जिलाधिकारी के कुशल निर्देशन में स्वास्थ्य, नगरनिगम, नगरनिकाय, पंचायतीराज समेत जिलाप्रशासन से कोरोना प्रसार को रोकने के लिए कसी कमर

अलीगढ़, उत्तर प्रदेश, सू. वि. रिपोर्ट। जिलाधिकारी के कुशल निर्देशन में स्वास्थ्य, नगरनिगम, नगरनिकाय, पंचायतीराज समेत जिलाप्रशासन से कोरोना प्रसार को रोकने के लिए कमर कस ली है। अलीगढ़ के सीएमओ अपनी शहर व देहात की चिकित्सकीय टीम के साथ कोरोना पर नियंत्रण पाने के लिए अलर्ट मोड पर हैं। 


ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने वाले मानवता के ऐसे दुश्मनों के साथ किसी प्रकार की रियायत नहीं बरती जाए।

कोविड के प्रसार को रोकने के लिए समाज के धार्मिक, व्यापारिक एवं औद्योगिक संगठनों व विभिन्न समुदायों के धर्मावलंबियों, संभ्रांत नागरिकों से बैठक के माध्यम से

निरंतर संवाद कर मिल रहा है सहयोग।

जिला मजिस्ट्रेट अपनी टीम-11 के साथ रोज बैठक कर जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए उठा रहे हैं कड़े एवं प्रभावी कदम।

वर्तमान में जनपद में 1124 एक्टिव केस, मरीजों का रिकवरी प्रतिशत 93.36 प्रतिशत है जबकि पाजिटिविटी दर 1.75 प्रतिशत है।

जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने कहा, यदि व्यक्ति के पास सकारात्मक जानकारी की थोड़ी बहुत भी ऑक्जीजन है तो कोरोना उसके नजदीक भी नही आ सकता है।

    गंगा जमुनी तहजीब को संजोने वाले अलीगढ़ में कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, नगर निकाय, पंचायतीराज समेत जिला प्रशासन भी अब कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है। जनपद के मुखिया चंद्र भूषण सिंह नित रोज अपनी टीम-11 के साथ कलेक्ट्रेट में बैठकर रणनीति तैयार करते हैं कि कोविड-19 के बढ़ते प्रसार को कैसे समाप्त किया जाए? वहीं विभाग के अधिकारी कर्मचारी अपने स्वास्थ्य की चिंता किए बिना परिवार से दूर रहते हुए दिन-रात संक्रमण को फैलने से रोक रहे हैं और सारी शक्तियों का प्रयोग करते हुए चिकित्सक, स्टाफ नर्स, कंपाउंडर, वार्ड बॉय एवं सफाई कर्मी भी संक्रमित व्यक्तियों के जीवन को बचाने में जी-जान से जुटे हुए हैं।

      जनपद में कोरोना संक्रमित मरीजों और इस वैश्विक महामारी से हुई मौत का आंकड़ा निरंतर बढ़ने से कोरोना योद्धाओं के माथे पर बल पड़ना स्वाभाविक ही है। स्वास्थ्य विभाग संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आने वाले लोगों को चिन्हित कर उनके टेस्ट करते हुए पॉजिटिव आये संपर्कियों का जिला प्रशासन द्वारा किए गए फैसले से होम आइसोलेशन की सुविधा प्रदान करते हुए मेडिकल किट प्रदान कर रहा है और उनकी निरंतर देखरेख भी की जा रही है। वहीं नेगेटिव व्यक्तियों को होम क्वारंटीन कर पैनी निगाह रखी जा रही है। इसके बावजूद भी शाम को आने वाली जांच रिपोर्ट का परिणाम कोरोना की भयावहता का एहसास करा रहा है।

