जिले में फिर जोर पकड़ रहा है वैध - अवैध खनन का मुद्दा, जनजागरण और दहशतगर्दी का अभियान भी जारी !

नरसिंहपुर, मध्यप्रदेश (Narsinghpur, Madhya-Pradesh), एकलव्य मानव संदेश के लिए वरिष्ठ पत्रकार अमर नौरिया जी की विशेष रिपोर्ट। 


जिले में अवैध खनन को लेकर पूर्व में भी गम्भीर मारपीट सहित हत्या के प्रयास से लेकर हत्या तक के मामले सामने आये और राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप का दौर भी समय समय पर चलता रहा है किंतु इतना सब कुछ होने के बाद भी जिले में अवैध खनन नहीं रुकता। महत्वपूर्ण बात यह कि जिले में नर्मदा सहित उसकी सहायक नदियों में पिछले 10 -15 सालों में जिस गति से रेत का वैध- अवैध खनन हुआ है उससे नर्मदा की सहायक कई छोटी बड़ी नदियों का अस्तित्व ही खतरे में आ गया है, अलबत्ता शासन स्तर पर अवैध खनन के खिलाफ लगातार कार्यवाही और नदियों के अस्तित्व को बचाने के प्रयास बैठकों में प्रस्तुत की जाने वाली कार्ययोजना में कार्य होने की स्थिति में सफल होने के अनुमान लगाये जाते रहते हैं वावजूद इसके रेत का वैध-अवैध खनन अपनी गति से चलता रहता है। 

   जिले की गाडरवारा तहसील में अवैध खनन सहित अन्य अपराधों में कार्यवाही को लेकर प्रदेश की राजधानी भोपाल में किये गये धरना प्रदर्शन से शासन प्रशासन अभी उबर ही नहीं पाया था कि नरसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत नर्मदा तटीय गांव शगुनघाट व कुड़ी में गत दिनों रातोंरात हुए बेतहाशा अवैध खनन और भंडारण को लेकर आई तस्वीरों ने एक बार फिर क्षेत्र में अवैध खनन की चर्चाओं को लेकर लोगों को एक बार फिर सोचने को मजबूर कर दिया और उसी के चलते बने हालतों को लेकर महत्वपूर्ण और गौर करने वाली बात यह है कि जिले में वैध-अवैध खनन जिले भर में चल रहा है जिसके खिलाफ अब  नरसिंहपुर विधानसभा में हर स्तर पर मोर्चा खुला हुआ है। गत दिनों रेवानगर खदान पर खनिज विभाग द्वारा कार्यवाही की गई थी, उसके एक दिन बाद ही नर्मदा तट पर शगुनघाट में अवैध खनन के खिलाफ जनजागरण अभियान की शुरुआत कर रहे पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष लोगों को मां नर्मदा में अवैध खनन के खिलाफ जनजागरण की शपथ दिला रहे थे, उसी दौरान नरसिंहपुर सागर रोड, झिरा घाटी पर स्थित खनिज चेक पोस्ट पर रेत खनन कारोबार से जुड़े लोग बड़ी मात्रा में पहुंचे, इस दौरान मौके पर सुआतला थाना प्रभारी सहित एसडीओपी तेंदूखेड़ा सहित भारी पुलिस बल भी मौके पर पहुंचा।  


फिलहाल जिले में रेत के वैध-अवैध खनन कारोबार की आड़ में आम जनता के बीच जिस तरह से भय व दहशतगर्दी का जो माहौल बनाया जा रहा है उससे जिले में शान्ति पसंद लोगों को आनेवाले समय में भय व दहशत फैलाने के मंसूबों को पालकर चलने वालों की मंशा उचित प्रतीत नहीं हो रही है। उनके बीच मे इस तरह के माहौल पर सख्ती से रोक लगाने की चर्चा चलने लगी  हैं ।