भावनाओं से खेलकर, हरामखोरी करने वाले ठग और महाठगों से सावधन !!!

निषाद, बिन्द, कश्यप, मांझी, कहार, केवट, मल्लाह, धीवर, रायकवार, बाथम, भोई, सहानी, तुरैहा, मझबार, बेलदार, गोंड, गुड़िया, मछुआरा समाज सावधान ! सावधान!! आपकी भावनाओं से खेलकर, हरामखोरी करने वाले ठग और महाठगों से सावधन !!! 


   हमारा समाज गरीब, अनपढ़, आर्थिक रूप से कमजोर ज्यादा है, इसलिए हम इस समाज के लिए एससी, एसटी के परिभाषित आरक्षण को लागू कराने की मांग करते हैं। साथ ही हम दिल्ली बंगाल में मल्लाह, उत्तर प्रदेश में मझबार, तुरैहा, गोंड, बेलदार, एससी में आते हैं और मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ में मांझी के नाम से नाम से एसटी में हैं, लेकिन अलग-अलग इलाकों में पुकारू नामों में भिन्नता होने से एक ही व्यक्ति 5 से 7 जातियों में माना जा रहा है। जिसके कारण इस समाज के अधिकांश लोग अपने संवैधानिक अधिकारों से दूर हैं। इसके लिए परिभाषित एससी, एसटी आरक्षण की मांग के लिए अनेकों आंदोलन होते रहे हैं। लाखों ज्ञापन अब तक सरकारों को भेजे जा चुके हैं। खुद भाजपा अपने संकल्प पत्र में इस मांग का समर्थन कर वोट लेकर सरकार बना चुकी है। भाजपा और सहयोगी दल के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, शिवराज सिंह चौहान, नीतीश कुमार हमारी इस मांग का समर्थन सड़क और में भी कर चुके हैं। लेकिन आज केंद्र और उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार होने के बाद भी हमारी मांग उस सरकार द्वारा पूरी नहीं हो रही है, जो 72 घंटों में संसद से बिन मांगे सवर्ण वर्ग का 10 प्रतिशत ईडब्ल्यूएस आरक्षण लागू कर चुकी है। 


   भाजपा की मोदी सरकार आपके समाज का उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड में परिभाषित एससी, एसटी आरक्षण जानबूझकर भी लागू नहीं कर रही है और इस मांग को कमजोर करने के लिए आपके ही समाज के ठग और महाठग नेताओं, पार्टियों को पद और पैसों के देकर कामयाब होना चाहती है। ऐसा बिहार और मध्यप्रदेश में भाजपा कर भी चुकी है। इसलिए अब मौका है 2022 में उत्तर प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में भाजपा को हरहाल में हराने के लिए आप सभी को एक भीषण निर्णय लेना होगा, कि कैसे भाजपा की सरकार उत्तर प्रदेश में न बन पाए। इसके लिए हम सभी को भाजपा को हराने वाले दल/गठबंधन को वोट और सपोर्ट देना होगा, जिससे भाजपा को एहसास हो जाए कि वह गुलाम, दलाल, ठग और महाठगों के सहयोग से 2024 के लोकसभा चुनाव में भी जीत नहीं सकेगी। 

    आज हमारे समाज में 40 से ज्यादा पार्टी और कई हजार संगठन बने हुए हैं, जिनमें से कई, पद और पैसों की खातिर भाजपा के साथ हैं या आगे जा सकते हैं। इसलिए हम एक सच्चे समाज सेवक होने के नाते आपको जगाने के लिए यह कार्यक्रम अपने एकलव्य मानव संदेश हिंदी साप्ताहिक समाचार पत्र, एकलव्य मानव संदेश हिंदी मासिक पत्रिका और Eklavya Manav Sandesh डिजिटल चैनल (Eklavya Manav Sandesh फेसबुक पेज, Eklavya Manav Sandesh यूट्यूब चैनल, Eklavya Manav Sandesh एवं Jaswant Singh Nishad ट्विटर आईडी, www.eklavyamanavsandesh.com, www.eklavyamanavsamdesh.page) के माध्यम से देश और दुनिया तक पहुंचा रहे हैं। आशा करते हैं आप हमारे कार्यक्रम देखते रहेंगे और लोगों तक पहुंचाने के लिए शेयर भी करते रहेंगे।