    प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ जो खुद में संक्रमित होकर होम आइसोलेट हैं, प्रदेशवासियों के जीवन को सुरक्षित रखने के लिए अपनी सेहत की चिंता किये बिना लगातार वर्चुअली माध्यम से अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश ही नहीं दे रहे हैं, बल्कि स्वयं प्रदेश के हालात पर पैनी निगाह रखते हुए कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए जंग के मैदान में डटे हुए हैं। सरकार ने बिगड़े हालात पर काबू पाने और अर्थव्यवस्था को बिगड़ने से बचाने के लिए वीकेंड कोरोना कर्फ्यू को हथियार के रूप में अपनाया है। इसके तहत संपूर्ण प्रदेश के साथ ही जनपद में प्रत्येक शनिवार व रविवार को कोरोना कर्फ्यू लगाने का आदेश स्थानीय स्तर पर जिला मजिस्ट्रेट चंद्र भूषण सिंह द्वारा जारी कर दिए गए हैं। टीम-11 के साथ स्थानीय स्तर पर लिए गए निर्णय के अनुसार प्रत्येक मंगलवार को साप्ताहिक बंदी का भी कड़ाई से अनुपालन किया जा रहा है।

       ताला, तालीम और तहजीब को समेटे एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश का जाना पहचाना शहर अलीगढ़ जो प्रदेश सरकार की पहल के चलते हार्डवेयर उद्योग को भी ऊंचाइयों प्रदान कर रहा है। वर्तमान में वैश्विक महामारी के संकट काल में कोरोना वायरस की मार झेल रहा है। अलीगढ़ शहर के नामचीन मोहल्लों के साथ ही गांव-देहात व कस्बाई इलाकों में भी कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की संख्या निरंतर बढ़ने से कोरोना योद्धाओं को नित नई चुनौतियों से दो चार होना पड़ रहा है। कोरोना की दूसरी लहर के आक्रमण ने लोगों के ऊपर मुसीबतों का पहाड़ खड़ा कर दिया है। इन बदलते मौजूदा हालातों में हर व्यक्ति को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखना जिला प्रशासन के लिए चुनौती जैसा बना हुआ है। कारोबारी हो या फिर प्राइवेट कार्मिक परिवार का भरण पोषण करने के साथ ही सबसे ज्यादा मजदूरों को आर्थिक मार झेलनी पड़ रही है। कोरोना की दूसरी लहर का संक्रमण इतना भयावह है कि इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 12 अप्रैल को 62, 13 अप्रैल को 40, 14 अप्रैल को 54, 15 अप्रैल को 87, 16 अप्रैल को 93, 17 अप्रैल को 165, 18 अप्रैल को 159, 19 अप्रैल को 168, 20 अप्रैल को 215, 21 अप्रैल को 204 एवं 22 अप्रैल को 209 रिकार्ड कोरोना संक्रमित व्यक्ति पाए गए। वहीं प्रतिदिन कोरोना संक्रमित की मृत्यु होने का सिलसिला भी अथक प्रयासों के बाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।

      कुशल प्रशासनिक अधिकारी जिला मजिस्ट्रेट चंद्र भूषण सिंह निरंतर मुख्यमंत्री एवं उच्चाधिकारियों को कोरोना कंट्रोल रूम के माध्यम से जनपद के हालातों के बारे में अवगत करा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुखिया डॉ बी. पी. एस. कल्याणी जिला मजिस्ट्रेट के निर्देशन में अपनी शहर व देहात की चिकित्सकीय टीम के साथ कोरोना पर नियंत्रण पाने के लिए अलर्ट मोड पर हैं और वह जिला मजिस्ट्रेट के निर्देश पर हर संभव कोशिश कर रहे हैं जो वह कर सकते हैं।

      जिला मजिस्ट्रेट प्रशासनिक टीम के साथ कोरोना की भयावहता को भांपते हुए संक्रमित व्यक्तियों के जीवन को बचाने के उद््देश्य से निजी व सरकारी अस्पतालों में बेड्स की संख्या को बढ़ाने के साथ ही आवश्यकतानुसार बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के लिए जनपदवासियों के हर सुख दुख में साथ खड़े नजर आ रहे हैं। अभी हाल ही में डगमगाती ऑक्सीजन व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए उन्होंने मजिस्ट्रेटस, उपायुक्त उद्योग एवं ड्रग इंस्पेक्टर को सख्ती के साथ निर्देशित किया कि ऑक्सीजन की कालाबाजारी करने वाले मानवता के ऐसे दुश्मनों के साथ किसी प्रकार की रियायत नहीं बरतनी है।

