कांग्रेस ने सरकार के इस फैसले पर हमला बोलते हुए कहा है, शराब के बजाए पौष्टिक चीजों की बिक्री पर बढ़ावा दें। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि चुनौती स्वाभाविक रूप से बढ़ जाती है।
उत्तर प्रदेश में सरेराह लूट, हत्या, अपहरण, बलात्कार की घटनाओं को लेकर समाजवादी पार्टी (एसपी), कांग्रेस समेत समूचा विपक्ष सत्तारूढ़ योगी सरकार को निशाने पर लेने का एक भी मौका नहीं छोड़ता है। उधर, यूपी की योगी सरकार ने एक नया निर्देश जारी किया है। नई आबकारी नीति 2020-21 के तहत अब शराब परोसने वाले बार के बंद होने के वक्त को बढ़ा दिया गया है। इसके हिसाब से अब बार को रात 2 बजे तक खोले रखा जा सकता है जबकि होटलों में संचालित बार सुबह 4 बजे तक खोले रखे जा सकते हैं।
सवाल यह है कि अपराधों को देखते हुए क्या यह फैसला सही है। सबसे पहले नज़र डालते हैं नैशनल क्राइम रेकॉर्ड ब्यूरो के डेटा पर...
नैशनल क्राइम रेकॉर्ड्स ब्यूरो (एनसीआरबी) की वार्षिक रिपोर्ट ने उत्तर प्रदेश में अपराध की भयावह तस्वीर उजागर की है। यह रिपोर्ट 9 जनवरी (गुरुवार) को जारी की गई। इसमें दावा किया गया कि हर दो घंटे में राज्य पुलिस में दुष्कर्म का एक मामला दर्ज किया जाता है, जबकि यूपी में हर 90 मिनट में एक बच्चे के खिलाफ अपराध की रिपोर्ट है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने सरकार के इस फैसले पर कहा है रात के वक्त महिला अपराध रोकने और पुलिस व्यवस्था सुदृढ़ करने के बजाए शराब बेचने की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गारंटी दे रहे हैं। 'वह (योगी आदित्यनाथ) खुद को संत कहते हैं तो उन्हें रात में दूध, दही आदि पौष्टिक चीजों की बिक्री के बारे में विकल्प लाने चाहिए लेकिन वह तो शराब को बढ़ावा दे रहे हैं।
होश फाख्ता कर देंगे ये आकड़े
एनसीआरबी की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2018 में 4,322 दुष्कर्म के मामलों की सूचना है, इस तरह हर रोज करीब 12 मामले होते हैं। राज्य में महिलाओं के खिलाफ 59,445 अपराध के मामले दर्ज किए गए, इस तरह 162 मामले हर रोज सामने आए। बच्चों के मामले में 2018 में 144 नाबालिग लड़कियों से दुष्कर्म किए गए। 2017 में इसके 139 मामले दर्ज किए गए। एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं के खिलाफ अपराध में 19 शहरों में लखनऊ शीर्ष पर रहा। यहां 2019 में महिलाओं के खिलाफ 2,736 मामले दर्ज किए गए। इसी तरह से बच्चों के खिलाफ 19,936 मामले रिपोर्ट किए गए। इस तरह से राज्य में 55 मामले प्रतिदिन रिपोर्ट हुए।
'सरकार की नई आबकारी नीति से क्राइम कंट्रोल करना होगा चैलेंज'
हत्या, बलात्कार, लूट के साथ-साथ नकली शराब के भी उत्तर प्रदेश से मामले सामने आते रहते हैं। ऐसे में इस कदम को लेकर लोगों के बीच नाराजगी भी व्याप्त है। एक पुलिस अधिकारी ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया, 'रात 2 बजे तक शराब की खुली बिक्री के साथ ही चैलेंज स्वाभाविक तौर पर बढ़ जाते हैं। नशे की हालत में कई तरह के अपराधों की संभावना भी बढ़ जाती है। इन अपराधों पर पूरी तरह से लगाम लगाना फिर बड़ी चुनौती बन जाएगा।'
साभार
नवभारतटाइम्स.कॉम