मिर्जापुर, उत्तर प्रदेश (Mirzapur, Uttar Pradesh) एकलव्य मानव संदेश (Eklavya Manav Sandesh) ब्यूरो रिपोर्ट। दुःखद !! उत्तर प्रदेश कानून की धज्जियां उड़ाते हुए माँ बेटे को जिंदा जलाया। अब उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार में लोगों में नहीं रहा है कानून का कोई खोफ़ इसी लिए पनप रहा है गुंडाराज ?
क्या यही है एक योगी के शासन की उत्तम कानून व्यवस्था ?? इसके लिए कौन जिम्मेदार है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ??
घटना ग्राम ईश्वरपट्टी,पोस्ट मेढ़िया (चुनार), तहसील व विधानसभा चुनार, जनपद मिर्जापुर की है। पीड़ित है मीना देवी पत्नी छोटेलाल निषाद और अंकित निषाद पुत्र छोटेलाल निषाद।
घटना की जानकारी छोटेलाल निषाद के भतीजे ने देते हुए बताया है कि जमीन का विवाद निषाद समाज के परिवार और पटेल समाज के लोगों के बीच था। 30 साल पहले जमीन खरीदी गई थी। छोटेलाल के नाम पर है और वहां इन लोगों ने नींव डाल रखी है लेकिन पटेल समाज के लोग दबंगई दिखाकर कह रहे हैं कि जमीन उनकी है। मीना निषाद (45 वर्ष) और उनका बेटा अंकित निषाद (17 वर्ष) अपनी इसी खरीदी हुई जमीन के सामने, जो मिर्जापुर की चुनार तहसील के तम्मान पट्टी में स्थित है वहाँ पर सब्जी बेच रहे थे, तभी घटना को दिन दहाड़े बाजार में हीं अंजाम दिया गया। मीना देवी सब्जी की दुकान पर अपने पुत्र के साथ थी। तभी विपक्षीगण वहां आते हैं और दुकान के पीछे बुलाकर उनके ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा कर फरार हो जाते हैं। आनन-फानन में लोग स्थानीय सरकारी अस्पताल लेकर जाते हैं जहां डॉक्टर प्राथमिक उपचार कर बीएचयू के लिए रेफर कर दिया गया है। जहाँ दोनों की हालत गंभीर बनी हुई है।
क्या विवाद इस कदर था कि किसी को जिंदा जला दिया जाए?
क्या लोगों के अंदर कानून का कोई भय नहीं है?
क्या इसे सरकार की असफल कानून व्यवस्था नहीं कहा जायेगा..?
पीड़ितों को ले जाया गया है। मां और बेटे बुरी तरह झुलस चुके हैं।
एकलव्य मानव संदेश परिवार इनके सीघ्र स्वास्थ्य होने की कामना करता है।
घटना ग्राम ईश्वरपट्टी,पोस्ट मेढ़िया (चुनार), तहसील व विधानसभा चुनार, जनपद मिर्जापुर की है। पीड़ित है मीना देवी पत्नी छोटेलाल निषाद और अंकित निषाद पुत्र छोटेलाल निषाद।
घटना की जानकारी छोटेलाल निषाद के भतीजे ने देते हुए बताया है कि जमीन का विवाद निषाद समाज के परिवार और पटेल समाज के लोगों के बीच था। 30 साल पहले जमीन खरीदी गई थी। छोटेलाल के नाम पर है और वहां इन लोगों ने नींव डाल रखी है लेकिन पटेल समाज के लोग दबंगई दिखाकर कह रहे हैं कि जमीन उनकी है। मीना निषाद (45 वर्ष) और उनका बेटा अंकित निषाद (17 वर्ष) अपनी इसी खरीदी हुई जमीन के सामने, जो मिर्जापुर की चुनार तहसील के तम्मान पट्टी में स्थित है वहाँ पर सब्जी बेच रहे थे, तभी घटना को दिन दहाड़े बाजार में हीं अंजाम दिया गया। मीना देवी सब्जी की दुकान पर अपने पुत्र के साथ थी। तभी विपक्षीगण वहां आते हैं और दुकान के पीछे बुलाकर उनके ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा कर फरार हो जाते हैं। आनन-फानन में लोग स्थानीय सरकारी अस्पताल लेकर जाते हैं जहां डॉक्टर प्राथमिक उपचार कर बीएचयू के लिए रेफर कर दिया गया है। जहाँ दोनों की हालत गंभीर बनी हुई है।
क्या विवाद इस कदर था कि किसी को जिंदा जला दिया जाए?
क्या लोगों के अंदर कानून का कोई भय नहीं है?
क्या इसे सरकार की असफल कानून व्यवस्था नहीं कहा जायेगा..?
पीड़ितों को ले जाया गया है। मां और बेटे बुरी तरह झुलस चुके हैं।
एकलव्य मानव संदेश परिवार इनके सीघ्र स्वास्थ्य होने की कामना करता है।