   देश के प्रधानमंत्री जी एवं मुख्यमंत्री जी विभिन्न माध्यमों से जनता को संदेश पहुंचा रहे हैं कि कोरोना की चैन को तोड़ने के लिए अनावश्यक घरों से बाहर न निकलें। यदि बहुत आवश्यक है तभी घरों से बाहर निकलें, मास्क पहनें और सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई के साथ अनुपालन सुनिश्चित करें।

        ताला नगरी की पहचान रखने वाले जनपद अलीगढ़ में तीन वर्ष का कार्यकाल पूर्ण कर रहे लोकप्रिय जिला मजिस्ट्रेट चंद्र भूषण सिंह वैश्विक महामारी कोरोना को काबू में करने के लिए समाज के हर वर्ग के लोगों के साथ ही धार्मिक, व्यापारिक एवं औद्योगिक संगठनों व विभिन्न समुदायों के धर्मावलंबियों, संभ्रांत नागरिकों से बैठक के माध्यम से निरंतर संवाद कर सहयोग की मांग कर रहे हैं, जो उन्हें प्राप्त भी हो रहा है। जिला मजिस्ट्रेट अपनी टीम-11 के साथ कोरोना संक्रमण को काबू में लाने के लिए रोज बैठक कर जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए कड़े से कड़े एवं प्रभावी कदम उठा रहे हैं। डॉ0 बीपीएस कल्याणी ने बताया कि जनपद में अब तक 7 लाख 36 हजार 6 सौ 91 सैम्पल लिए गए। 721425 सेम्पल निगेटिव और 13378 सेम्पल पॉजिटिव आये हैं और 12292 संक्रमित व्यक्ति स्वस्थ्य होकर डिस्चार्ज किये गये हैं। जनपद में 4115 से अधिक को होम आइसोलेशन की सुविधा प्रदान की गई और 3751 होम आइसोलेशन अवधि को पूरा कर चुके हैं। वर्तमान में जनपद में 1124 एक्टिव केस हैं। 144100 से कहीं अधिक की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की गई है, जो निरन्तर जारी है। जनपद में मरीजों का रिकवरी प्रतिशत 93.36 प्रतिशत है जबकि पाजिटिविटी दर 1.75 प्रतिशत है।

     राज्य सरकार द्वारा घोषित की गई साप्ताहिक बंदी जिसमें शनिवार रात्रि 8ः00 बजे से सोमवार प्रातः 7ः00 बजे तक 35 घंटों का कोरोना कर्फ्यू लागू करने का आदेश जनता द्वारा सरकार का सराहनीय कदम मानते हुए स्वीकार कर अनुपालन किया गया। इस 35 घंटों में सरकार के निर्देश पर शहरी, देहाती एवं कस्बाई इलाकों में स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन का कार्य वृहद स्तर पर किया गया। वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के तीव्रता से बढ़ते प्रकोप के चलते प्रदेश सरकार द्वारा अब प्रत्येक शनिवार एवं रविवार को कोरोना कर्फ्यू लागू करने का निर्णय लिया गया है। इस नए फैसले से अब शुक्रवार रात्रि 8ः00 बजे से सोमवार प्रातः 7ः00 बजे तक कोरोना कर्फ्यू लगा रहेगा। सरकार के साथ आम जनमानस को भी उम्मीद है कि प्रदेश सरकार द्वारा वीकेंड में लगाया गया कोरोना कर्फ्यू हम सभी को जल्द ही कोरोना महामारी से निजात दिलाएगा। जिला मजिस्ट्रेट चंद्र भूषण सिंह ने मंगलवार को साप्ताहिक बंदी के साथ ही प्रत्येक शुक्रवार की सायं 8ः00 बजे से सोमवार प्रातः 7ः00 बजे तक कोरोना कर्फ्यू का कड़ाई से अनुपालन किये जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि जनहित को ध्यान में रखते हुए इस अवधि में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जाती रहेगी और मेडिकल स्टोर्स के साथ निजी व सरकारी चिकित्सक अपनी सेवाएं देते रहेंगे। उनका कहना है कि हम सभी को कोरोना से डर कर नही बल्कि डटकर मुकाबला करना है। यदि व्यक्ति के पास सकारात्मक जानकारी की थोड़ी बहुत भी ऑक्जीजन है तो कोरोना उसके नजदीक भी नही आ सकता है

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