युवतियों को जिंदा बचाने वाले उ.प्र. पुलिस के सिपाही उमाशंकर निषाद को परिजनो ने बताया भगवान

बहराइच, उत्तर प्रदेश, एकलव्य मानव संदेश ब्यूरो रिपार्ट। जनपद बहराइच में सोमवार देर शाम घाघरा नदी में एक युवती और उसकी ममेरी बहन को पुलिस ने जिंदा बचाते हुए परिजनोंं के सुपुर्द कर दिया। परिजनों ने दोनों बेटियों को सकुशल पाकर बचाने वाले पुलिसकर्मियों को भगवान की संज्ञा दी है। 



    प्राप्त जानकारी के अनुसार कैसरगंज थाना क्षेत्र के ग्राम करसर बेटोरा निवासी 22 वर्षीय प्रिया पुत्री भागीरथ किसी बात से नाराज़ होकर अपने मामा की लड़की 16 वर्षीय तनु पुत्री रामू निवासी ग्राम रुकनापुर थाना कैसरगंज  के साथ जरवल रोड थाना क्षेत्र के लखनऊ बहराइच राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित घाघरा नदी के पुल पर पहुंच गई और प्रिया ने तनु से कुछ कह कर पुल से नदी में छलांग लगा दी। 

   घाघरा घाट पुलिस चौकी पर तैनात सिपाही उमाशंकर निषाद तथा संदीप यादव ने लड़कियों को अकेले पुल की तरफ जाता देख  शक करते हुए पुल पर दौड़ते हुए पहुंचे, लेकिन तब तक प्रिया ने छलांग लगा दी। संदीप ने तनु को रोक लिया। 

   सिपाही उमाशंकर निषाद तत्परता दिखाते हुए गोताखोरों को लेकर खुद नाव चलाते हुए तत्काल नदी में पहुंच गए और प्रिया को भी जिंदा बचा लिया। सूचना पर पहुंचे घाघरा घाट चौकी प्रभारी शैलकांत उपाध्याय ने दोनों लड़कियों के परिजनों को सूचना दी। 

   सिपाही उमाशंकर निषाद ने बताया कि प्रिया अपनी ममेरी बहन तनु के साथ आई थी जब तनु ने कहा कि हम घर कैसे जाएंगे तो प्रिया यह कहते हुए नदी में कूद गई कि तुम भी आओ साथ में कूद जाओ और साथ रहो। 

   जरवल रोड थाना प्रभारी हर्षवर्धन सिंह ने बताया कि दोनों लड़कियों को सकुशल उनके परिजनों को सौंप दिया गया है घर में किसी बात से नाराज होकर प्रिया ने यह कदम उठाया था। वही परिजनों ने अपने लड़कियों को सकुशल पाकर दोनों सिपाहियों समेत जरवल रोड पुलिस का आभार प्रकट किया।